
#बानो #दुर्घटना_शोक : तालाब में डूबने से तीन बच्चियों की मौत के बाद तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने पहुंचकर परिवारों को दी सांत्वना और आर्थिक सहायता
- बानो प्रखंड के निमतुर गांव में तीन बच्चियों की तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत के बाद शोक की लहर।
- विधायक सुदीप गुड़िया ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और ढांढ़स बंधाया।
- विधायक ने कहा — “पूरा झामुमो परिवार इस दुख की घड़ी में साथ है।”
- मृतक परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई और मुआवजे का आश्वासन दिया गया।
- मौके पर झामुमो के कई पदाधिकारी और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
बानो प्रखंड क्षेत्र के पबुड़ा पंचायत अंतर्गत निमतुर गांव में पिछले रविवार को तालाब में डूबने से तीन मासूम बच्चियों की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को शोकग्रस्त कर दिया है। इस घटना से न सिर्फ परिवार बल्कि पूरा गांव गम में डूब गया है। गांव में मातम का माहौल है और हर कोई इन परिवारों के दुख में सहभागी बन रहा है।
तोरपा विधायक पहुंचे पीड़ित परिवारों के बीच
मंगलवार को तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने इस दुखद घटना के बाद बानो प्रखंड का दौरा किया। उन्होंने निमतुर गांव पहुंचकर मृत बच्चियों के परिजनों से मुलाकात की।
विधायक ने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि यह घटना अत्यंत हृदयविदारक और असहनीय है। उन्होंने कहा कि परिवारों का यह नुकसान अपूरणीय है, लेकिन सरकार और समाज दोनों इस कठिन समय में उनके साथ खड़े हैं।
विधायक सुदीप गुड़िया ने कहा: “यह घटना पूरे क्षेत्र को झकझोर देने वाली है। हम इस कठिन घड़ी में हर पीड़ित परिवार के साथ हैं। पूरा झामुमो परिवार उनके दुख में सहभागी है और हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।”
आर्थिक सहायता और मुआवजे का भरोसा
विधायक सुदीप गुड़िया ने मौके पर ही तीनों मृतक बच्चियों के परिवारों को आर्थिक सहायता राशि प्रदान की और प्रशासन से उचित मुआवजा शीघ्र दिलाने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि पीड़ित परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर मिले।
झामुमो पदाधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति
इस अवसर पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अनिल लुगुन, उपाध्यक्ष तनवीर हुसैन, उपाध्यक्ष सह पबुड़ा मुखिया आलोक बारला, अनुज गुड़िया, चंदन ठाकुर, और वार्ड सदस्य बजरंग सिंह सहित अनेक झामुमो कार्यकर्ता एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
सभी ने मिलकर परिवारों को सांत्वना दी और बच्चियों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।
क्षेत्र में पसरा सन्नाटा, ग्रामीणों में शोक की लहर
घटना के बाद से निमतुर गांव सहित आसपास के इलाकों में शोक और स्तब्धता का माहौल है। लोग घरों से निकलकर पीड़ित परिवारों के पास पहुंच रहे हैं। स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। इस त्रासदी ने गांव के हर व्यक्ति को भीतर तक झकझोर दिया है।
न्यूज़ देखो: मानवीय संवेदना ही राजनीति का असली चेहरा
तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया का पीड़ित परिवारों से मिलना यह दर्शाता है कि राजनीति का असली मकसद केवल चुनाव नहीं, बल्कि मानवता और संवेदना की सेवा है। इस तरह की घटनाएं समाज को एकजुटता और सहयोग की भावना की याद दिलाती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
कठिन घड़ी में एकजुटता ही असली इंसानियत
ऐसी दुखद घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि समाज में एक-दूसरे के प्रति करुणा और सहयोग की भावना ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
अब समय है कि हम सब मिलकर ऐसे परिवारों की मदद के लिए आगे आएं, अपनी संवेदनाएं साझा करें और इस खबर को फैलाएं ताकि हर कोई दूसरों के दुःख में सहभागी बन सके।




