
#पोखरीकलां #जर्जरभवन : एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र पहुंचे कैमूल मियां सहित कई लोग हादसे से बच गए।
- पोखरी कलां पंचायत भवन का जर्जर छज्जा अचानक टूटकर गिरा।
- कैमूल मियां समेत दर्जनों ग्रामीण नीचे मौजूद थे, सभी बाल-बाल बचे।
- भवन में संचालित एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र की गतिविधियाँ प्रभावित।
- केंद्र संचालिका शहनाज बानो ने भवन की अत्यंत खराब स्थिति बताई।
- पंचायत मुखिया नीतू देवी ने कहा—उपायुक्त को जर्जर भवन के जीर्णोद्धार हेतु प्रतिवेदन भेजा गया है।
बरवाडीह प्रखंड के पोखरी कलां पंचायत भवन में शुक्रवार को उस समय बड़ा हादसा टल गया, जब वर्षों पुराने जर्जर भवन के छज्जे का प्लास्टर अचानक टूटकर नीचे गिर पड़ा। उसी समय पंचायत भवन में संचालित एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र में अपनी आवश्यक कार्यों के लिए आए कैमूल मियां समेत कई ग्रामीण मौजूद थे। प्लास्टर गिरने की आवाज और अचानक फैली धूल से हड़कंप मच गया, लेकिन सौभाग्य से कोई भी ग्रामीण घायल नहीं हुआ। भवन की खस्ता हालत एक बार फिर बड़ी दुर्घटना की चेतावनी देकर चली गई।
भवन की हालत बेहद जर्जर, बारिश में टपकता है पानी
एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र की संचालिका शहनाज बानो ने बताया कि पंचायत भवन कई सालों से मरम्मत के अभाव में खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है। दीवारों में बड़े-बड़े दरारें पड़ चुकी हैं, अनेक स्थानों पर प्लास्टर झड़ चुका है और बरसात में छत से लगातार पानी टपकता है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में ग्राहक सेवा केंद्र चलाना मुश्किल हो जाता है और किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीणों ने भी बताया कि वे भवन में कदम रखते ही डर के माहौल में रहते हैं।
मुखिया नीतू देवी ने स्वीकारा भवन का जीर्ण-शीर्ण होना
पोखरी कलां की मुखिया नीतू देवी ने भी भवन की जर्जर स्थिति की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह पंचायत भवन करीब एक दशक पूर्व बनाया गया था, लेकिन अब इसकी हालत बेहद खराब हो चुकी है।
मुखिया ने बताया कि भवन के जीर्णोद्धार के लिए उपायुक्त लातेहार को प्रतिवेदन भेज दिया गया है और आश्वस्त किया कि जल्द ही इस भवन की मरम्मत या पुनर्निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
ग्रामीणों में दहशत, लेकिन राहत कि किसी की जान नहीं गई
घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है। उनका कहना है कि अगर उस समय भीड़ अधिक होती या कोई बच्चा प्लास्टर के बिल्कुल नीचे खड़ा होता, तो गंभीर हादसा हो सकता था।
ग्रामीणों ने मांग की है कि जब तक भवन की मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक एसबीआई सीएसपी जैसी सेवाओं को किसी वैकल्पिक सुरक्षित स्थान पर संचालित किया जाए।
न्यूज़ देखो: जर्जर भवनों की अनदेखी से बढ़ रहा खतरा
यह घटना बताती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षों से उपेक्षित सरकारी भवन अब दुर्घटनाओं का कारण बनते जा रहे हैं। पोखरी कलां पंचायत भवन का गिरता प्लास्टर सिर्फ एक संकेत है कि समय रहते रख-रखाव न होने से जान का जोखिम बढ़ जाता है।
प्रशासन को चाहिए कि वह इस घटना को चेतावनी के तौर पर लेते हुए पुरानी पंचायत इमारतों की तुरंत जांच कराए और आवश्यक मरम्मत सुनिश्चित करे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित सार्वजनिक भवन से ही सुरक्षित जनता
पोखरी कलां पंचायत भवन की यह घटना बताती है कि सुरक्षा और संरचनात्मक मजबूती किसी भी सार्वजनिक सेवा का आधार है। यदि भवन जर्जर हों, तो उनमें चलने वाली आवश्यक सेवाएं भी जोखिम में पड़ जाती हैं। अब समय है कि हम सभी मिलकर सुरक्षित सार्वजनिक ढांचे की मांग को मजबूत करें और प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के लिए प्रेरित करें।
अपने क्षेत्र के सरकारी भवनों की स्थिति को देखें, समस्या दिखे तो आवाज उठाएँ और दूसरों को भी जागरूक करें।
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