Site icon News देखो

पलामू पांडू में श्री दुर्गा महोत्सव का भव्य आगाज: सांस्कृतिक मंच पर नाट्य प्रस्तुति और गरबा से गूंजा परिसर

#पलामू #दुर्गामहोत्सव : पांडू प्रखंड में नवदुर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में नाट्य एवं सांस्कृतिक महोत्सव का हुआ शुभारंभ

पलामू जिले के पांडू प्रखंड अंतर्गत मुसीखाप पुरवारा टोला में रविवार की रात नवदुर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में आयोजित भव्य नाट्य एवं सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ हुआ। पावन शारदीय नवरात्र की इस दिव्य बेला में उद्घाटन समारोह का वातावरण शंखनाद, घंटानाद और वैदिक मंत्रोच्चार से गूंज उठा।

विधिवत उद्घाटन और शुभकामनाएँ

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे पांडू थाना प्रभारी श्री विगेश कुमार राय, पंचायत समिति सदस्य प्रवेश साव और समिति के अध्यक्ष छोटन शर्मा ने सामूहिक रूप से माता रानी के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की और रेशमी फीता काटकर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

थाना प्रभारी विगेश कुमार राय ने कहा: “दुर्गा पूजा शांति, सौहार्द और धर्ममय वातावरण का अनुपम पर्व है। यह महोत्सव हमें आपसी भाईचारा, सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। माता रानी की असीम कृपा से ही समाज में सुख, समृद्धि और मंगल का संचार होता है।”

उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि इस पावन पर्व को प्रेम और एकता के साथ मनाएँ तथा समाज में धार्मिक सहिष्णुता का संदेश फैलाएँ।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की भव्यता

उद्घाटन के बाद देवी स्तुति, भजन-कीर्तन और भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की श्रृंखला आरंभ हुई। गाँव के युवा कलाकारों ने पौराणिक गाथा पर आधारित नाट्य प्रस्तुति दी, जबकि बालिकाओं ने गरबा और देवी वंदना नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरा कार्यक्रम दीपों की ज्योति, पुष्पों की सुवास और ढोल-नगाड़ों की लय से और भी अलौकिक बन गया।

श्रद्धालुओं की अपार सहभागिता

कार्यक्रम में ग्रामीणों और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। देर रात तक लोग देवी भक्ति में लीन होकर भजन, कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लेते रहे। आयोजन स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ से माहौल गरिमामय बना रहा।

आयोजन में उपस्थित गणमान्य

मौके पर अवधेश साव, धर्मेंद्र विश्वकर्मा, जयगुरुदेव प्रजापति, अशोक चंद्रवंशी, राजू शर्मा, मुरारी ठाकुर, नंदू यादव, सीताराम विश्वकर्मा, छोटन विश्वकर्मा समेत सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: संस्कृति और भक्ति का संगम

पांडू में आयोजित यह महोत्सव सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि संस्कृति, परंपरा और सामाजिक एकता का अद्भुत उदाहरण है। यहाँ बच्चों और युवाओं की प्रस्तुतियों से यह संदेश मिलता है कि नई पीढ़ी भी भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी हुई है। समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखने का यह आयोजन निश्चित ही प्रेरणादायी है।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

एकता और भक्ति से रोशन हो समाज

यह महोत्सव केवल देवी आराधना का अवसर नहीं बल्कि समाज में प्रेम, सहयोग और एकता की भावना जगाने का भी माध्यम है। जब ग्रामीण बड़े उत्साह से साथ आते हैं तो पर्व का महत्व और बढ़ जाता है। आइए, हम सब इस नवरात्र पर शांति, भाईचारा और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देने का संकल्प लें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएँ और इस प्रेरणा को साझा करें।

📥 Download E-Paper

Exit mobile version