BiharHealth

पटना में फिर मंडराने लगा कोरोना का खतरा, AIIMS की डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित

#पटना #कोविडवृद्धि — बिहार सरकार हाई अलर्ट पर, जिला स्तर पर निगरानी और संसाधन आपूर्ति के निर्देश

  • पिछले 24 घंटे में पटना में छह नए कोरोना मरीज सामने आए
  • एम्स पटना की महिला डॉक्टर, नर्स और एक अन्य कर्मी संक्रमित
  • एनएमसीएच में दो अन्य मरीजों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव
  • राज्य सरकार ने सभी जिलों को तैयार रहने का निर्देश दिया
  • INSACOG के मुताबिक भारत में मिले दो नए वैरिएंट, WHO की निगरानी सूची में शामिल
  • स्वास्थ्य विभाग ने मास्क, दवा और ऑक्सीजन की आपूर्ति तेज की

राजधानी पटना में बढ़ी चिंता : एम्स और एनएमसीएच में संक्रमण की पुष्टि

बिहार की राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण एक बार फिर दस्तक दे चुका है, जिससे स्वास्थ्य महकमे की चिंता बढ़ गई है। बीते 24 घंटे में छह नए कोरोना मरीज मिले, जिनमें तीन एम्स पटना से हैं — एक महिला डॉक्टर, एक महिला नर्स और एक अन्य स्टाफ कर्मी। इन सभी का इलाज एम्स के वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में किया जा रहा है। इसके अलावा एनएमसीएच में भी दो मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।

पटना जिले में कुल संक्रमितों की संख्या अब 9 हो गई है, जिससे संक्रमण की चेन बनने की आशंका फिर से उठने लगी है। हालांकि किसी भी मरीज की स्थिति गंभीर नहीं बताई जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक और निर्देश

राज्य स्तर पर निगरानी और संसाधन की समीक्षा

सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल अधिकारियों के साथ कोविड की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, संक्रमण की जांच और उपचार व्यवस्था, और जरूरी संसाधनों की आपूर्ति पर चर्चा हुई।

बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सभी जिलों को किसी भी संभावित लहर के लिए तैयार रहना है, साथ ही संदिग्ध मामलों की पहचान, ट्रैकिंग और समय पर जांच की व्यवस्था मजबूत की जाए।

“कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, बस हमें सतर्क और संयमित रहना है,”
— प्रत्यय अमृत, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग

नए वैरिएंट की पहचान, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं

भारत में कोरोना वायरस के दो नए सब-वैरिएंट NB.18.1 और LF.7 की पहचान हुई है, जिसे INSACOG ने कन्फर्म किया है। हालांकि WHO ने इन्हें मात्र निगरानी के स्तर पर रखा है, जिसका अर्थ है कि इनसे तत्काल खतरे की कोई स्थिति नहीं बनी है।

राज्य सरकार ने आमजन को घबराने के बजाय सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।

जिलों को मिले अतिरिक्त संसाधन और उपकरण

मास्क, ऑक्सीजन और दवाओं की आपूर्ति पर विशेष जोर

राज्य के सभी जिलों को पर्याप्त मात्रा में जांच किट, मास्क, दवाएं और ऑक्सीजन भेजी जा रही हैं। बीएमएसआईसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार ने बैठक में बताया कि सभी आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की आपूर्ति समय पर सुनिश्चित की जा रही है

इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. अनुपमा सिंह, सचिव मनोज कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को एक्टिव सर्विलांस और रैपिड रिस्पॉन्स टीमों के गठन के निर्देश दिए गए हैं।

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