
#लातेहार #वज्रपात : इलाज में लापरवाही से आक्रोशित हुए परिजन और ग्रामीण
- इंदुवा गांव में गुरुवार शाम वज्रपात से दो महिला समेत तीन लोग घायल।
- घायलों में चंद्रदीप यादव, मीना कुमारी और रीना कुमारी शामिल।
- मीना और रीना की हालत गंभीर, रांची रिम्स के लिए रेफर किया गया।
- 108 एंबुलेंस चालक ने खराबी का बहाना बनाकर मरीज ले जाने से इनकार किया।
- ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर जताया कड़ा आक्रोश।
लातेहार। जिले के बरियातू प्रखंड अंतर्गत इंदुवा गांव गुरुवार देर शाम तेज बारिश के बीच भारी वज्रपात का शिकार हुआ। इस घटना में गांव की दो महिलाएं और एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों की पहचान चंद्रदीप यादव (31), मीना कुमारी (20) और रीना कुमारी (21) के रूप में की गई है।
घटना के समय तीनों अपने घर में मौजूद थे। अचानक हुई वज्रपात की चपेट में आने से सभी बुरी तरह झुलस गए। परिजनों और ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। यहां चिकित्सक सुरेंद्र कुमार ने प्राथमिक उपचार किया, लेकिन हालत गंभीर होने पर मीना और रीना को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया।
इलाज के दौरान एक और बड़ी लापरवाही सामने आई। जब परिजनों ने मरीजों को रांची ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस सेवा का सहारा लेना चाहा, तो चालक ने गाड़ी की लाइट खराब होने का बहाना बनाकर ले जाने से इनकार कर दिया। इस पर परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था पर नाराजगी जताई और कहा कि विभाग की उदासीनता मरीजों की जान पर भारी पड़ सकती है।
ग्रामीणों ने मांग की कि एंबुलेंस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही से किसी की जान जोखिम में न पड़े। इस बीच कुछ स्थानीय लोगों ने अपने निजी कोष से घायलों को रांची भेजने की व्यवस्था की और परिजनों को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
वहीं, घायल चंद्रदीप यादव का इलाज बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
गंभीर मरीजों को एंबुलेंस सुविधा न मिलना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का बड़ा उदाहरण है। ऐसे हालात न केवल मरीजों के जीवन को खतरे में डालते हैं, बल्कि ग्रामीणों का भरोसा भी तोड़ते हैं। जिम्मेदार विभाग को तुरंत संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
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समय पर इलाज ही जीवन की गारंटी
अब वक्त है कि हम स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को उजागर कर बदलाव की मांग करें। आपकी राय क्या है? नीचे कमेंट करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि जिम्मेदार विभाग तक आम जनता की आवाज पहुंचे।