#मेदिनीनगर #प्राचार्यस्वागत : छात्र नेता हिमांशु के नेतृत्व में बुके और अंगवस्त्र के साथ हुआ अभिनंदन — डॉ. अजय कुमार पासवान ने विद्यार्थियों के हित में कार्य का दिया आश्वासन
- जनता शिवरात्रि महाविद्यालय, सुदना में डॉ. अजय कुमार पासवान बने नए प्रभारी प्राचार्य
- छात्र नेता हिमांशु ने किया स्वागत, विद्यार्थियों के हित में काम की जताई उम्मीद
- प्राचार्य ने कहा: छात्रों के लिए हमेशा खुला रहेगा दरवाज़ा
- समस्याओं का त्वरित समाधान करने का दिया भरोसा
- निशांत पांडेय, बिट्टू पाठक, अभिषेक चौबे भी रहे मौजूद
छात्रों ने जताई नई नेतृत्व से सकारात्मक अपेक्षा
मेदिनीनगर के सुदना स्थित जनता शिवरात्रि महाविद्यालय में डॉ. अजय कुमार पासवान को प्रभारी प्राचार्य बनाए जाने के बाद मंगलवार को उनका छात्र नेता हिमांशु के नेतृत्व में गरिमामय स्वागत किया गया।
बुके और अंगवस्त्र भेंट कर छात्र प्रतिनिधियों ने प्राचार्य को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनके कार्यकाल में पठन-पाठन का माहौल और बेहतर होगा।
छात्र नेता हिमांशु ने कहा कि महाविद्यालय को लंबे समय से एक ऐसे नेतृत्व की जरूरत थी जो छात्रहित को प्राथमिकता दे।
उन्होंने विश्वास जताया कि डॉ. पासवान के नेतृत्व में शैक्षणिक व्यवस्था और अनुशासन में सुधार होगा।
प्राचार्य ने दिया भरोसा: “हर विद्यार्थी के लिए खुला रहेगा कार्यालय”
स्वागत समारोह में प्रभारी प्राचार्य डॉ. अजय कुमार पासवान ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट कहा कि वे विद्यार्थियों के हितों की रक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र को अगर कोई समस्या हो, तो वह बेझिझक उनसे संपर्क कर सकता है।
डॉ. अजय कुमार पासवान ने कहा: “विद्यार्थियों के लिए मेरा दरवाज़ा हमेशा खुला रहेगा। हम मिलकर महाविद्यालय को एक आदर्श शिक्षण संस्थान बनाएंगे।”
शिक्षा और संवाद के लिए बना रहेगा सहयोग
इस अवसर पर निशांत पांडेय, बिट्टू पाठक, अभिषेक चौबे सहित अन्य छात्र प्रतिनिधि भी मौजूद रहे, जिन्होंने प्राचार्य को बधाई दी और प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय का संकल्प लिया।
न्यूज़ देखो: शैक्षणिक नेतृत्व से छात्रों को नई दिशा की उम्मीद
महाविद्यालयों में प्रभावी प्रशासनिक नेतृत्व ही छात्रों के सर्वांगीण विकास की कुंजी होता है।
‘न्यूज़ देखो’ डॉ. अजय कुमार पासवान के इस नए दायित्व को एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देखता है, जहाँ छात्र-प्रशासन के बीच संवाद और भरोसा बढ़ेगा।
हम आशा करते हैं कि यह पहल महाविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन के नए मानक स्थापित करेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक छात्र, सशक्त महाविद्यालय
शिक्षा सिर्फ पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहाँ नेतृत्व, संवाद और समस्या-समाधान के मूल्य पनपते हैं।
आइए मिलकर ऐसे नेतृत्व का स्वागत करें, जो छात्रों की आवाज़ को सुनने और बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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