
#गढ़वा #सर्पदंश : फर्श पर सोते बच्चों को सांप ने डंसा — सुबह तक दम तोड़ चुके थे मासूम
- धुरकी थाना क्षेत्र के फाटपानी कोरहटी टोला में दो बच्चों की मौत।
- 10 वर्षीय बीनू और 8 वर्षीय कृष्ण की नींद में सांप के डंस से जान गई।
- परिजन मजदूरी के लिए बिहार गए थे, बच्चे मामा के घर थे।
- दिन में एक सांप मारा गया था, लेकिन रात को फिर हमला हुआ।
- विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण यादव पहुंचे मौके पर, शवों को गढ़वा भेजने की व्यवस्था।
सांप के डसने से दो मासूमों की दर्दनाक मौत, गांव में पसरा मातम
झारखंड के गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गनीयारी कला उर्फ फाटपानी कोरहटी टोला गांव में सर्पदंश की वजह से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा बुधवार रात का है, जब परिवार के कुछ सदस्य जमीन पर सोए हुए थे और सांप ने अंधेरे में हमला कर दिया। सुबह तक दोनों बच्चों ने दम तोड़ दिया था।
नींद में सांप ने किया हमला, सुबह तक मृत मिले बच्चे
मृतकों में नरेश भुईयां का 8 वर्षीय पुत्र कृष्ण कुमार और अखिलेश भुईयां की 10 वर्षीय भांजी बीनू कुमारी शामिल हैं। दोनों बच्चे घर के फर्श पर सो रहे थे, जबकि दो अन्य बच्चे पास की चारपाई पर लेटे थे। सुबह जब चारपाई पर सो रहे बच्चों ने उन्हें उठाना चाहा तो दोनों अचेत अवस्था में मिले। यह देख गांव में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय ग्रामीण ने बताया: “रात में सांप निकला था जिसे मारा गया, लेकिन शायद एक और सांप था जिसने दोनों को डंस लिया। सुबह तक बच्चों की मौत हो चुकी थी।”
बीनू मामा के घर आई थी, माता-पिता मजदूरी करने गए थे बाहर
जानकारी के अनुसार, बीनू कुमारी टटीदीरी गांव की निवासी थी और इन दिनों अपने मामा अखिलेश भुईयां के घर फाटपानी में रह रही थी। वहीं, कृष्ण कुमार वहीं का स्थायी निवासी था। बच्चों के अभिभावक इस समय बिहार में मजदूरी करने गए हुए हैं और घर पर मौजूद नहीं थे। जैसे ही घटना की जानकारी दी गई, परिजनों के शाम तक गांव लौटने की उम्मीद जताई गई।
गांव में फैला मातम, बच्चों को बचाने की रही कोशिश
बच्चों को अचेत देखकर गांव वालों ने अस्पताल ले जाने की तैयारी शुरू की, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों का मानना है कि सांप ने रात में डंस लिया, लेकिन जब तक किसी को पता चला, बहुत देर हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर पूरे गांव में मातम का माहौल है।
प्रशासन को दी गई सूचना, विधायक प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे
घटना की खबर मिलते ही पांकी विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण प्रसाद यादव गांव पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली और शवों को पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेजने की व्यवस्था कराई। साथ ही प्रशासन से जरूरी सहयोग दिलाने का आश्वासन भी दिया।
लक्ष्मण यादव ने कहा: “यह अत्यंत दुखद घटना है। प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा।”

न्यूज़ देखो: ग्रामीण सुरक्षा और सर्पदंश रोकथाम पर उठता सवाल
न्यूज़ देखो इस घटना को ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता की कमी और प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था की गंभीर खामी के रूप में देखता है। गर्मियों में सर्पदंश की घटनाएं आम हैं, लेकिन रात में फर्श पर सोने की आदत, रोशनी की कमी, और तात्कालिक चिकित्सा की अनुपलब्धता जैसे कारणों से जान जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीण इलाकों में बचाव प्रशिक्षण, सुरक्षित सोने के साधन, और प्राथमिक चिकित्सा किट को प्राथमिकता दे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक बनें, जीवन की रक्षा करें
यह घटना हमें एक बार फिर चेताती है कि जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। बच्चों की सुरक्षा के लिए सांप-प्रवण इलाकों में सोने के तौर-तरीकों पर विशेष ध्यान देना होगा। कृपया इस खबर को अपने गांव-समाज में जरूर साझा करें, ताकि ऐसी त्रासदियां दोहराई न जाएं।
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