
#कोलेबिरा #विकास_निरीक्षण : बीडीओ ने रैंसिया पंचायत में आम बागवानी, बिरसा सिंचाई कूप और दीदीबाड़ी सहित कई योजनाओं की प्रगति का मौके पर जाकर किया निरीक्षण
- रैंसिया पंचायत में बीडीओ का औचक निरीक्षण, कई योजनाओं की वास्तविक प्रगति देखी गई।
- आम बागवानी, बिरसा सिंचाई कूप और दीदीबाड़ी योजना जैसी महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की समीक्षा।
- निरीक्षण में बीपीओ संजीता कुमारी, सहायक अभियंता शीतल एक्का, कनीय अभियंता परवीन कुमार, पंचायत समिति सदस्य उषा कुमारी मौजूद।
- उर्मिला देवी का कूप निर्माण, फुदन देवी, सुशीला देवी और सोनी देवी की दीदीबाड़ी की स्थिति देखी गई।
- BHGY योजनाओं में उषा कुमारी, कृष्ण सिंह, प्रवीण दास, नकुल दास के कार्यों की विस्तार से समीक्षा।
- लाभुकों और पंचायत कर्मियों को सुधार, घेरान, नाडेप निर्माण, पानी पटावन और साफ–सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश।
कोलेबिरा प्रखंड के रैंसिया पंचायत में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं का आज प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा व्यापक औचक निरीक्षण किया गया। पंचायत स्तर पर आम बागवानी, बिरसा सिंचाई कूप, दीदीबाड़ी योजना और बिरसा हरित ग्राम योजना (BHGY) जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की स्थिति का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया गया। निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे, जिससे योजनाओं की प्रगति की स्पष्ट तस्वीर सामने आई।
पंचायत क्षेत्र में योजनाओं की स्थिति का विस्तृत अवलोकन
बीडीओ ने ग्रामीणों के बीच अत्यंत महत्त्वपूर्ण योजनाओं की जमीनी स्थिति जानने के उद्देश्य से कई स्थलों का निरीक्षण किया।
सबसे पहले उर्मिला देवी के कूप निर्माण कार्य को देखा गया, जहां निर्माण की गुणवत्ता और प्रगति की समीक्षा की गई। इसके बाद फुदन देवी, सुशीला देवी एवं सोनी देवी की दीदीबाड़ी योजनाओं की स्थिति का जायजा लिया गया।
इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों के लिए आत्मनिर्भरता बढ़ाना एवं पोषण सुरक्षा उपलब्ध कराना है।
BHGY योजनाओं की गहन समीक्षा
बीडीओ ने बिरसा हरित ग्राम योजना के अंतर्गत कई लाभुकों—उषा कुमारी, कृष्ण सिंह, प्रवीण दास तथा नकुल दास के कार्यों को करीब से देखा। इस दौरान घेरान, जलकुंड निर्माण, नाडेप कंपोस्ट निर्माण तथा सफाई की स्थिति की विशेष समीक्षा की गई।
निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि योजना के सभी निर्धारित मानक और दिशानिर्देश सही तरीके से लागू हो रहे हों।
अधिकारियों की उपस्थिति और मैदान में की गई समीक्षा
निरीक्षण के दौरान बीपीओ संजीता कुमारी, सहायक अभियंता शीतल एक्का, कनीय अभियंता परवीन कुमार, एवं पंचायत समिति सदस्य उषा कुमारी भी मौजूद रहीं।
इसके अतिरिक्त प्रखंड के तकनीकी पदाधिकारी—एई एवं जेई—ने भी निरीक्षण में सक्रिय भूमिका निभाई।
इन सभी की उपस्थिति से योजनाओं से जुड़े तकनीकी पहलुओं की भी विस्तृत जांच हो सकी।
लाभुकों को स्पष्ट निर्देश: मानक के अनुरूप काम हो
निरीक्षण के दौरान बीडीओ ने पंचायत सचिव, रोजगार सेवक एवं संबंधित लाभुकों को कई आवश्यक दिशा–निर्देश दिए।
उन्होंने कहा:
बीडीओ ने निर्देश दिया: “BHGY के तहत घेरान, जलकुंड, नाडेप निर्माण और साफ-सफाई अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। समय पर पानी पटावन करना भी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि दीदीबाड़ी योजना में लाभुक निर्धारित मानकों के अनुसार पौधारोपण और साग–सब्जी लगाएं, ताकि योजना का वास्तविक लाभ प्राप्त हो सके।
निरीक्षण का उद्देश्य और अपेक्षित सुधार
बीडीओ का यह दौरा ग्रामीण विकास योजनाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
निरीक्षण में जो भी आवश्यक सुधारों की जरूरत सामने आई है, उन पर संबंधित कर्मियों को तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
न्यूज़ देखो: योजनाओं की सच्चाई और प्रशासनिक तत्परता
रैंसिया पंचायत का निरीक्षण इस बात की मिसाल है कि जब प्रशासन स्वयं फील्ड में उतरता है, तभी योजनाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो पाती है। ग्रामीण विकास योजनाओं का सही लाभ तभी मिलता है जब नियमित समीक्षा और सुधार होता रहे। बीडीओ का यह दौरा न केवल जवाबदेही बढ़ाता है बल्कि लाभुकों का विश्वास भी मजबूत करता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
विकास की राह पर कदम बढ़ाएँ — जागरूक रहें, सहयोग करें
गांवों की तरक्की तभी संभव है जब योजनाओं की जानकारी, सही क्रियान्वयन और सामुदायिक भागीदारी तीनों एक साथ चलें।
यदि आप अपने क्षेत्र में किसी योजना में कमी देखते हैं, तो प्रशासन तक पहुँचाने में संकोच न करें—आपकी पहल से एक पूरे समुदाय का भला हो सकता है।
स्थानीय विकास सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की सहभागिता से मजबूत होता है।





