
#गिरिडीह #दुर्घटना : हरिचक रेलवे ट्रैक पर युवक का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में दहशत, पुलिस जांच में जुटी
- हरिचक, पचम्बा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह 30 वर्षीय प्रकाश दास का शव मिला।
- शव रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत स्थिति में मिलने से सनसनी फैल गई।
- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
- परिजनों के अनुसार मृतक घर में आपसी विवाद से तनाव में था।
- प्रकाश दास की पत्नी और दो छोटे बच्चे अब असहाय; घर में मातम।
- पुलिस परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ कर घटना की वास्तविक वजह जानने का प्रयास कर रही है।
मंगलवार सुबह गिरिडीह के पचम्बा थाना क्षेत्र स्थित हरिचक में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब रेलवे ट्रैक के पास एक युवक का क्षत-विक्षत शव दिखाई दिया। स्थानीय ग्रामीण सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान ट्रैक के किनारे पहुंचे तो उन्होंने यह भयावह दृश्य देखा और तुरंत इसकी सूचना पचम्बा थाना पुलिस को दी। मृतक की पहचान हरिचक निवासी प्रकाश दास, उम्र लगभग 30 वर्ष, पुत्र टुपलाल दास के रूप में हुई। घटना के बाद से पूरे गांव में शोक और दहशत का माहौल है।
घटना स्थल पर पुलिस की पहुंच, पोस्टमार्टम से स्पष्ट होगी वजह
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मामला आत्महत्या, दुर्घटना या किसी अन्य संदिग्ध कारण से हुई मौत का है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेज दिया है जहां पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वास्तविक वजह साफ हो सकेगी। पुलिस ग्रामीणों और परिजनों से पूछताछ कर घटनाक्रम को जोड़ने का प्रयास कर रही है।
घर में विवाद से था तनावग्रस्त, कह रहे ग्रामीण
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रकाश दास पिछले कुछ दिनों से घर में आपसी विवाद के कारण तनाव में था। ग्रामीणों का कहना है कि संभवतः मानसिक दबाव के कारण उसने यह चरम कदम उठाया हो। हालांकि पुलिस का कहना है कि जब तक पोस्टमार्टम और जांच पूरी नहीं होती, किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगा।
पेंटिंग का काम कर परिवार चलाता था, पत्नी और बच्चों पर बड़ा संकट
जानकारी के मुताबिक प्रकाश दास पेंटिंग का काम करता था और इसी से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। उसके पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, जो अचानक हुए इस हादसे के बाद बेसहारा हो गए हैं। परिजन लगातार रो रहे हैं और घर में मातम पसरा है। पड़ोसियों के अनुसार परिवार आर्थिक रूप से भी कमजोर है, जिससे उनकी स्थिति और अधिक दयनीय हो गई है।
पूरे क्षेत्र में शोक की लहर, पुलिस जुटी जांच में
इस दर्दनाक घटना के बाद हरिचक और आसपास के गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग घटना से स्तब्ध हैं और इसका कारण जानना चाहते हैं। पुलिस लगातार सुराग इकट्ठा कर रही है और मोबाइल कॉल डिटेल, पारिवारिक पृष्ठभूमि तथा मानसिक तनाव जैसे पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
न्यूज़ देखो: सामाजिक तनाव और मानसिक दबाव की अनदेखी बन सकती है घातक
मामला चाहे आत्महत्या का हो या दुर्घटना का, यह स्पष्ट संकेत देता है कि सामाजिक और पारिवारिक तनावों को समय रहते समझना और सुलझाना बेहद जरूरी है। प्रशासनिक जांच अपनी जगह है, लेकिन इससे बड़ा सवाल है—क्या हम अपने आसपास के लोगों की परेशानियों को समय रहते पहचान पा रहे हैं?
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जीवन अनमोल है — मानसिक तनाव को नजरअंदाज न करें
किसी भी तनाव, विवाद या अवसाद की स्थिति में चुप न रहें।
परिवार, मित्रों और समुदाय के साथ बात करें—समाधान की शुरुआत संवाद से होती है।
अपने आसपास मानसिक रूप से परेशान लोगों की मदद के लिए आगे आएं।
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