
#पलामू #विद्यालय_चोरी : रात के अंधेरे में शातिर चोरों ने दो कैमरे उखाड़ लिए – चारदीवारी नहीं होने से सुरक्षा पर उठे सवाल
- पलामू जिले के पांडू प्रखंड के तीसीबार स्थित उच्च विद्यालय तीसीबार में सीसीटीवी कैमरा चोरी की वारदात।
- चोरों ने विद्यालय के अंदर और बाहर लगे दो कैमरे को निशाना बनाया।
- सुबह शिक्षकों ने देखा तो कैमरे गायब, जिससे विद्यालय में मच गया हड़कंप।
- प्रधानाध्यापक न्यू पारस सर ने कहा – “चारदीवारी नहीं होने से सुरक्षा व्यवस्था कमजोर।”
- फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति का चेहरा कैद, पुलिस जांच में जुटी।
पलामू जिले के पांडू प्रखंड के तीसीबार पंचायत स्थित उच्च विद्यालय तीसीबार में बीती रात अज्ञात चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। विद्यालय के अंदर और बाहर लगाए गए दोनों सीसीटीवी कैमरे चोरी कर लिए गए, जिससे विद्यालय परिसर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शुक्रवार सुबह जब शिक्षकगण विद्यालय पहुंचे और कैमरा फुटेज देखने का प्रयास किया, तो पता चला कि दोनों कैमरे अपनी जगह से गायब हैं। इस घटना की जानकारी मिलते ही विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
चोरी की घटना से मचा हड़कंप
विद्यालय के शिक्षकों ने तुरंत घटना की जानकारी प्रधानाध्यापक को दी और परिसर का निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान पाया गया कि एक कैमरा विद्यालय के अंदर और दूसरा बाहर से चोरी किया गया है। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि चोरों ने पूरी योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया। विद्यालय प्रशासन ने तुरंत इस घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी है ताकि जांच शुरू की जा सके।
प्रधानाध्यापक न्यू पारस सर ने कहा: “जब हम लोग कैमरा चेक करने लगे तो पता चला कि एक अंदर का और एक बाहर का कैमरा नहीं है। यह बेहद चिंता का विषय है। अगर चारदीवारी होती तो शायद यह घटना नहीं होती।”
प्रधानाध्यापक ने इस बात पर चिंता जताई कि विद्यालय की चारदीवारी अब तक नहीं बनाई गई है, जिससे बाहरी लोगों को परिसर में प्रवेश करने में कोई कठिनाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि यह घटना सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करती है।
फुटेज में संदिग्ध, पुलिस ने जांच तेज की
सूत्रों के अनुसार, सीसीटीवी सिस्टम की रिकॉर्डिंग में एक संदिग्ध व्यक्ति का चेहरा कैद हुआ है। इस सुराग के आधार पर पुलिस ने जांच तेज कर दी है। विद्यालय प्रबंधन ने प्रशासन से आग्रह किया है कि चोरी की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्रवाई की जाए। स्थानीय लोगों ने भी बताया कि रात के समय विद्यालय परिसर में पर्याप्त रोशनी नहीं होती, जिससे अपराधियों को मदद मिलती है।
ग्रामीणों में आक्रोश, चारदीवारी निर्माण की मांग
घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा का केंद्र होता है, ऐसे में वहां सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से विद्यालय के चारों ओर मजबूत चारदीवारी बनाने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में पहले भी कुछ छोटी घटनाएं हुई थीं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
विद्यालय की पारदर्शिता व्यवस्था पर असर
यह विद्यालय हाल ही में शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और अनुशासित बनाने के उद्देश्य से सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया था। कैमरों के माध्यम से बच्चों की गतिविधियों की निगरानी, उपस्थिति और अनुशासन सुनिश्चित किया जा रहा था। लेकिन अब जब कैमरे ही चोरी हो गए, तो पूरी निगरानी व्यवस्था बाधित हो गई है। इससे न केवल विद्यालय प्रशासन की परेशानी बढ़ी है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता पर भी असर पड़ा है।
प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग
विद्यालय प्रबंधन ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और पांडू थाना पुलिस से मांग की है कि घटना की शीघ्र जांच कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही विद्यालय की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नए कैमरे लगाने और चारदीवारी निर्माण का प्रस्ताव भी जल्द स्वीकृत किया जाए। शिक्षकों का कहना है कि जब तक विद्यालय परिसर पूरी तरह सुरक्षित नहीं होगा, तब तक बच्चों की शिक्षा का वातावरण भी प्रभावित रहेगा।
न्यूज़ देखो: शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा अब वक्त की जरूरत
उच्च विद्यालय तीसीबार की यह घटना प्रशासन और शिक्षा विभाग दोनों के लिए एक चेतावनी है। बच्चों की शिक्षा का माहौल तभी सुरक्षित रह सकता है जब विद्यालयों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। महज़ उपकरण लगाने से नहीं, बल्कि उनके संरक्षण की व्यवस्था करना भी उतना ही जरूरी है। इस तरह की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या हमारे शिक्षा संस्थान वास्तव में सुरक्षित हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित विद्यालय, मजबूत भविष्य
विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों का आधार हैं। जब वहां चोरी जैसी घटनाएं घटती हैं, तो यह पूरे समाज की चिंता का विषय बन जाता है। अब समय है कि हम सभी प्रशासनिक स्तर से लेकर सामाजिक स्तर तक विद्यालयों की सुरक्षा को लेकर जागरूक हों।
सजग नागरिक बनें, अपने क्षेत्र के स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और जागरूकता फैलाएं ताकि भविष्य में कोई विद्यालय असुरक्षित न रहे।




