
#दुमका #सड़क_हादसा : अलग-अलग इलाकों में हुई दुर्घटनाओं से मचा हड़कंप, कई घायलों को किया गया रेफर
- ढाका गांव के पास दो बाइकों की टक्कर, तीन युवक घायल।
- दो घायलों की हालत गंभीर, हाइयर सेंटर रेफर।
- रामपुर गांव के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से दो युवक घायल।
- मसलिया थाना क्षेत्र में आमने-सामने बाइक भिड़ंत, चार युवक घायल।
- खतरनाक मोड़ों पर स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड की मांग तेज।
दुमका जिले में एक ही दिन तीन अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं ने यातायात सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन हादसों में बाइक सवार कुल नौ युवक घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई इन घटनाओं से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।
पहली घटना दुमका के ढाका गांव के पास की है, जहां दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में तीन युवक घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को तुरंत फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीजेएमसीएच) लाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हाइयर सेंटर रेफर कर दिया, जबकि एक युवक का इलाज पीजेएमसीएच में जारी है।
रामपुर गांव के पास अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर
दूसरी दुर्घटना रामपुर गांव के समीप हुई, जहां एक अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी हुई है।
मसलिया थाना क्षेत्र में आमने-सामने भिड़ंत
तीसरी और सबसे बड़ी घटना मसलिया थाना क्षेत्र में सामने आई, जहां दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में चार युवक घायल हो गए। हादसे में एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भेजा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर घायल पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, सुरक्षा उपायों की मांग
लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि इन इलाकों में कई खतरनाक मोड़ हैं, जहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दुर्घटनास्थलों पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड और पर्याप्त सड़क सुरक्षा संकेतक लगाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा पर फिर सवाल
दुमका में एक ही दिन हुई तीन सड़क दुर्घटनाएं यह दर्शाती हैं कि यातायात सुरक्षा को लेकर अभी ठोस कदम उठाने की जरूरत है। समय रहते सुरक्षा उपाय नहीं किए गए, तो हादसों का सिलसिला थमना मुश्किल होगा।
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सावधानी ही सुरक्षा है
तेज रफ्तार और लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। नियमों का पालन करें, सुरक्षित चलें और इस खबर को साझा कर दूसरों को भी जागरूक करें।





