
#सिमडेगा #शोकसभा : पूर्व विधायक स्व जॉर्ज तिर्की को अंतिम विदाई देने पहुंचे झारखंड और उड़ीसा के नेता
- सुंदरगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक स्व. जॉर्ज तिर्की का हुआ अंतिम संस्कार।
- अंतिम यात्रा में लाखों की भीड़ उमड़ी, मिसा पूजा के बाद कब्र पर दी गई श्रद्धांजलि।
- सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी हुए शामिल।
- नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि और शोक संवेदना।
- आदिवासी अस्मिता और अधिकारों की लड़ाई में उनका योगदान ऐतिहासिक बताया गया।
उड़ीसा के सुंदरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके वरिष्ठ आदिवासी नेता स्व. जॉर्ज तिर्की का निधन एक अपूरणीय क्षति के रूप में देखा जा रहा है। रविवार को आयोजित उनकी अंतिम यात्रा और संस्कार में लाखों की भीड़ उमड़ी। मिसा पूजा के बाद उनके कब्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर न केवल उड़ीसा बल्कि झारखंड से भी कई बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
झारखंड से नेताओं की उपस्थिति
स्व. तिर्की की अंतिम यात्रा में सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने व्यक्तिगत रूप से शिरकत की और श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा कई स्थानीय प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे, जिनमें जिप सदस्य जोसिमा खाखा, सामरोम पॉल टोपनो, प्रमुख बिपिन पंकज मिंज, विधायक प्रतिनिधि रावेल लकड़ा, शीतल तिर्की, अरविंद लुगुन, विजय किंडो, अशोक तिर्की, एशियन खेस, अनुपमा कंडुलना, प्रतिमा कुजूर, उर्मिला केरकेट्टा, सुचिता तिर्की, अंजली रानी, जुली लुगुन, असित केरकेट्टा और जोहार लाल एक्का शामिल थे।
भूषण बाड़ा ने जताया दुख
विधायक भूषण बाड़ा: “पूर्व विधायक जॉर्ज तिर्की जी का जाना पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। आदिवासी अस्मिता और अधिकारों की लड़ाई में उनका योगदान ऐतिहासिक है। वे न्याय और सादगी के प्रतीक थे। हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प लेते हैं।”
नमन विक्सल कोंगाड़ी की श्रद्धांजलि
विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी: “जॉर्ज तिर्की जी एक सशक्त और जनप्रिय नेता थे। उन्होंने सुंदरगढ़ की जनता की सेवा को ही अपना जीवन समर्पित किया। उनका सरल व्यक्तित्व और जनता से जुड़ाव हम सबके लिए प्रेरणा है। वे आदिवासी समाज की आवाज़ बनकर हमेशा संघर्ष करते रहे।”
आदिवासी राजनीति में अमिट छाप
स्वर्गीय जॉर्ज तिर्की को आदिवासी अस्मिता और अधिकारों की लड़ाई के सशक्त प्रहरी के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। राजनीति में रहते हुए उन्होंने समाज के हर वर्ग की आवाज़ उठाई और आदिवासी हितों को सर्वोपरि रखा। उनकी सादगी और संघर्षशील जीवनशैली उन्हें आम जनता से जोड़ती थी।



न्यूज़ देखो: संघर्ष और सादगी की विरासत
जॉर्ज तिर्की की जीवन यात्रा हमें बताती है कि सच्चे नेता जनता की सेवा और संघर्ष से अमर होते हैं। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रेरणा बनकर रहेंगे जॉर्ज तिर्की
अब समय है कि हम सभी समाज के लिए जॉर्ज तिर्की के अधूरे सपनों को पूरा करने का प्रयास करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचे।