
#सिमडेगा #वित्तीय_साक्षरता : स्किल सेंटरों में आयोजित शिविर में प्रतिभागियों को बैंकिंग योजनाओं और धोखाधड़ी से बचाव के उपाय समझाए गए
- Excel Data Services स्किल सेंटर और SHIKSHA स्किल सेंटर में दो दिवसीय शिविर संपन्न।
- आयोजन में लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, सिमडेगा और जिला कौशल पदाधिकारी का सहयोग।
- संचालन भारतीय रिज़र्व बैंक के सी.एफ.एल. अधिकारी द्वारा किया गया।
- प्रतिभागियों को यूपीआई, नेट बैंकिंग, बीमा और पेंशन योजनाओं की जानकारी दी गई।
- शिविर को रोचक बनाने के लिए क्विज, वीडियो प्रस्तुति और पंपलेट का सहारा लिया गया।
सिमडेगा जिले में आयोजित दो दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर ने युवाओं और प्रतिभागियों को बैंकिंग व्यवस्था से लेकर डिजिटल लेन-देन और सरकारी योजनाओं तक की विस्तृत समझ प्रदान की। इस शिविर का आयोजन लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर और जिला कौशल पदाधिकारी के सहयोग से किया गया। संचालन भारतीय रिज़र्व बैंक के सी.एफ.एल. अधिकारी ने किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य था कि युवाओं को वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव, ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा और सरकारी योजनाओं के लाभ के प्रति जागरूक बनाया जाए।
बैंकिंग की नई तकनीकों से कराया परिचय
शिविर में प्रतिभागियों को बताया गया कि किस प्रकार यूपीआई, नेट बैंकिंग और बैंकिंग एप्लिकेशन का सुरक्षित इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध भुगतान प्रणाली की जानकारी भी दी गई। प्रतिभागियों को ऑनलाइन शिकायत प्रक्रिया से अवगत कराया गया जिससे वे भविष्य में किसी भी धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत मदद ले सकें।
योजनाओं के लाभ और सुविधाएं समझाई गईं
सत्र में विभिन्न खाता योजनाओं जैसे बचत खाता, जन धन योजना (PMJDY), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), सावधि जमा (FD) और आवर्ती जमा (RD) की ब्याज दर और फायदे समझाए गए। प्रतिभागियों को यह बताया गया कि इन योजनाओं से भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
इसके अलावा पेंशन योजनाएं—जैसे पीपीएफ और अटल पेंशन योजना (APY)—के लाभों का विस्तार से जिक्र किया गया। साथ ही बीमा योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) के महत्व को रेखांकित किया गया।
बैंकिंग शब्दावली से हुई परिचित करवाई
प्रतिभागियों को बैंकिंग से जुड़े तकनीकी शब्दों जैसे डीबीटी, केवाईसी, ओटीपी, क्रेडिट, डेबिट और आउटस्टैंडिंग का अर्थ और उपयोग समझाया गया। इसका उद्देश्य था कि लोग बैंकिंग के रोजमर्रा के कार्यों को आत्मविश्वास के साथ कर सकें और अनजाने में किसी परेशानी का शिकार न हों।
संवाद और सहभागिता से बढ़ा आत्मविश्वास
शिविर को और प्रभावी बनाने के लिए क्विज प्रतियोगिता, वीडियो प्रस्तुति, पंपलेट वितरण और व्यक्तिगत चर्चा जैसे माध्यम अपनाए गए। प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ सवाल पूछे और प्रशिक्षण में सक्रिय भूमिका निभाई। लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, सिमडेगा की मौजूदगी ने शिविर को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने कहा: “वित्तीय साक्षरता केवल ज्ञान ही नहीं बल्कि सुरक्षा कवच भी है। युवाओं को इसका लाभ लेकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए।”
प्रशासन और बैंकों का संयुक्त प्रयास
इस आयोजन से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन और बैंक मिलकर युवाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। जिला कौशल पदाधिकारी की मौजूदगी ने इस पहल को और भी सार्थक बना दिया।

न्यूज़ देखो: वित्तीय ज्ञान से होगा आत्मनिर्भर भारत
सिमडेगा में हुआ यह शिविर इस बात का प्रमाण है कि सही जानकारी मिलने पर आम लोग भी बैंकिंग और डिजिटल व्यवस्था का आत्मविश्वास के साथ उपयोग कर सकते हैं। वित्तीय साक्षरता न केवल धोखाधड़ी से बचाव करती है बल्कि युवाओं को बचत, निवेश और सुरक्षित भविष्य की ओर प्रेरित करती है।
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वित्तीय जागरूकता है सशक्त समाज की नींव
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