
#हुसैनाबाद : अनुमंडल स्तरीय कार्यशाला में अधिकारियों ने बाल विवाह रोकथाम पर विस्तृत चर्चा—सामूहिक शपथ ली गई।
- बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत अनुमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन।
- एसडीओ ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा—बाल विवाह रोकने में नागरिकों की सहभागिता जरूरी।
- डीएसडब्ल्यूओ नीता चौहान ने जागरूकता कार्यक्रमों और विशेष अभियान की जानकारी दी।
- आंगनबाड़ी कर्मियों, सहिया और धर्मगुरुओं को बताया गया अभियान की मुख्य कड़ी।
- कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक शपथ ली।
हुसैनाबाद प्रखंड सभागार में बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बाल विवाह मुक्त भारत के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण अनुमंडल स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान, अनुमंडल पदाधिकारी सह आईएएस अधिकारी ओमप्रकाश गुप्ता, प्रखंड प्रमुख राजकुमारी देवी, मोहम्मदगंज के सीओ रणवीर कुमार सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। समाज कल्याण विभाग द्वारा सभी अतिथियों को बुके देकर सम्मानित भी किया गया।
बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक अपराध, रोकथाम में सहयोग अनिवार्य: एसडीओ
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीओ ओमप्रकाश गुप्ता ने बाल विवाह को समाज के लिए घातक बताते हुए कहा कि कम उम्र में विवाह कराए जाने से बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और मानसिक विकास पर गहरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह केवल सामाजिक कुरीति ही नहीं, बल्कि कानूनन दंडनीय अपराध भी है और इसे जड़ से समाप्त करने में हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
एसडीओ ने सभी बीडीओ और थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र में एक भी बाल विवाह होने न दें। उन्होंने बताया कि अब हुसैनाबाद में जागरूकता बढ़ी है और समय रहते मिली जानकारी से कई बाल विवाह रोके भी गए हैं। उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं, सहिया और सामाजिक-धार्मिक समूहों को इस अभियान की सबसे मजबूत कड़ी बताया।
स्कूलों, पंचायतों और हाट-बाजारों में चलेंगे विशेष अभियान
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान ने बताया कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा व्यापक जनजागरूकता अभियान शुरू किया जा रहा है। इसके तहत स्कूलों, पंचायत भवनों और हाट-बाजारों में नुक्कड़ नाटक, जनसंवाद और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाल विवाह से प्रभावित बच्चियों को सरकारी योजनाओं से जोड़कर उन्हें मुख्यधारा में लाने की प्रक्रिया तेज की गई है।
सामूहिक शपथ के साथ हुआ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में सभी अधिकारियों, कर्मियों और उपस्थित लोगों ने बाल विवाह रोकने और समाज को सुरक्षित, जागरूक और प्रगतिशील बनाने के लिए सामूहिक शपथ ली।
इस अवसर पर महिला पर्यवेक्षिका सीमा झा, कांन्ति देवी, प्रेमलता कुजूर, शोभा कुमारी, किरण कुमारी, महिला थाना के स.अ.नि. कामेश्वर राम, बाल संरक्षण इकाई के सदस्य, पंचायत प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी सेविकाएं-सहायिकाएं तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों और धर्मगुरुओं की उपस्थिति रही।
न्यूज़ देखो: बाल विवाह मुक्त समाज की दिशा में मजबूत शुरुआत
हुसैनाबाद में आयोजित यह कार्यशाला सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम है। यदि प्रशासन, समाज और नागरिक एकजुट होकर प्रयास करें तो बाल विवाह जैसी कुरीति को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
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जागरूकता ही बदलाव की पहली सीढ़ी
बाल विवाह रोकना सिर्फ प्रशासन की नहीं, समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। आइए, हम सब मिलकर बेटियों के सुरक्षित भविष्य की राह तैयार करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर कर जागरूकता फैलाएं।





