#गुमला #दुर्गापूजा : डुमरी प्रखंड में माता रानी की प्रतिमाओं का श्रद्धापूर्वक विसर्जन, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न
- डुमरी प्रखंड में शुक्रवार को दुर्गा पूजा समिति के नेतृत्व में माता रानी का विसर्जन किया गया।
- जुलूस नवाडीह चौक, रविंद्र नगर और बैलटोली होते हुए पूरे डुमरी बस्ती का भ्रमण कर विसर्जन स्थल तक पहुँचा।
- श्रद्धालु माता रानी के जयकारों और DJ की धुनों के साथ भक्ति और उत्साह में डूबे हुए थे।
- विसर्जन के समय डुमरी थाना प्रभारी अनुज कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई।
- सभी प्रतिमाओं का विधिवत पूजन-अर्चन कर स्थानीय तालाब में विसर्जन किया गया, पूरे क्षेत्र में “जय माता दी” के जयकारे गूँज उठे।
डुमरी प्रखंड में माता रानी का विसर्जन भक्ति, श्रद्धा और हर्षोल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ। सुबह से ही श्रद्धालु विसर्जन की तैयारियों में जुटे रहे और सज-धजे ट्रॉलियों में माता रानी की प्रतिमाओं को जुलूस के रूप में निकाला गया। जुलूस नवाडीह चौक से रविंद्र नगर, बैलटोली होते हुए पूरे बस्ती का भ्रमण कर विसर्जन स्थल तक पहुँचा, जहाँ विधिवत पूजन-अर्चन के पश्चात प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
जुलूस और भक्ति का उत्सव
जुलूस में शामिल श्रद्धालु माता रानी के जयकारों के साथ उत्साहपूर्ण तरीके से आगे बढ़े। DJ की धुनों और ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोग नाचते-गाते हुए विसर्जन स्थल तक पहुँचे। पूरा मार्ग भक्तिमय वातावरण से सराबोर था और मार्ग में उपस्थित लोगों ने माता रानी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
स्थानीय श्रद्धालु ने कहा: “माता रानी की कृपा से इस वर्ष का दुर्गा पूजा सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और हम अगले वर्ष और भी भव्य आयोजन की तैयारी करेंगे।”
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक सहयोग
कार्यक्रम के दौरान डुमरी थाना प्रभारी अनुज कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजामों के कारण विसर्जन यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई और किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं हुई। प्रशासन और पुलिस की सतर्कता ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
थाना प्रभारी अनुज कुमार ने कहा: “हमारे प्रयासों से श्रद्धालु सुरक्षित और सुखद अनुभव के साथ माता रानी का विसर्जन कर पाए। हमारा उद्देश्य हर वर्ष इस तरह की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाना है।”
दुर्गा पूजा समिति का योगदान
डुमरी की दुर्गा पूजा समिति ने विसर्जन की पूरी तैयारी संभाली। सभी प्रतिमाओं का विधिवत पूजन-अर्चन समिति के सदस्यों की उपस्थिति में किया गया। समिति ने मार्ग में सजावट, ट्रॉली और मार्गदर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की ताकि जुलूस सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
समिति के सदस्य ने बताया: “हमारे लिए यह पर्व माता रानी की भक्ति और समुदाय के लोगों के उत्साह को जोड़ने का अवसर है। हर वर्ष हम इसे और भव्य बनाने का प्रयास करेंगे।”
न्यूज़ देखो: डुमरी में श्रद्धापूर्ण और सुव्यवस्थित विसर्जन का संदेश
यह आयोजन दिखाता है कि जब स्थानीय समिति, प्रशासन और पुलिस का सामंजस्यपूर्ण सहयोग हो, तो भव्य और सुरक्षित धार्मिक कार्यक्रम संभव हैं। आयोजन ने समुदाय में सौहार्द, अनुशासन और भक्ति की भावना को मजबूती दी। प्रशासन की सक्रियता और स्थानीय सहभागिता ने इसे एक आदर्श उदाहरण बना दिया।
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