
#गिरिडीह #राष्ट्रीयखेलदिवस : खेल भावना, स्वदेशी परंपरा और जनजातीय रंग से सराबोर रहा आयोजन
- राष्ट्रीय खेल दिवस पर तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं का हुआ समापन।
- गिरिडीह आउटडोर स्टेडियम बना उत्साह और जोश का केंद्र।
- पुलिस इलेवन ने क्रिकेट मुकाबले में जिला प्रशासन इलेवन को हराया।
- 100 मीटर दौड़, शॉट पुट और तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में दिखी खिलाड़ियों की प्रतिभा।
- विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया और खेल भावना को बढ़ावा मिला।
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं रविवार को पूरे उत्साह और जोश के साथ समाप्त हुईं। गिरिडीह आउटडोर स्टेडियम में हुए इस भव्य आयोजन में स्वदेशी और जनजातीय खेलों के साथ-साथ आधुनिक खेलों का भी शानदार मिश्रण देखने को मिला।
क्रिकेट मुकाबले ने खींचा ध्यान
समापन अवसर पर जिला प्रशासन इलेवन और पुलिस इलेवन के बीच एक मित्रवत क्रिकेट मैच खेला गया। इस मुकाबले में खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। अंततः पुलिस इलेवन विजेता बनी, जबकि जिला प्रशासन इलेवन उपविजेता रही। मैदान में खिलाड़ियों का जज़्बा और आपसी भाईचारा काबिले तारीफ़ रहा।
विविध खेलों में दिखी प्रतिभा
आयोजन में सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि 100 मीटर दौड़, शॉट पुट और तीरंदाजी जैसी प्रतियोगिताओं में भी खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया। विशेषकर जनजातीय खिलाड़ियों की भागीदारी ने आयोजन को सांस्कृतिक और पारंपरिक रंग दिया। तीरंदाजी प्रतियोगिता में स्थानीय प्रतिभाओं की सटीक निशानेबाजी दर्शकों को रोमांचित करती रही।
खिलाड़ियों को मिला सम्मान
समापन समारोह में सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए और खिलाड़ियों को निरंतर खेल भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। आयोजकों ने कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास का साधन हैं, बल्कि समाज में अनुशासन और एकता का संदेश भी देते हैं।

न्यूज़ देखो: खेलों से जुड़ाव, संस्कृति से गर्व
गिरिडीह में हुए इस तीन दिवसीय आयोजन ने साबित किया कि खेल केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक प्रेरणा है। स्वदेशी और जनजातीय खेलों को मंच देकर जहां परंपरा को संजोने का प्रयास हुआ, वहीं क्रिकेट और एथलेटिक्स ने आधुनिक प्रतिस्पर्धा का जोश भी दिखाया।
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खेल भावना से बनेगा सशक्त समाज
राष्ट्रीय खेल दिवस हमें याद दिलाता है कि हर व्यक्ति के जीवन में खेलों की अहमियत कितनी बड़ी है। अब समय है कि हम सभी खेलों को अपनाकर स्वस्थ जीवन और अनुशासित समाज की ओर कदम बढ़ाएँ। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि खेलों के प्रति जागरूकता फैले।