#नईदिल्ली #संसदीय_कार्यवाही : सांसद विष्णु दयाल राम ने लोकसभा में नियम 377 के तहत ट्रेन रद्दीकरण पर चिंता जताते हुए पुनः परिचालन की मांग उठाई
- 12873/12874 हटिया–आनंद विहार झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस का परिचालन 1 दिसंबर 2025 से 27 फरवरी 2026 तक रद्द।
- सांसद विष्णु दयाल राम ने लोकसभा में नियम 377 के तहत मुद्दा उठाया।
- ट्रेन बंद करने के लिए कोहरे का बहाना बनाए जाने पर कड़ी आपत्ति।
- पिछले वर्ष रेल मंत्री के हस्तक्षेप से रद्दीकरण निर्णय हुआ था वापस।
- ट्रेन से पलामू, गढ़वा, लातेहार, सोनभद्र के लाखों यात्रियों को होता है लाभ।
लोकसभा में बुधवार को पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम ने झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस (12873/12874) के परिचालन रद्द किए जाने को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने नियम 377 के तहत सदन में कहा कि रेलवे हर वर्ष ठंड के मौसम में “कोहरे” का हवाला देकर इस अत्यंत महत्वपूर्ण ट्रेन को महीनों तक रद्द कर देता है। इस बार भी 1 दिसंबर 2025 से 27 फरवरी 2026 तक ट्रेन बंद करने का निर्णय लिया गया है, जिससे लाखों यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कोहरे का बहाना बनाकर हर साल रद्द होती है ट्रेन: सांसद
सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ठंड के मौसम में इस ट्रेन को रद्द करना रेलवे की “परंपरा” बन गई है। उन्होंने स्मरण दिलाया कि पिछले वर्ष भी रेलवे बोर्ड ने कोहरे का कारण बताकर ट्रेन बंद करने का निर्णय लिया था, लेकिन आम जनता की दुश्वारियों को अवगत कराने पर माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हस्तक्षेप कर उस निर्णय को वापस ले लिया था।
आकांक्षी जिलों के लिए जीवनरेखा है यह ट्रेन
सांसद ने कहा कि हटिया–आनंद विहार झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस, पलामू, गढ़वा, लातेहार (झारखंड) और सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) जैसे आकांक्षी जिलों के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- दिल्ली से कनेक्टिविटी,
- छात्रों का आवागमन,
- व्यापारिक यात्रा,
- और राजधानी के बड़े अस्पतालों में इलाज—इन सभी के लिए यह ट्रेन सर्वोत्तम साधन है।
उन्होंने कहा कि जहां इन जिलों में आवागमन के साधन बढ़ाए जाने चाहिए, वहीं तीन महीने तक इस ट्रेन को बंद करना यात्रियों के साथ अन्याय है।
सांसद ने रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड को भेजा पत्र
सांसद विष्णु दयाल राम ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में
- माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, तथा
- रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री सतीश कुमार
को पत्र लिखकर रद्दीकरण आदेश वापस लेने का अनुरोध किया है। उन्होंने सदन के माध्यम से भी मांग रखी कि निर्णय को तत्काल निरस्त किया जाए और ट्रेन का परिचालन पुनः प्रारंभ कराया जाए।
संसद में स्पष्ट मांग — रद्दीकरण आदेश वापस लिया जाए
सांसद ने कहा, “माननीय रेल मंत्री जी से आग्रह करता हूं कि कोहरे का बहाना बनाकर ट्रेन बंद करने की परंपरा समाप्त की जाए और झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस का परिचालन तुरंत बहाल किया जाए।”
न्यूज़ देखो: यात्रियों की समस्याओं से जुड़ा बड़ा मुद्दा फिर सुर्खियों में
झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि कई जिलों के लिए राजधानी से जीवनरेखा समान है। सर्दियों में रद्दीकरण का सिलसिला वर्षों से यात्रियों को परेशान कर रहा है। संसद में मुद्दा उठने के बाद उम्मीद है कि इस बार भी रेल मंत्रालय सकारात्मक कदम उठाएगा।
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