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गिरिडीह के सिरसिया बीएनएस डीएवी स्कूल में छुट्टी के समय छेड़छाड़ विवाद पर हंगामा, पुलिस ने कई लोगों को किया गिरफ्तार

#गिरिडीह #स्कूलविवाद : छात्रा से छेड़छाड़ विवाद पर गेट जाम, बच्चों को हुई भारी परेशानी

गिरिडीह जिले के सिरसिया स्थित बीएनएस डीएवी स्कूल में सोमवार को छुट्टी के समय अचानक हंगामा मच गया। बताया जा रहा है कि मामला छात्रा से छेड़छाड़ और फोन नंबर मांगने को लेकर था। छुट्टी के समय जब यह विवाद उभरा, तो गेट पर अफरातफरी की स्थिति बन गई और बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई छात्र-छात्राएँ समय से घर नहीं पहुंच पाए।

छेड़छाड़ विवाद से उपजा बवाल

प्रभारी प्रिंसिपल कांतिलाल देशमुख ने बताया कि यह मामला इंटर के छात्र-छात्राओं के बीच का था। एक छात्र ने एक छात्रा से किसी के माध्यम से फोन नंबर मांगा था। इस पर विवाद हुआ और करीब एक हफ्ता पहले दोनों पक्षों में सुलह भी हो गई थी। लेकिन सोमवार को छात्रा के परिवारजन स्कूल पहुंचे और छुट्टी के समय गेट पर दो कार लगाकर जाम कर दिया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

आधा घंटा गेट जाम रहने के बाद स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया और हंगामा कर रहे लोगों को गिरफ्तार कर थाने ले गई। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि पुलिस समय पर आ गई, इसलिए बड़ा विवाद होने से बच गया।

छात्रों और अभिभावकों की परेशानी

हंगामे की वजह से छुट्टी के समय स्कूल के गेट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बच्चे काफी देर तक स्कूल में ही फंसे रहे और घर लौटने में देरी हुई। अभिभावकों ने इस घटना पर चिंता जताई और कहा कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति स्कूल को अधिक सजग रहना चाहिए।

स्कूल की व्यवस्था पर उठे सवाल

स्थानीय स्तर पर यह चर्चा तेज हो गई है कि पूर्व प्रिंसिपल पी. हाजरा के जाने के बाद से स्कूल की विधि-व्यवस्था चरमरा गई है। यह घटना उसी अव्यवस्था का परिणाम मानी जा रही है। अब सबकी नजर छात्रा के परिवार वालों के बयान पर टिकी है, जिसके बाद ही वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

न्यूज़ देखो: स्कूल सुरक्षा पर बड़ा सवाल

यह घटना न केवल शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि बच्चों की मानसिक स्थिति पर भी असर डालती है। स्कूलों में इस तरह के विवाद और हंगामे बच्चों की पढ़ाई और माहौल को बिगाड़ते हैं। जरूरत है कि प्रबंधन सख्त कदम उठाए और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बच्चों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं

बच्चे स्कूल में सिर्फ पढ़ाई करने और सुरक्षित माहौल पाने आते हैं। ऐसे में समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि स्कूल परिसर को विवादों और असुरक्षा से दूर रखा जाए। अब समय है कि हम सभी मिलकर बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।

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