
#बोकारो #प्रतिभासम्मानसमारोह : नावाडीह स्टेडियम में हुआ ऐतिहासिक आयोजन — डुमरी विधायक जय राम महतो के प्रयास से युवाओं को मिला पहचान का मंच
- 110 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को राज्यपाल ने मंच पर किया सम्मानित
- डुमरी विधायक जय राम महतो के प्रयास से हुआ ‘प्रतिभा सम्मान समारोह’ का आयोजन
- कार्यक्रम में स्व. बिनोद बिहारी महतो के विचारों और योगदान को दी गई श्रद्धांजलि
- शिक्षा, संघर्ष और सामाजिक चेतना को युवाओं से जोड़ा गया प्रेरक संवाद में
- राज्यपाल ने युवाओं को भविष्य के निर्माण में सक्रिय भागीदारी का दिया संदेश
नावाडीह बना सम्मान और चेतना का केंद्र
बोकारो जिले के नावाडीह स्थित बिनोद बिहारी महतो स्टेडियम में आयोजित ‘प्रतिभा सम्मान समारोह’ एक ऐतिहासिक आयोजन साबित हुआ। डुमरी विधायक जय राम महतो की पहल पर आयोजित इस कार्यक्रम में झारखंड के महामहिम राज्यपाल महोदय स्वयं उपस्थित होकर 110 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। इस सम्मान ने न केवल छात्रों के हौसले को पंख दिए, बल्कि समाज में शिक्षा की शक्ति को फिर से रेखांकित किया।
केवल सम्मान नहीं, प्रेरणा का माध्यम बना यह मंच
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि यह समारोह केवल सम्मान का आयोजन नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को जिम्मेदार और सशक्त नागरिक बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे देश और समाज के निर्माण में योगदान दें और बिनोद बिहारी महतो जी जैसे महापुरुषों के आदर्शों को जीवन में अपनाएं।
राज्यपाल महोदय ने कहा: “यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को उनके परिश्रम का सम्मान देने के साथ-साथ उन्हें समाज के लिए उपयोगी बनाने की प्रेरणा भी देता है।”
बिनोद बिहारी महतो के विचारों का स्मरण
इस आयोजन के पीछे एक गहरा सामाजिक और ऐतिहासिक भाव भी निहित रहा। विधायक जय राम महतो ने बताया कि यह मंच स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो जी की स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने शिक्षा, क्षेत्रीय पहचान और सामाजिक बदलाव को लेकर अपनी पूरी ज़िंदगी संघर्ष में बिताई। महतो जी ने शिक्षा को बदलाव का सबसे बड़ा हथियार माना और गरीबों, दलितों, पिछड़ों को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया।
विधायक जय राम महतो ने कहा: “हमारा यह प्रयास बिनोद बाबू के विचारों को वर्तमान पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम है। अगर युवा आगे बढ़ेगा, तो झारखंड का भविष्य उज्ज्वल होगा।”
छात्रों ने दिखाई प्रतिभा, मिली सराहना
सम्मानित छात्रों ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि इस तरह के सम्मान समारोहों से आत्मविश्वास बढ़ता है और नई प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, विचार गोष्ठी और संवाद सत्र भी आयोजित हुए, जिससे छात्रों में नेतृत्व कौशल और सामाजिक जिम्मेदारी का भाव विकसित हुआ।





न्यूज़ देखो: शिक्षा का उत्सव, प्रेरणा का मंच
‘प्रतिभा सम्मान समारोह’ जैसे आयोजन समाज को यह संदेश देते हैं कि अगर प्रतिभा को मंच मिले, तो वो भविष्य गढ़ सकती है। ‘न्यूज़ देखो’ ऐसे आयोजनों को कवर कर युवाओं की मेहनत और नेतृत्व क्षमता को सामने लाने में गर्व महसूस करता है।
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सम्मानित हो मेहनत, जागे जिम्मेदारी
झारखंड का यह आयोजन एक उदाहरण है कि जब समाज के नायक शिक्षा को सर्वोपरि मानते हैं, तो परिवर्तन निश्चित होता है। ऐसे प्रयासों की सराहना होनी चाहिए और उन्हें पूरे राज्य में फैलाना चाहिए। अगर आपको यह खबर प्रेरणादायक लगी, तो इसे शेयर करें और गुमनाम प्रतिभाओं तक पहुंचाएँ।