#महुआडांड़ #बिजली_संकट — लापरवाही से नाराज़ ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी
- महुआडांड़ अनुमंडल में 48 घंटे से बिजली गुल, ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित
- ग्रामीण अरशद अंसारी ने विभागीय कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया
- बच्चों की पढ़ाई, दुकानों का काम और रोज़मर्रा की ज़िंदगी प्रभावित
- युवाओं ने पिछले साल जैसे आंदोलन की तैयारी शुरू की
- आंदोलन की तिथि कभी भी घोषित की जा सकती है
- राजनीतिक दलों की चुप्पी पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
लगातार बिजली संकट से ग्रामीणों का धैर्य टूटा
महुआडांड़ अनुमंडल के ग्रामीण बिजली आपूर्ति की बदहाली से बुरी तरह परेशान हैं। बीते 48 घंटे से बिजली पूरी तरह गायब है, जिससे न केवल ग्रामीण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, बल्कि लोगों के भीतर गहरा आक्रोश पनप रहा है।
“बिजली विभाग बेपरवाह, बच्चों की पढ़ाई और व्यापार चौपट”
स्थानीय ग्रामीण अरशद अंसारी ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी पूरी तरह लापरवाह हैं। उन्होंने कहा कि लगातार बिजली गुल रहने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और दुकानदारों के व्यवसाय ठप पड़ गए हैं।
युवाओं ने आंदोलन की चेतावनी दी
प्रखंड मुख्यालय के युवाओं ने चेताया है कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो पिछले साल की तरह इस बार भी अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष हुए आंदोलन के बावजूद विभागीय स्तर पर कोई सुधार नहीं हुआ।
“इस बार आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है,” युवाओं ने कहा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस आंदोलन में सभी वर्गों के लोग शामिल होंगे और आंदोलन की तिथि कभी भी घोषित की जा सकती है।
राजनीति दलों की चुप्पी पर भी सवाल
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस गंभीर स्थिति में किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिससे लोगों में गहरी नाराजगी है।
न्यूज़ देखो : जनता की आवाज़ बनेगा आंदोलन, समाधान की मांग को बुलंद करेगा
महुआडांड़ के ग्रामीणों का यह आक्रोश प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ एक सशक्त संदेश है। न्यूज़ देखो जनता की आवाज़ को प्रमुखता से सामने लाता है ताकि हर जिम्मेदार संस्था तक आपकी पीड़ा और मांग पहुंचे।
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