
#बरवाडीह #सड़कनिर्माण : चमरडीहा से लंका होते हुए मंगरा तक छह करोड़ की सड़क योजना का भूमि पूजन, शिलापट्ट नहीं लगने पर ग्रामीणों में असमंजस और रोष
- बरवाडीह (लातेहार) में विधायक रामचन्द्र सिंह ने रविवार को चमरडीहा–लंका–मंगरा सड़क निर्माण के लिए भूमि पूजन किया।
- करीब 6 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 6 किलोमीटर सड़क निर्माण प्रस्तावित।
- निर्माण स्थल पर शिलापट्ट और योजना बोर्ड नहीं लगाए जाने से ग्रामीणों में असमंजस।
- स्थानीय लोगों का दावा – कई जगह सड़क का समतलीकरण व मेटल बिछाने का काम पहले ही शुरू हो चुका था।
- विधायक ने ठेकेदार को गुणवत्ता सुनिश्चित करने और शिकायत होने पर तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- शिलापट्ट न लगाने को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी और संदेह दोनों।।
रविवार को बरवाडीह प्रखंड के चमरडीहा–लंका–मंगरा मार्ग पर नई सड़क निर्माण परियोजना के लिए भूमि पूजन किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक रामचन्द्र सिंह के साथ बीडीओ रेशमा रेखा मिंज, एसडीपीओ भरत राम तथा स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे। हालांकि सड़क निर्माण के लिए योजना बोर्ड और शिलापट्ट नहीं लगाए जाने से ग्रामीणों में भ्रम की स्थिति देखने को मिली। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कई हिस्सों में समतलीकरण और मेटल बिछाने का काम पहले ही शुरू हो चुका था, जिसके बाद भूमि पूजन किया गया। इससे लोगों में परियोजना की वास्तविक प्रगति और बजट को लेकर कई सवाल उठने लगे।
भूमि पूजन के दौरान ग्रामीणों की उपस्थिति और विधायकीय संदेश
भूमि पूजन गांव के गौंआ और ग्राम प्रधान द्वारा विधिवत कराया गया, जिसके बाद विधायक और अधिकारियों ने नारियल फोड़कर निर्माण कार्य की शुरुआत की। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने सड़क निर्माण को आवश्यक बताते हुए खुशी जताई।
विधायक रामचन्द्र सिंह ने कहा कि यह सड़क ग्रामीण यातायात को सुगम बनाने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। उन्होंने ठेकेदार को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा:
रामचन्द्र सिंह ने कहा: “सड़क निर्माण में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि ग्रामीणों को घटिया कार्य दिखे तो तुरंत शिकायत करें, कार्रवाई सुनिश्चित होगी।”
विधायक ने सड़क की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि निर्माण कार्य समयबद्ध और मानक अनुरूप पूरा कराया जाएगा।
बिना शिलापट्ट सड़क निर्माण शुरू होने पर ग्रामीणों में असमंजस
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के लिए न तो शिलापट्ट लगाया गया है और न ही योजना बोर्ड, जिससे क्षेत्र के लोगों को यह स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है कि यह सड़क किस विभाग द्वारा किस कुल राशि से बनाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार चमरडीहा अंडरपास के पास शिलापट्ट लगाने का प्लेटफ़ॉर्म करीब दो महीने पहले बना दिया गया था, लेकिन भूमि पूजन के समय उस पर शिलापट्ट नहीं लगाया गया। इसके बजाय तीन किलोमीटर दूर लंका में एक साधारण बैनर लगाकर कार्यक्रम कर दिया गया।
स्थानीय लोगों ने इसे पारदर्शिता की कमी बताते हुए नाराजगी व्यक्त की। ग्रामीणों का आरोप है कि बजट और दूरी को गोपनीय रखने के लिए शिलापट्ट नहीं लगाया गया है। कई ग्रामीणों ने कहा कि पहले से सड़क कार्य शुरू कर देना और बाद में भूमि पूजन करना संदेह पैदा करता है।
सड़क निर्माण की वर्तमान स्थिति और ग्रामीणों की मांग
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि सड़क में कई स्थानों पर पहले ही सफाई, समतलीकरण और मेटल बिछाने का काम किया जा चुका है। लोगों का कहना है कि यदि सड़क निर्माण कार्य शुरू हो गया था, तो बिना शिलापट्ट के भूमि पूजन क्यों किया गया?
ग्रामीणों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि निर्माण कार्य के संपूर्ण विवरण के साथ शिलापट्ट जल्द लगाया जाए, ताकि सभी नागरिक परियोजना की वास्तविक जानकारी प्राप्त कर सकें।
जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका और अपेक्षाएँ
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद बीडीओ रेशमा रेखा मिंज और एसडीपीओ भरत राम ने भी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर परियोजना को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने की बात कही।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क बनने से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन आसान होगा और विशेषकर बरसात में लोगों को राहत मिलेगी।

न्यूज़ देखो: शिलापट्ट गायब, पारदर्शिता पर सवाल
यह मामला बताता है कि विकास कार्य शुरू करना जितना जरूरी है, उतना ही आवश्यक है पारदर्शिता और सूचना का अधिकार सुनिश्चित करना। जब ग्रामीणों को परियोजना का बजट, विभाग और वास्तविक स्थिति न पता हो, तो अविश्वास पैदा होना स्वाभाविक है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट जानकारी सार्वजनिक करके संदेह दूर करना चाहिए।
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सड़क निर्माण जैसी परियोजनाएँ तभी सफल होती हैं जब जनता सतर्क, प्रशासन उत्तरदायी और जनप्रतिनिधि पारदर्शी हों। ग्रामीणों की जागरूकता और सवाल पूछने की आदत विकास को सही दिशा देती है।
अपने क्षेत्र की योजनाओं, बजट और कार्यप्रगति की जानकारी रखना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है।
आप भी अपने क्षेत्र के विकास कार्यों पर नज़र रखें, जिम्मेदारों से सवाल करें और आवश्यक सुधारों की मांग करते रहें।
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