
#ऊंटारीरोड #धार्मिकआयोजन : हजारों श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे और जयकारों के साथ निकाली भव्य कलश यात्रा – सूर्य मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल
- करकट्टा जमडीहा गांव में सूर्य नारायण महायज्ञ की तैयारी को लेकर निकली भव्य कलश यात्रा।
- हजारों महिला-पुरुष और बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश लिए शामिल हुए।
- श्रद्धालु बाँकी-कोयल नदी संगमतट से पवित्र जल लेकर लौटे यज्ञ स्थल तक।
- महायज्ञ 23 से 27 अक्टूबर तक, 27 अक्टूबर को होगी प्राण प्रतिष्ठा और पूर्णाहुति।
- कांग्रेस बीस सूत्री अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और समाजसेवी रहे मौजूद।
पलामू जिले के ऊंटारी रोड प्रखंड क्षेत्र के करकट्टा जमडीहा गांव में सूर्य नारायण मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ की शुरुआत गुरुवार को भव्य कलश यात्रा से हुई। श्रद्धा और उत्साह का संगम तब देखने को मिला जब हजारों महिलाएं, पुरुष और बच्चे सिर पर कलश लिए जयकारों के साथ निकले। यात्रा बाँकी-कोयल नदी संगमतट से पवित्र जल लेकर वैदिक विधि से यज्ञ स्थल तक पहुंची। पूरे क्षेत्र में धार्मिक उल्लास और आस्था का वातावरण छा गया।
भव्य कलश यात्रा से गुंजा ऊंटारी रोड
ग्राम पंचायत करकट्टा जमडीहा में निकली यह कलश यात्रा न केवल एक धार्मिक आयोजन थी, बल्कि सामाजिक एकता और भक्ति का अद्भुत उदाहरण भी बनी। पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाएं, युवाओं का उत्साह, गाजे-बाजे और हर ओर गूंजते “जय सूर्य नारायण भगवान” के नारे — पूरे गांव ने इस यात्रा को एक महोत्सव का रूप दे दिया।
यात्रा बाँकी-कोयल नदी संगमतट से शुरू होकर यज्ञ स्थल तक पहुंची। श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सूर्य भगवान के नाम का कलश जल अर्पित किया। इस आयोजन में ग्रामीणों के साथ-साथ आस-पास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
पाँच दिवसीय सूर्य नारायण महायज्ञ का होगा आयोजन
आयोजन समिति के अध्यक्ष धनंजय कुमार मेहता ने बताया कि यह महायज्ञ 23 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन कथा, प्रवचन और भक्ति संगीत का आयोजन होगा।
धनंजय मेहता ने कहा: “यह महायज्ञ क्षेत्र की आस्था और परंपरा से जुड़ा है। हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति इसमें भाग लेकर सूर्य उपासना की इस परंपरा को सशक्त बनाए।”
27 अक्टूबर को नवनिर्मित सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा और पूर्णाहुति वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच संपन्न की जाएगी। इसके बाद 28 अक्टूबर को विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
जनप्रतिनिधियों ने किया श्रद्धालुओं का उत्साहवर्धन
इस अवसर पर कांग्रेस बीस सूत्री अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने भी भाग लिया और श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन समाज में सद्भाव और शांति का वातावरण बनाते हैं।
अशोक सिंह ने कहा: “ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता, शांति और सद्भाव का संदेश प्रसारित होता है। यह मंदिर क्षेत्र के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनेगा।”
उनके अलावा पूर्व जिला पार्षद मनोज कुमार सिंह, पूर्व प्रमुख रामसेवक राम, सांसद प्रतिनिधि राजाराम मेहता, बीस सूत्री के वरिष्ठ सदस्य रघुवीर चंद्रवंशी, मंडल अध्यक्ष सुशील ठाकुर, समाजसेवी भरदुल पासवान, चंदन सिंह, एएसआई बलदेव भगत, एस कुमार यादव, और असगर अली भी उपस्थित रहे।
सजावट और श्रद्धा से भरा आयोजन स्थल
आयोजन स्थल को रंग-बिरंगी झंडियों, तोरण द्वारों और पुष्प सज्जा से सजाया गया था। मंदिर परिसर में भक्ति गीतों और मंत्रोच्चारण की ध्वनि से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालुओं ने सूर्य मंदिर को लेकर उत्साह व्यक्त किया और कहा कि यह मंदिर आने वाले वर्षों में क्षेत्र की पहचान बनेगा।
न्यूज़ देखो: ऊंटारी रोड में आस्था और एकता की मिसाल
सूर्य नारायण महायज्ञ और कलश यात्रा ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि धर्म केवल पूजा नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता का प्रतीक भी है। सामूहिक प्रयास और श्रद्धा से आयोजित यह कार्यक्रम क्षेत्र में धार्मिक जागरूकता और सामाजिक समरसता का संदेश दे रहा है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
श्रद्धा से प्रेरित समाज की नई दिशा
ऊंटारी रोड में आयोजित सूर्य नारायण प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि समाज को एकजुट करने की पहल भी है। यह समय है कि हम सब मिलकर अपनी परंपराओं को सहेजें और आस्था को जनजागरण का माध्यम बनाएं। सजग रहें, सक्रिय बनें — अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और भक्ति एवं एकता के इस संदेश को दूर-दूर तक फैलाएं।




