#लातेहार #खेल_समारोह : छिपादोहर गांधी मैदान में एक माह तक चले फुटबॉल टूर्नामेंट का हुआ भव्य समापन — विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित कर खेल भावना को दिया गया नया संदेश।
- छिपादोहर गांधी मैदान में एक माह तक चला फुटबॉल टूर्नामेंट संपन्न हुआ।
- मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तेतर यादव ने किया उद्घाटन।
- विजयी टीमों को शिल्ड, मेडल, खस्सी और जर्सी देकर किया गया सम्मान।
- कार्यक्रम में बड़ी संख्या में खिलाड़ीगण, खेल प्रेमी और दर्शक उपस्थित रहे।
- अतिथियों ने कहा, खेल से शारीरिक और मानसिक विकास होता है।
छिपादोहर प्रखंड के गांधी मैदान में रविवार को समापन समारोह के साथ एक माह तक चले फुटबॉल टूर्नामेंट का शानदार समापन हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र भर से आए खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तेतर यादव ने फीता काटकर किया, जिनके आगमन पर लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
समापन समारोह का हुआ भव्य आयोजन
छिपादोहर गांधी मैदान में आयोजित इस समापन समारोह में विजेता टीमों को शिल्ड, मेडल, खस्सी और जर्सी प्रदान की गई। खिलाड़ियों और दर्शकों ने इस अवसर को खेल उत्सव के रूप में मनाया। मुख्य अतिथि तेतर यादव ने अपने संबोधन में कहा कि खेल जीवन का अभिन्न हिस्सा है। खेल से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि मानसिक संतुलन भी बना रहता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के आयोजन युवाओं में अनुशासन और एकजुटता की भावना को बढ़ाते हैं।
तेतर यादव ने कहा: “खेल से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को मजबूती मिलती है। मेहनत, लगन और रुचि के साथ जो खिलाड़ी खेलते हैं, वे निश्चित रूप से सफलता के शिखर तक पहुँच सकते हैं।”
खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में दिखा उत्साह
टूर्नामेंट के समापन समारोह में छिपादोहर उपमुखिया दीपा देवी, महिला मंडल अध्यक्ष ऊषा देवी, छिपादोहर थाना के एसआई हरिशंकर सिंह यादव, संजय सिंह, आनंद यादव, महेंद्र सिंह, दीपक प्रसाद, कांग्रेस युवा मंडल अध्यक्ष कौशल यादव, अहिबरन सिंह, उपेन्द्र यादव, बीरेंद्र यादव, केश्वरी यादव, मैच संयोजक बाबूलाल सिंह, और अध्यक्ष सुशील सिंह सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी और दर्शक उपस्थित थे।

खेल को बनाया सामाजिक जुड़ाव का माध्यम
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने कहा कि खेल न केवल प्रतिस्पर्धा का मंच है बल्कि यह समाज को जोड़ने का एक माध्यम भी है। खेलों के माध्यम से युवाओं में टीमवर्क, अनुशासन और आत्मविश्वास का विकास होता है। ग्रामीण स्तर पर ऐसे आयोजनों से न केवल नई प्रतिभाओं को पहचान मिलती है, बल्कि सामाजिक एकता भी मजबूत होती है।
खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का मंच
टूर्नामेंट आयोजकों ने कहा कि आने वाले वर्षों में भी इस प्रतियोगिता को और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक युवा प्रतिभाएं अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकें। मैदान में उत्साह और जोश के बीच खिलाड़ियों ने भी भविष्य में बेहतर प्रदर्शन का संकल्प लिया।

न्यूज़ देखो: खेल से समाज में जुड़ाव की मिसाल
छिपादोहर फुटबॉल टूर्नामेंट न सिर्फ खेल का आयोजन था, बल्कि यह ग्रामीण युवाओं की ऊर्जा, उत्साह और सामाजिक एकता की जीवंत मिसाल भी बना। स्थानीय नेतृत्व और समाज के सहयोग से आयोजित इस टूर्नामेंट ने यह संदेश दिया कि जब युवा एकजुट होते हैं तो समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है।
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खेल से बढ़ता आत्मविश्वास और सामाजिक एकता
खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि यह जीवन में संतुलन और अनुशासन का प्रतीक है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे आयोजन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं। अब समय है कि हम सब खेलों को केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक विकास का साधन मानें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और युवाओं के उत्साह को आगे बढ़ाएं — ताकि हर गांव में खेलों की यह ऊर्जा बनी रहे।