
#सिमडेगा #शिक्षा_विकास : आगामी अकादमिक सत्र से संत जेवियर कॉलेज सिमडेगा में विज्ञान विषय की पढ़ाई शुरू होगी और अनुभवी शिक्षाविद् फादर नबोर लकड़ा इसके शैक्षणिक नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालेंगे
- शनिवार 13 दिसंबर को फादर नबोर लकड़ा एसजे ने विज्ञान संकाय कोऑर्डिनेटर का पदभार संभाला।
- आगामी अकादमिक सत्र से विज्ञान विषयों की पढ़ाई शुरू करने की औपचारिक घोषणा।
- फादर नबोर रसायन विज्ञान विभाग में प्रोफेसर के रूप में भी देंगे सेवाएं।
- 20 वर्षों के शिक्षण अनुभव का लाभ सिमडेगा के छात्रों को मिलेगा।
- स्वागत कार्यक्रम में प्राचार्य फादर डॉ रोशन बा, उप प्राचार्य फादर ब्रूनो टोप्पो सहित सभी शिक्षक और कर्मचारी रहे मौजूद।
- आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ जयंत कुमार कश्यप की भी रही सक्रिय उपस्थिति।
संत जेवियर कॉलेज, सिमडेगा में विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हो चुकी है। लंबे समय से विज्ञान संकाय की मांग कर रहे छात्रों के लिए यह खबर राहत और उत्साह लेकर आई है। शनिवार 13 दिसंबर को कॉलेज प्रशासन ने औपचारिक रूप से यह स्पष्ट कर दिया कि आगामी अकादमिक सत्र से विज्ञान विषय की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसी क्रम में संत जेवियर कॉलेज, रांची के पूर्व प्राचार्य फादर नबोर लकड़ा एसजे ने विज्ञान संकाय के कोऑर्डिनेटर के रूप में पदभार ग्रहण किया। उनके आगमन से कॉलेज के शैक्षणिक वातावरण में नई ऊर्जा और दिशा देखने को मिल रही है।
विज्ञान संकाय की शुरुआत से बदलेगा शैक्षणिक परिदृश्य
सिमडेगा जैसे आदिवासी बहुल जिले में विज्ञान संकाय की उपलब्धता लंबे समय से एक बड़ी आवश्यकता रही है। अब तक विज्ञान की पढ़ाई के लिए छात्रों को रांची, खूंटी या अन्य जिलों का रुख करना पड़ता था। संत जेवियर कॉलेज द्वारा विज्ञान संकाय की शुरुआत से स्थानीय छात्रों को अपने ही जिले में उच्च गुणवत्ता वाली विज्ञान शिक्षा का अवसर मिलेगा। यह पहल न केवल शिक्षा के विकेंद्रीकरण की दिशा में अहम है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों के लिए भी बड़ी राहत साबित होगी।
कॉलेज प्रशासन के अनुसार विज्ञान संकाय में आगे चलकर रसायन विज्ञान, भौतिकी, जीवविज्ञान जैसे विषयों को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। इसके लिए आधारभूत संरचना, प्रयोगशालाएं और प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है।
फादर नबोर लकड़ा का शैक्षणिक योगदान और अनुभव
फादर नबोर लकड़ा एसजे शिक्षा जगत में एक जाना-पहचाना नाम हैं। वे संत जेवियर कॉलेज, रांची के पूर्व प्राचार्य रह चुके हैं और उन्हें लगभग 20 वर्षों का शिक्षण अनुभव प्राप्त है। रसायन विज्ञान में उनकी गहरी विशेषज्ञता और प्रशासनिक दक्षता को देखते हुए उन्हें विज्ञान संकाय का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है।
प्राचार्य फादर डॉ रोशन बा ने स्वागत कार्यक्रम के दौरान फादर नबोर की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि वे छात्र जीवन में एक मेधावी छात्र रहे हैं और उन्होंने रसायन विज्ञान में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। उनके अनुसार, फादर नबोर का अनुभव सिमडेगा के छात्रों के लिए मार्गदर्शक साबित होगा और कॉलेज की शैक्षणिक गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
छात्रों और स्टाफ के लिए बहुआयामी भूमिका
फादर नबोर लकड़ा केवल विज्ञान संकाय के कोऑर्डिनेटर ही नहीं होंगे, बल्कि वे संत जेवियर कॉलेज, सिमडेगा के रसायन विज्ञान विभाग में प्रोफेसर के रूप में भी अपनी सेवाएं देंगे। इसके साथ-साथ उन्हें छात्रों का शैक्षणिक परामर्शदाता और कर्मचारियों की शैक्षणिक उन्नति के लिए मेंटर की भूमिका भी सौंपी गई है।
इस बहुआयामी जिम्मेदारी से यह स्पष्ट होता है कि कॉलेज प्रशासन विज्ञान संकाय को केवल औपचारिक रूप से शुरू नहीं करना चाहता, बल्कि उसे एक मजबूत, गुणवत्तापूर्ण और दीर्घकालिक शैक्षणिक आधार देना चाहता है।
स्वागत कार्यक्रम में दिखी सामूहिक सहभागिता
फादर नबोर लकड़ा के स्वागत में कॉलेज परिसर में एक सादे लेकिन गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर जेसिका निधि तिग्गा ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के सभी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मियों की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि विज्ञान संकाय की शुरुआत को पूरे संस्थान का सामूहिक समर्थन प्राप्त है।
कार्यक्रम में उप प्राचार्य फादर ब्रूनो टोप्पो, आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ जयंत कुमार कश्यप सहित कई वरिष्ठ शिक्षक मौजूद रहे। सभी ने फादर नबोर का स्वागत करते हुए उनसे सिमडेगा के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मार्गदर्शन देने की अपेक्षा जताई।
विज्ञान विषय को लेकर छात्रों में उत्साह
फादर नबोर लकड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि संत जेवियर कॉलेज, सिमडेगा आकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में विज्ञान विषय की मांग बहुत अधिक है और विज्ञान संकाय खुलने से स्थानीय छात्रों को बड़ा लाभ होगा।
फादर नबोर लकड़ा ने कहा: “सिमडेगा के छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो सिर्फ सही मार्गदर्शन और अवसर की। विज्ञान संकाय की शुरुआत से यहां के छात्र राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए बेहतर रूप से तैयार हो सकेंगे।”
उनके इस बयान से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में कॉलेज केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अनुसंधान, प्रयोगात्मक शिक्षा और करियर मार्गदर्शन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
न्यूज़ देखो: सिमडेगा में विज्ञान शिक्षा की मजबूत नींव
यह खबर सिमडेगा जिले में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलाव को दर्शाती है। संत जेवियर कॉलेज द्वारा विज्ञान संकाय की शुरुआत यह साबित करती है कि स्थानीय संस्थान अब क्षेत्रीय जरूरतों के अनुरूप शैक्षणिक निर्णय ले रहे हैं। अनुभवी शिक्षाविद् को नेतृत्व सौंपना कॉलेज प्रशासन की दूरदर्शिता को भी दिखाता है। यह पहल भविष्य में सरकारी और निजी स्तर पर और शैक्षणिक निवेश की मांग को भी मजबूती देगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा से सशक्त सिमडेगा की ओर एक कदम
विज्ञान संकाय की शुरुआत केवल एक नया पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि सिमडेगा के युवाओं के सपनों को पंख देने की पहल है। जब स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होती है, तो पलायन रुकता है और समाज सशक्त बनता है। ऐसे प्रयासों को समर्थन देना हम सभी की जिम्मेदारी है।





