#गढ़वा #कॉफीविदएसडीएम – शिक्षा की गुणवत्ता और बेहतर अकादमिक माहौल पर होगी चर्चा, SDM संजय कुमार 4 जून को करेंगे संवाद
- कॉचिंग संस्थानों के संचालकों को 4 जून को बुलाया गया संवाद में
- गढ़वा में प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर हो रहे हैं नतीजे
- साप्ताहिक ‘कॉफी विद एसडीएम’ कार्यक्रम का 26वां सप्ताह
- शिक्षकों से सामाजिक-शैक्षणिक मुद्दों पर सुझाव लिए जाएंगे
- पूर्व में अधिवक्ता, व्यापारी, किसान, टैक्सी ड्राइवर आदि हो चुके हैं आमंत्रित
शिक्षा और संवाद की नई पहल
गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार द्वारा चलाया जा रहा लोकप्रिय ‘कॉफी विद एसडीएम’ कार्यक्रम अब 26वें सप्ताह में पहुंच चुका है। इस बार 4 जून को आयोजित हो रहे संवाद में गढ़वा अनुमंडल क्षेत्र के कोचिंग संस्थानों के संचालकों, प्रबंधकों और शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। यह संवाद न केवल शैक्षणिक समस्याओं और सुझावों पर केंद्रित होगा, बल्कि गढ़वा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माहौल को बेहतर बनाने के लिए ठोस चर्चा भी की जाएगी।
प्रतियोगी परीक्षाओं में बढ़ रही सफलता
एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि—
“गढ़वा में अब न केवल अकादमिक शिक्षा बेहतर हो रही है, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं में भी यहां के छात्र अच्छे प्रदर्शन कर रहे हैं। आईआईटी, नीट और अन्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में बच्चों की सफलता यह दिखाती है कि हम एक सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान इस सफलता के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए जरूरी है कि इन संस्थानों को और बेहतर वातावरण मिले और शिक्षकों को प्रेरित किया जाए।
प्रबुद्ध वर्ग से संवाद की आवश्यकता
कोचिंग संचालक और शिक्षक समाज के प्रबुद्ध वर्ग से आते हैं। संजय कुमार का मानना है कि ऐसे वर्ग के लोगों से संवाद करके न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी, बल्कि सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। यही उद्देश्य है इस बार के संवाद का, जिसमें निजी और सामूहिक हितों के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
अब तक आमंत्रित हो चुके हैं ये वर्ग
अब तक अधिवक्ता, होटल संचालक, व्यापारी, किसान, मजदूर, टैक्सी ड्राइवर, फुटपाथ विक्रेता, किन्नर, दिव्यांगजन आदि समाज के कई वर्गों को आमंत्रित कर कॉफी टेबल पर आत्मीय वार्ता की गई है। यह पहल लोक संवाद और सहभागी प्रशासन का मजबूत उदाहरण बन चुकी है।
न्यूज़ देखो : संवाद से बदल रही है तस्वीर
न्यूज़ देखो मानता है कि संवाद से ही समाधान निकलता है। एसडीएम संजय कुमार की यह पहल गढ़वा में एक संवेदनशील और सहभागी प्रशासन की मिसाल बन रही है। कॉफी की चुस्कियों के साथ रचनात्मक संवाद का यह सिलसिला गढ़वा को प्रगतिशील दिशा में ले जा रहा है — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आइए, एकजुट होकर ऐसी पहलों का समर्थन करें और अपने क्षेत्र को शिक्षा, संवाद और समर्पण से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।