
#हुसैनाबाद #डाकघर_समस्या : जपला मुख्य डाकघर में दो महीने से चेक क्लियरेंस बाधित, खाताधारक भुगतान के लिए रोजाना चक्कर काटने को मजबूर
- जपला मुख्य डाकघर में दो माह से चेक क्लियरेंस ठप।
- रामजन्म सिंह, नागेश्वर सिंह सहित कई ग्राहकों के चेक महीनों से लंबित।
- मनोज कुमार सिंह का 10 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्र भुगतान भी अटका।
- प्रधान डाकघर डाल्टेनगंज ने कहा — तकनीकी समस्या दूर, प्रक्रिया पुनः शुरू।
- खाताधारक अब भी समाधान की स्पष्ट समयसीमा के इंतजार में।
जपला मुख्य डाकघर में चेक क्लियरेंस दो महीने से बंद होने के कारण ग्राहकों की परेशानी तेजी से बढ़ गई है। सैकड़ों खाताधारक रोजाना डाकघर पहुंचकर अपने भुगतान की स्थिति जानने को मजबूर हैं। कई लोगों के नन-माइग्रेट चेक दो महीने से क्लियर नहीं हुए, जबकि कुछ खाताधारकों के चेक भेजे तो गए, लेकिन वापस भी नहीं आए। इसी बीच पोस्ट ऑफिस और बैंक की तकनीकी कनेक्टिविटी सुधारने का दावा किया गया है, परंतु खाताधारकों को अभी भी स्पष्ट समाधान की प्रतीक्षा है।
चेक क्लियरेंस ठप, खाताधारक भटके परेशान
स्थानीय खाताधारक रामजन्म सिंह और नागेश्वर सिंह ने बताया कि नन-माइग्रेट चेक जमा किए दो महीने हो गए, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ। इसी तरह नवल किशोर पांडेय, मीना गुप्ता और रामकुमार प्रसाद का कहना है कि उनके चेक भेजे जरूर गए, पर कभी वापस नहीं आए, जिससे स्थिति और भ्रमपूर्ण बनी हुई है।
राष्ट्रीय बचत पत्र का भुगतान भी अटका, ग्राहक हुए त्रस्त
सबसे गंभीर मामला मनोज कुमार सिंह का सामने आया है। उन्होंने 1 सितंबर 2025 को 10 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्र की परिपक्वता राशि हेतु चेक जमा किया था। सिस्टम गड़बड़ी के कारण उनके नाम दो चेक जारी होने की बात कही गई।
पहला चेक:
- नंबर: 417942
- राशि: 91,225 रुपये
- जारी: 20 सितंबर
- जमा: बचत खाते में
- स्थिति: 14 अक्टूबर को क्रेडिट होने के बाद रिजेक्ट
इसके बाद न तो राशि उन्हें वापस मिल सकी और न ही दूसरा चेक जारी हुआ। ऐसी स्थिति कई अन्य ग्राहकों के साथ भी बताई जा रही है, जिससे असंतोष बढ़ रहा है।
डाकघर का जवाब: चेक भेजे जा चुके, समाधान के प्रयास जारी
जपला मुख्य डाकघर के उप डाकपाल अरविंद कुमार ओझा ने बताया कि सभी लंबित चेक प्रधान डाकघर को भेज दिए गए हैं और शीघ्र निपटान के लिए लगातार आग्रह किया जा रहा है।
उप डाकपाल अरविंद कुमार ओझा ने कहा: “सभी लंबित चेक प्रधान डाकघर भेज दिए गए हैं। समाधान की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।”
प्रधान डाकघर का दावा — बैंक-डाकघर कनेक्टिविटी समस्या दूर
प्रधान डाकघर डाल्टेनगंज के पोस्टमास्टर रूपेश कुमार ने दूरभाष पर बताया कि बैंक और डाकघर के बीच तकनीकी समस्या आई थी, जिसे अब सुधार लिया गया है।
पोस्टमास्टर रूपेश कुमार ने कहा: “तकनीकी दिक्कत दूर कर दी गई है। बैंक की ओर से क्लियरेंस फिर शुरू हो चुका है। चेक भेजने की प्रक्रिया भी सामान्य कर दी गई है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि क्लियरेंस में अटके चेक जल्द निपटाए जाएंगे, हालांकि खाताधारकों को अब भी स्पष्ट समयसीमा नहीं मिल पाई है।
ग्राहकों की चिंता — कब मिलेगा भुगतान?
ग्राहकों का कहना है कि दो महीने से लगातार चक्कर लगाने के बावजूद समाधान नहीं मिल रहा। कई लोगों ने आशंका जताई कि यदि तकनीकी दिक्कत पहले ही दूर हो चुकी है, तो भुगतान अब तक क्यों नहीं हुआ?
जपला और आसपास के क्षेत्रों में इस समस्या से लोगों की आर्थिक योजनाएँ प्रभावित हो रही हैं।
न्यूज़ देखो: जवाबदेही तय होना जरूरी, तकनीकी समस्याएँ नहीं बनें बहाना
जपला मुख्य डाकघर में दो महीने से चेक क्लियरेंस रुकना गंभीर लापरवाही है। डाकघर हो या बैंक — दोनों संस्थाओं की जिम्मेदारी है कि ग्राहकों की राशि सुरक्षित और समय पर मिले। तकनीकी समस्याएँ होते रहना स्वाभाविक है, परंतु समाधान की स्पष्ट समयसीमा और पारदर्शिता अनिवार्य है।
इस मामले में प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे हालात दोबारा न बनें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समय पर भुगतान नागरिक अधिकार, समाधान में देरी न बने बोझ
लंबित चेक भुगतान से आम लोगों की योजनाएँ बिगड़ती हैं और उनकी आर्थिक स्थिरता प्रभावित होती है। अब जरूरत है कि बैंक और डाकघर मिलकर तेज़, पारदर्शी और स्थायी समाधान दें।
आप भी अपनी समस्या को दर्ज कराएं, जागरूक रहें और दूसरों को भी जानकारी दें।
कमेंट में अपनी राय बताएं, इस खबर को शेयर करें और जिम्मेदारी की माँग को और मजबूत बनाएं।





