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उमरा जाने वाले ज़ायरीन का जत्था बेतला से रवाना, फूल मालाओं से किया गया इस्तक़बाल

#बरवाडीह #उमरा_सफ़र : धार्मिक जज़्बे और रूहानी माहौल के बीच ज़ायरीन का जत्था मक्का मदीना शरीफ़ के लिए रवाना हुआ

बरवाडीह प्रखंड के बेतला से जुम्मे की शाम एक पुरअसर और रूहानी माहौल में उमरा पर जाने वाले ज़ायरीन का जत्था मक्का मदीना शरीफ़ के लिए रवाना हुआ। इस मौके पर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नसीम अंसारी, विधायक प्रतिनिधि प्रेम कुमार सिंह उर्फ पिंटू और विधायक रामचंद्र सिंह के सुपुत्र सह युथ कांग्रेस स्टेट कोर्डिनेटर विजय बहादुर सिंह उर्फ गुड्डू ने फूल मालाओं से ज़ायरीन का इस्तक़बाल किया और उन्हें नेक दुआओं के साथ रवाना किया।

रूहानी सफ़र की शुरुआत

उमरा जाने वाले जत्थे का सफ़र सिर्फ़ एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि एक रूहानी और इबादती सफ़र भी माना जा रहा है। महीनों की तैयारी के बाद यह पल आया जब इलाक़े के लोग भारी जज़्बे और मोहब्बत के साथ अपने भाइयों को दुआओं के साए में रवाना कर रहे थे।

ज़ायरीन के नाम और उनकी दुआएँ

इस जत्थे में सरीफ़ मियां, नेयामत अली, आश मोहम्मद अपनी-अपनी बीवियों के साथ शामिल हुए। रवाना होने से पहले ज़ायरीन ने कहा कि वह मक्का मदीना शरीफ़ में जाकर इलाक़े के लिए दुआ करेंगे।

ज़ायरीन ने कहा: “हम दुआ करेंगे कि हमारे इलाके में अमन-चैन, ख़ुशहाली और भाईचारा हमेशा क़ायम रहे, लोग आपसी मोहब्बत और इत्तेहाद से रहें।”

मौक़े पर मौजूद लोग

स्थानीय लोग भी इस मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने ज़ायरीन को ढेरों नसीहतों और दुआओं के साथ रवाना किया। पूरा माहौल एकता, मोहब्बत और भाईचारे का पैग़ाम देता दिखा।

न्यूज़ देखो: इबादत और भाईचारे का सफ़र

इस खबर ने यह साफ कर दिया कि धार्मिक अनुष्ठान सिर्फ़ फ़र्ज़ की अदायगी नहीं बल्कि इलाक़े में मोहब्बत, भाईचारे और अमन-चैन को बढ़ावा देने का भी ज़रिया है। ज़ायरीन का यह सफ़र समाज को बेहतर बनाने की दुआओं से भरा हुआ है।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

मोहब्बत और अमन की दुआएँ

अब वक़्त है कि हम सब भी अमन और भाईचारे को मज़बूत करने में अपना हिस्सा डालें। इलाक़े की खुशहाली और मोहब्बत की फिज़ा को क़ायम रखने के लिए आगे आएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि मोहब्बत और एकता का पैग़ाम दूर तक पहुंचे।

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