
#गढ़वा #धार्मिक_समारोह : विशुनपुरा के श्री श्री अष्टभुजी कामेश्वरी माता मंदिर में नवरात्र के अवसर पर 108 कन्याओं का पूजन और भंडारा कार्यक्रम सम्पन्न
- श्री श्री अष्टभुजी कामेश्वरी माता मंदिर, कमता पिपरी परिसर में भंडारा और कन्या पूजन आयोजित।
- कुल 108 कन्याओं का पूजन और भोजन दक्षिणा प्रदान किया गया।
- हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर माँ भगवती की आराधना में हिस्सा लिया।
- मंदिर समिति उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि यह आयोजन समाज को जोड़ने का माध्यम है।
- मुख्य पुजारी राजु पांडे ने कन्या पूजन के महत्व और नवरात्रि साधना का वर्णन किया।
- उपस्थित रहे जय भवानी संघ के पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता।
विशुनपुरा क्षेत्र में शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर भक्तों और श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर रहा। श्री श्री अष्टभुजी कामेश्वरी माता मंदिर, कमता पिपरी परिसर में रविवार को आयोजित भव्य भंडारा कार्यक्रम में 108 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन और दक्षिणा प्रदान की गई। सुबह से ही मंदिर परिसर भक्तों से भरा रहा, जिन्होंने माँ के चरणों में नारियल, चुनरी, दीप और प्रसाद अर्पित कर अपनी मनोकामनाएँ व्यक्त की।
कन्या पूजन और भंडारे का धार्मिक महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार कन्याओं को स्वयं देवी का स्वरूप माना जाता है और नवरात्रि के दौरान उनका पूजन विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर भक्तों ने माता रानी के जयकारों के साथ पूरे मंदिर परिसर को भक्ति रस में डुबो दिया।
पंकज सिंह ने कहा: “माँ कामेश्वरी की कृपा से यह वार्षिक आयोजन निरंतर संपन्न हो रहा है। कन्या पूजन और भंडारा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं हैं, बल्कि समाज को एक सूत्र में बांधने का माध्यम भी हैं।”
मुख्य पुजारी राजु पांडे ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा:
“नवरात्रि के दिनों में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की साधना से भक्तों के समस्त संकट दूर होते हैं। कन्या पूजन का महत्व अनंत है, क्योंकि कन्याएँ जीवित देवी स्वरूप मानी जाती हैं। सभी भक्तों को माँ से सच्चे हृदय से प्रार्थना करनी चाहिए।”
समाज में सेवा और समर्पण की भावना
भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं रहा। यह समाज में सेवा और समर्पण की भावना को भी प्रबल करता है। कन्या पूजन और भंडारे के माध्यम से समुदाय में समानता, सहयोग और सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा मिला।
उपस्थित प्रमुख व्यक्तित्व और संघ के पदाधिकारी
कार्यक्रम में श्री श्री अष्टभुजी कामेश्वरी माता मंदिर जय भवानी संघ के उपाध्यक्ष पंकज सिंह, सचिव मनीष कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह, रूपेश कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, सूरज कुमार सिंह, शिलवंत कुमार सिंह, प्रशांत कुमार सिंह, प्रिया रंजन सिंह, अभिषेक सिंह, शक्ति सिंह, उत्तम सिंह, विराट कुमार, छोटू सिंह मैक्सवेल, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने मिलकर कन्या पूजन और भंडारा कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया।



न्यूज़ देखो: नवरात्र में भक्ति और सामाजिक समर्पण की मिसाल
विशुनपुरा में आयोजित यह कन्या पूजन और भंडारा न केवल धार्मिक परंपरा का उत्सव है बल्कि समाज में समानता, सेवा और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देता है। यह आयोजन यह दिखाता है कि धार्मिक आयोजन समुदाय को जोड़ने और सामाजिक मूल्य सुदृढ़ करने का शक्तिशाली माध्यम हो सकते हैं।
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धार्मिक उत्सवों से बढ़ाएं सामाजिक जागरूकता
नवरात्र के पावन अवसर पर भक्ति और सेवा का यह संदेश हम सभी के लिए प्रेरणा है। हमें चाहिए कि हम धार्मिक आयोजनों में भाग लेकर समाज में समानता, सहयोग और सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करें। इस कार्यक्रम की भव्यता और भक्तिभाव से प्रेरित होकर अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और अपने समाज में सेवा एवं समर्पण की भावना को बढ़ावा दें।