
#जपला #श्रीरामकथा : नौ दिवसीय कथा के अंतिम दिन हवन, भजन, भंडारा और संतवाणी के बीच श्रद्धालुओं ने अनुभव की गहरी आध्यात्मिक ऊर्जा।
- जपला, हुसैनाबाद (पलामू) स्थित मां तारा शक्ति दुर्गा मंदिर, कर्पूरी मैदान में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का विधिवत समापन हुआ।
- बबलू सिंह (जिलाध्यक्ष, झामुमो किसान मोर्चा) और पूर्व जिप उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
- कथा वाचिका पूज्या कनक पांडेय जी की वाणी से हजारों श्रद्धालु भाव-विभोर हुए।
- हवन, पूजन और भव्य भंडारे में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया।
- आयोजन नव युवक संघ पूजा समिति दरुआ एवं मां तारा शक्ति देवी मंदिर समिति द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
- मुख्य संयोजक अखिलेश तिवारी सहित समिति सदस्यों व कार्यकर्ताओं ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
जपला के मां तारा शक्ति दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा का समापन गुरुवार को अत्यंत भव्यता और आध्यात्मिक उल्लास के साथ हुआ। अंतिम दिन का वातावरण भजन, जयकारों और भक्तिरस से इस तरह सराबोर था कि पूरा मैदान मानो दिव्य ऊर्जा से आलोकित हो उठा। हवन-पूजन के बाद विशाल भंडारे में भक्तों की लंबी कतारें उमड़ पड़ीं और श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण कर आध्यात्मिक संतोष का अनुभव किया।
समापन अवसर पर झामुमो किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष बशिष्ठ कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह पहुंचे और पूज्या कनक पांडेय जी से आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा केवल धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में सद्भाव, नैतिकता और एकता को स्थापित करने वाला दिव्य माध्यम है। उनके अनुसार यह आयोजन पूरे जपला क्षेत्र के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा और सौभाग्य का स्रोत रहा।
इसी कार्यक्रम में हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय नेता व पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भक्ति मनुष्य को सही मार्ग दिखाती है और श्रीराम कथा से जीवन में अनगिनत प्रेरणाएँ व शिक्षाएँ मिलती हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद ग्रहण किया और समिति द्वारा किए गए अनुकरणीय आयोजन की सराहना की। उनके संबोधन के दौरान उपस्थित लोग भावविभोर हो उठे और मैदान में श्रद्धा का वातावरण और गहरा हो गया।
नौ दिनों तक भक्ति, शिक्षा और प्रेरणा का अद्भुत संगम
5 नवंबर से प्रारंभ हुई इस कथा में रोजाना हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। पूज्या कनक पांडेय जी की मधुर वाणी में श्रीराम के आदर्शों, नीति, मर्यादा और चरित्र के प्रसंगों ने भक्तों को भावविभोर किया। कथा स्थल पर प्रतिदिन भजन-संकीर्तन और आध्यात्मिक विमर्श का विशेष आयोजन भी होता रहा, जिसने पूरे क्षेत्र को धार्मिक वातावरण से भर दिया।
समिति ने निभाई अनुकरणीय जिम्मेदारी
कथा का आयोजन नव युवक संघ पूजा समिति दरुआ एवं मां तारा शक्ति देवी मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
मुख्य संयोजक अखिलेश तिवारी के नेतृत्व में समिति के अधिकारी—संदीप कुमार (अध्यक्ष), अविनाश तिवारी (उपाध्यक्ष), चंदन कुमार सिंह (सचिव), अनिक कुमार सिंह (उपसचिव), सुबोध सिंह (कोषाध्यक्ष), निरंजन कुमार (उपकोषाध्यक्ष)—तथा सभी कार्यकर्ताओं ने अत्यंत समर्पण के साथ आयोजन को सफल बनाया।
विशेष रूप से मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष पवन लाल अग्रवाल का योगदान अत्यंत उल्लेखनीय रहा। उन्होंने सेवा, समन्वय और व्यवस्था को सुचारू रखने में अग्रणी भूमिका निभाई, जिसके कारण पूरा आयोजन अनुशासन और आध्यात्मिक गरिमा से युक्त रहा।
भक्ति और उत्साह से गूंज उठा पूरा जपला
समापन के साथ ही कर्पूरी मैदान ‘जय श्रीराम’ के जयघोष, ढोल-मांदर और भक्ति संगीत से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने इस आयोजन को जपला की एक अविस्मरणीय, दिव्य और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करने वाली ऐतिहासिक घटना बताया। नौ दिनों तक जपला और आसपास के गांवों में भक्ति का वातावरण बना रहा, जो आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा।
न्यूज़ देखो: आध्यात्मिक आयोजनों से सामाजिक एकता का संदेश
जपला में आयोजित श्रीराम कथा यह दर्शाती है कि आध्यात्मिक कार्यक्रम केवल श्रद्धा का केंद्र नहीं होते, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों, सामूहिकता और सकारात्मक ऊर्जा को भी मजबूत करते हैं। ऐसे आयोजनों से समुदाय के बीच सद्भाव बढ़ता है और नई पीढ़ी को आदर्शों व संस्कारों का मार्ग मिलता है।
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भक्ति से प्रेरणा, समाज में समरसता
श्रीराम कथा का संदेश है कि सत्य, मर्यादा और कर्तव्यभाव मानव जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। यह समय है कि हम सब इस प्रेरणा को अपने जीवन में उतारें और समाज में प्रेम, एकता और सद्भाव बढ़ाने में सहभागिता करें।
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