#पलामू #हीटवेव #फ्लाइंगफॉक्स_रेस्क्यू – 43 डिग्री तापमान ने वन्य जीवों की हालत बिगाड़ी, बेलवाटिकर में रेस्क्यू किया गया उड़ने वाला लोमड़ी
- भीषण गर्मी के कारण वन्य जीवों की जान पर बन आई
- इंडियन फ्लाइंग फॉक्स यानी उड़ने वाले लोमड़ी पेड़ से गिरने लगे
- बेलवाटिकर में गिरी उड़ने वाली लोमड़ी का हुआ रेस्क्यू
- 2024 में भी गर्मी के कारण सैकड़ों चमगादड़ और बंदरों की हुई थी मौत
- वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट बोले – समय पर पानी मिले तो बच सकती हैं जानें
जंगलों में गर्मी की मार, पेड़ से गिरा बड़ा फ्लाइंग फॉक्स
पलामू। झारखंड के पलामू जिला में भीषण गर्मी का कहर अब वन्य जीवों पर भी साफ दिखने लगा है। तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है, जिससे इंडियन फ्लाइंग फॉक्स (उड़ने वाला लोमड़ी) जैसे जीव पेड़ों से गिरने लगे हैं।
मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र के बेलवाटिकर इलाके में एक बड़ा फ्लाइंग फॉक्स पेड़ से नीचे गिर गया। इसे देखकर पहले तो स्थानीय लोग डर गए, लेकिन फिर हिम्मत दिखाते हुए उसका रेस्क्यू किया।
विशेषज्ञ बोले – पानी पिलाने से बच सकती है जान
वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट मनीष बख्शी ने बताया कि यह चमगादड़ की इंडियन फ्लाइंग फॉक्स प्रजाति है। गर्मी में जब तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है तो ये जीव हीट स्ट्रोक का शिकार होकर नीचे गिरते हैं। उन्होंने बताया:
“अगर इन उड़ने वाली लोमड़ियों को समय पर पानी पिलाया जाए तो ये जल्दी रिकवर हो जाती हैं और जैसे ही मौसम में ठंडक आती है, ये उड़ जाती हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि महुआडांड़ के जंगलों में इनकी संख्या अधिक है और वहां के हालात पर भी नजर रखने की जरूरत है।
2024 की गर्मी में हो चुकी है मौतें
यह पहली घटना नहीं है। साल 2024 में भी पलामू और आसपास के इलाकों में भारी गर्मी के चलते सैकड़ों चमगादड़ और बंदरों की मौत हो गई थी। इस बार भी गर्मी की तीव्रता और जलस्रोतों की कमी से जीवों की हालत नाजुक बनी हुई है।
‘न्यूज़ देखो’ की अपील: पेड़ों के नीचे रखें पानी के बर्तन
इन परिस्थितियों में ‘न्यूज़ देखो’ आपसे अपील करता है कि जहां भी संभव हो, पेड़ों के नीचे मिट्टी के बर्तन में पानी रखें। यह एक छोटा-सा प्रयास सैकड़ों वन्य जीवों की जान बचा सकता है। गर्मी के इस दौर में प्राकृतिक जीवन की रक्षा हमारी साझा जिम्मेदारी है।