
#सिमडेगा #बानो : आरसेटी टीम ने फील्ड विजिट कर महिला उद्यमियों को व्यापार संचालन, ग्राहक सेवा और प्रबंधन की विशेषज्ञ जानकारी दी।
- RSETI सिमडेगा द्वारा 32 दिवसीय NAR सर्टिफिकेट प्रशिक्षण के तहत फील्ड विजिट आयोजित किया गया।
- CRP-EP दीदियों ने बानो प्रखंड की चार महिला उद्यमियों के व्यवसायों का निरीक्षण किया।
- प्रशिक्षकों राजेश पांडे और राजेश कुमार सिन्हा ने व्यापारिक रणनीतियों और चुनौतियों पर मार्गदर्शन दिया।
- टीम में OSF बानो की सदस्य दीदियाँ, BDSP, BPO शैलेश कुमार, और BPM कुंदन भगत उपस्थित रहे।
- प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव, व्यवसाय प्रबंधन, और लाभ बढ़ाने की तकनीकों पर विस्तृत जानकारी मिली।
बानो प्रखंड में सोमवार को RSETI सिमडेगा की टीम ने एक महत्वपूर्ण फील्ड विजिट आयोजित किया, जो JSLPS के सहयोग से चल रहे 32 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा है। यह प्रशिक्षण 4 नवंबर से CRP-EP दीदियों के लिए संचालित किया जा रहा है, जिसमें कक्षा आधारित शिक्षण के साथ-साथ फील्ड अनुभव पर भी विशेष जोर दिया जाता है। इसी क्रम में टीम ने स्थानीय महिला उद्यमियों से मुलाकात कर उन्हें व्यावसायिक व्यवहारिक चुनौतियों को समझने एवं प्रबंधन कौशल को सुदृढ़ करने की जानकारी प्रदान की।
उद्यमी महिलाओं के व्यवसायों का निरीक्षण
फील्ड विजिट के दौरान CRP-EP दीदियों को बानो प्रखंड की चार सक्रिय महिला उद्यमियों के व्यवसायों को नजदीक से देखने का अवसर मिला। ये उद्यमी थीं:
- मनीषा खातून — जनरल स्टोर संचालक
- ज्योति देवी — मिठाई दुकान
- तबस्सुम फातमा — फर्नीचर शॉप
- सबनम परवीन — पेपर प्लेट निर्माण यूनिट
इन सभी व्यवसायिक इकाइयों पर जाकर ट्रेनिंग में शामिल दीदियों को जमीनी हकीकत, व्यापार विस्तार की संभावनाएँ, समय प्रबंधन और ग्राहकों के साथ व्यवहार जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को समझाया गया।
प्रशिक्षण टीम ने दी तकनीकी और प्रायोगिक सलाह
RSETI सिमडेगा के प्रशिक्षक राजेश पांडे और राजेश कुमार सिन्हा ने विभिन्न व्यवसायों के संचालन को समझाते हुए उद्यमियों को मार्गदर्शन दिया कि स्थानीय बाजार में प्रतिस्पर्धा के बीच लाभ कैसे सुनिश्चित किया जाए।
राजेश पांडे ने कहा:
“व्यापार को लंबी अवधि तक सफलता दिलाने के लिए ग्राहक सेवा, गुणवत्ता और समय पर उपलब्धता सबसे महत्वपूर्ण तत्व हैं।”
वहीं राजेश कुमार सिन्हा ने प्रतिभागियों को बताया:
“प्रैक्टिकल ट्रेनिंग से दीदियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने गांवों में छोटे-छोटे व्यवसाय भी सफलतापूर्वक स्थापित कर पाती हैं।”
कार्यक्रम में शामिल अधिकारियों की उपस्थिति
इस फील्ड विजिट में OSF बानो की सदस्य दीदियाँ, BDSP, JSLPS के BPO शैलेश कुमार, तथा BPM कुंदन भगत शामिल रहे। सभी ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया कि वे प्रशिक्षण के बाद अपने गांवों में रोजगार सृजन के नए अवसर विकसित करें।
पहल से बढ़ेगा महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण
यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। फील्ड विजिट से दीदियों को प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ कि किस तरह छोटे व्यवसाय सोच-समझकर चलाए जाएँ और कैसे एक सफल उद्यमी बना जा सके।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण महिला उद्यमिता को नई दिशा
यह पहल दर्शाती है कि प्रशिक्षण तभी प्रभावी होता है जब उसे जमीनी स्तर से जोड़ा जाए। RSETI और JSLPS का यह संयुक्त प्रयास ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार की ओर अग्रसर कर रहा है। स्थानीय उद्यमियों के साथ संवाद से दीदियों को प्रेरणा और स्पष्ट मार्गदर्शन मिला है।
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अपने सपनों को रोजगार में बदलें
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ जब सीखकर आगे बढ़ती हैं, तो पूरा समाज सशक्त बनता है। यह प्रशिक्षण बताता है कि अवसर हर गांव में मौजूद है—बस उसे पहचानने और सही दिशा में कदम बढ़ाने की जरूरत है।





