
#बेतला #श्रावणी_मेला : शिवभक्ति में डूबे कांवरियों ने कुटमू शिवमंदिर में पूजा कर लिया बाबाधाम रवाना होने का संकल्प
- बेतला से कांवरियों का पहला जत्था मंगलवार को बाबाधाम के लिए रवाना हुआ
- कुटमू शिवमंदिर में पूजा-अर्चना के बाद जत्थे ने यात्रा की शुरुआत की
- मंदिर पुजारी बिट्टू पाठक ने कांवरियों को तिलक लगाकर दी विदाई
- सुरक्षित वाहन से 11 शिवभक्तों ने की यात्रा प्रारंभ, जत्थे में युवाओं का उत्साह दिखा
- भोलेनाथ से सुख-समृद्धि की प्रार्थना के साथ जत्था हुआ रवाना
बाबाधाम के लिए रवाना हुआ कांवरियों का पहला जत्था
श्रावणी मेले की शुरुआत के साथ ही बेतला क्षेत्र से कांवरियों का पहला जत्था मंगलवार को बाबाधाम के लिए रवाना हुआ। “चल रे कांवरिया शिव के धाम” के जयघोष के बीच 11 शिवभक्तों का यह जत्था सुरक्षित वाहन से बाबाधाम की ओर प्रस्थान कर गया। जत्थे की अगुवाई मंदिर परिसर में पुजारी बिट्टू पाठक ने की, जिन्होंने कांवरियों को माथे पर तिलक लगा कर विदा किया।
कुटमू शिवमंदिर में की विधिवत पूजा, लिया संकल्प
रवानगी से पहले सभी शिवभक्तों ने कुटमू शिवमंदिर में मत्था टेककर पूजा-अर्चना की और बाबा भोलेनाथ से यात्रा की सफलता और क्षेत्र में सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान रामजी महतो, अजय सिंह, आशीष प्रसाद, महेंद्र सिंह, गुड्डू सिंह, प्रमोद यादव, दीपक यादव, बिनोद सोनी, सचिन यादव, प्रवीण सिंह और अमरेश विश्वकर्मा जैसे शिवभक्त शामिल थे।
रामजी महतो ने कहा: “हमने बाबा से क्षेत्र की खुशहाली और सभी की रक्षा की कामना की है। यह यात्रा सिर्फ भक्ति नहीं, सेवा और संकल्प का प्रतीक है।”
भक्तिभाव से सराबोर रहा मंदिर परिसर
कांवरियों के जत्थे की विदाई के मौके पर मंदिर परिसर शिव भजनों और हर हर महादेव के नारों से गूंज उठा। उपस्थित भक्तों में अखिलेश विश्वकर्मा, मंटू सिंह, संजय सिंह, सकेंद्र प्रसाद, मनोज ठाकुर, नरेश साव, दीपक प्रसाद और राघव शरण सिंह सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे। सभी ने भक्तों की यात्रा की सफलता के लिए बाबा से प्रार्थना की।
शिवभक्ति और श्रावणी उत्सव की शुरुआत
यह जत्था श्रावणी मेले के पहले चरण की आस्था की झलक है, जो आगे हजारों कांवरियों की आस्था की श्रृंखला में तब्दील होगी। कांवरियों का यह उत्साह क्षेत्र में धार्मिक ऊर्जा और सामाजिक एकता का संचार कर रहा है।

न्यूज़ देखो: आस्था और परंपरा का जीवंत संगम
न्यूज़ देखो मानता है कि श्रावणी मेला न केवल धार्मिक पर्व है, बल्कि जन-भावनाओं का उत्सव भी है। बेतला जैसे क्षेत्रों से कांवरियों का जत्था रवाना होना इस बात का संकेत है कि ग्रामीण और वनवासी क्षेत्रों में भी भक्ति की अग्नि पूरी आस्था से प्रज्ज्वलित है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपने संकल्पों को शिवभक्ति में बदलें
श्रावणी मेला हमें न केवल धर्म से जोड़ता है, बल्कि संयम, सेवा और समर्पण का मार्ग भी दिखाता है। आइए इस अवसर पर अपने क्षेत्र, समाज और देश की समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। अगर यह खबर आपको पसंद आई हो तो अपने मित्रों व परिवार के साथ शेयर करें, टिप्पणी में हर हर महादेव लिखकर आस्था प्रकट करें और न्यूज़ देखो से जुड़े रहें।