#गढ़वा #रक्षाबंधन : किन्नर समुदाय ने गुरु राधा के नेतृत्व में एसडीएम को दी शुभकामनाएँ — ‘कॉफ़ी विद एसडीएम’ से जुड़ी पहल को किया याद
- राधा किन्नर के नेतृत्व में किन्नर समुदाय पहुँचा एसडीएम आवास।
- रक्षाबंधन के अवसर पर एसडीएम संजय कुमार को राखी बांधी।
- कॉफ़ी विद एसडीएम कार्यक्रम में उठाई गई समस्याओं के समाधान से संतुष्टि।
- आरती, तिलक और पुष्प भेंट के साथ दी गई शुभकामनाएँ।
- एसडीएम ने सकारात्मक भूमिका निभाने और योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया।
गढ़वा में शनिवार को रक्षाबंधन का पर्व एक अलग ही रंग में देखने को मिला, जब किन्नर समुदाय की सदस्याएँ अपनी गुरु राधा किन्नर के नेतृत्व में अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार के आवास पहुँचीं। इस मौके पर उन्होंने अपने हाथों से राखी बांधकर न केवल शुभकामनाएँ दीं, बल्कि उनके अच्छे स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया।
कुछ माह पहले आयोजित ‘कॉफ़ी विद एसडीएम’ कार्यक्रम में किन्नर समुदाय की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान की दिशा में पहल करने के लिए एसडीएम संजय कुमार को धन्यवाद देते हुए राधा किन्नर ने कहा कि उनकी कार्यशैली हर आम और खास के लिए समान है। उन्होंने प्रार्थना की कि उनकी यह निष्पक्षता और सेवा भाव हमेशा बना रहे।
राखी बांधने का विशेष आयोजन
राखी के इस भावुक अवसर पर किन्नर समुदाय की सदस्याओं ने बारी-बारी से एसडीएम को तिलक किया, आरती उतारी और पुष्प भेंट किए। एसडीएम ने भी इस स्नेह के प्रत्युत्तर में सभी का आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही, समुदाय की सदस्याओं ने आवास परिसर में मौजूद अन्य कर्मियों को भी राखी बांधकर त्योहार की शुभकामनाएँ दीं।
एसडीएम का संदेश और वचन
इस अवसर पर संजय कुमार ने किन्नर समुदाय से समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें समय पर दिलाने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका कार्यालय हमेशा समाज के हर वर्ग के लिए खुला है और वे समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर हैं।



न्यूज़ देखो: प्रशासन और समाज के बीच जुड़ाव का उत्सव
रक्षाबंधन पर किन्नर समुदाय का यह कदम न केवल सांस्कृतिक एकजुटता का उदाहरण है, बल्कि प्रशासन और हाशिये पर खड़े समुदायों के बीच विश्वास को भी मजबूत करता है। इस तरह के मानवीय जुड़ाव से सामाजिक समरसता की नींव और गहरी होती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भाईचारे और विश्वास का बंधन
त्योहार केवल परंपरा का पालन भर नहीं, बल्कि एक-दूसरे के साथ जुड़ाव और संवेदना को मजबूत करने का अवसर है। ऐसे पलों में समाज के हर वर्ग के बीच प्रेम और विश्वास का बंधन और भी प्रगाढ़ होता है। इस खबर को अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और अपने विचार कमेंट में बताएं।