#गुमला #वनविभाग : हाथियों से बचाव और खेतों की सुरक्षा के लिए किसानों के बीच 50 टॉर्च का वितरण
- जारी प्रखंड के जरमना पारिश मैदान में आयोजित हुआ वितरण कार्यक्रम।
- कुरुमगढ़ रेंजर जगदीश राम ने हाथी प्रभावित किसानों को दी 50 टॉर्च।
- टॉर्च का उद्देश्य रात में फसलों और अनाज की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- कार्यक्रम में कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष राजेश टोप्पो, मंडल अध्यक्ष रिजवान अंसारी, जिला परिषद सदस्य दिलीप बड़ाइक रहे मौजूद।
- लाभार्थी गांवों में रेंगारी, चटकपुर, कोड़ी, श्रीनगर, करमटोली, पतराटोली समेत कई प्रभावित इलाके शामिल।
- मौके पर डुमरी प्रभारी वनपाल सुखदेव लकड़ा, चैनपुर प्रभारी वनपाल चंद्रेश चरण उरांव, वनरक्षी नवल किशोर, बिजेंद्र उरांव और अन्य वन गार्ड भी उपस्थित रहे।
जारी प्रखंड के जरमना पारिश मैदान में शुक्रवार को वन विभाग की ओर से विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में हाथियों से प्रभावित और जरूरतमंद किसानों के बीच 50 टॉर्च का वितरण किया गया। यह पहल उन ग्रामीण किसानों के लिए राहतभरी साबित होगी, जिन्हें अक्सर रात के समय जंगली हाथियों से अपनी फसलों की रक्षा करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
किसानों की सुरक्षा के लिए वन विभाग की पहल
कार्यक्रम का नेतृत्व कुरुमगढ़ रेंज के रेंजर श्री जगदीश राम ने किया। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि विभाग लगातार उनकी समस्याओं को कम करने की दिशा में काम कर रहा है।
रेंजर जगदीश राम ने कहा: “रात में हाथियों से फसलों की रक्षा करना बेहद कठिन होता है। ये टॉर्च किसानों की मदद करेंगे ताकि वे समय रहते सावधान हो सकें और नुकसान से बच सकें।”
उन्होंने किसानों को यह भी सलाह दी कि वे समूह में रहकर खेती और गांव की सुरक्षा करें, जिससे जंगली हाथियों से बचाव और आसान हो सके।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी
इस अवसर पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष राजेश टोप्पो, मंडल अध्यक्ष रिजवान अंसारी और जिला परिषद सदस्य दिलीप बड़ाइक विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने इस पहल की सराहना की और कहा कि हाथियों की समस्या लंबे समय से ग्रामीणों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
जनप्रतिनिधियों ने वन विभाग से अपील की कि भविष्य में भी ऐसे ठोस कदम उठाए जाएं, जिससे किसानों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
प्रभावित गांवों को मिला लाभ
टॉर्च वितरण का लाभ मुख्य रूप से रेंगारी, चटकपुर, कोड़ी, श्रीनगर, करमटोली, पतराटोली समेत कई गांवों को मिला। इन गांवों के किसानों ने बताया कि हाथियों की वजह से रात को खेतों की रखवाली करना बेहद कठिन हो जाता है। अब टॉर्च मिलने से उन्हें थोड़ी राहत मिलेगी।
वन अधिकारियों और कर्मचारियों की सक्रियता
कार्यक्रम में वन विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे। इनमें डुमरी प्रभारी वनपाल सुखदेव लकड़ा, चैनपुर प्रभारी वनपाल चंद्रेश चरण उरांव, वनरक्षी नवल किशोर, बिजेंद्र उरांव समेत अन्य वन गार्ड शामिल थे। इन सभी ने किसानों को टॉर्च वितरण में सहयोग किया और ग्रामीणों से अपील की कि वे सतर्कता बरतते हुए वन विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

न्यूज़ देखो: छोटे कदम से बड़ी राहत
वन विभाग की यह पहल दर्शाती है कि जंगली हाथियों से प्रभावित किसानों की सुरक्षा के लिए स्थानीय स्तर पर ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि समस्या का स्थायी समाधान जरूरी है, लेकिन टॉर्च वितरण जैसे छोटे कदम किसानों को मानसिक और व्यावहारिक दोनों रूप से राहत पहुंचाते हैं।
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मिलजुल कर करें सुरक्षा की जिम्मेदारी
गांव की सुरक्षा सिर्फ वन विभाग की नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। हाथियों से बचाव के लिए सतर्क रहें, समूह में काम करें और प्रशासनिक सहयोग लें। अपनी राय कमेंट करें और खबर को साझा करें ताकि और लोग भी इस जागरूकता से जुड़ सकें।