
#विश्रामपुर #धरना : छह सूत्री मांगों को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों का हल्ला बोल—भ्रष्टाचार के खिलाफ भी उठी आवाज
- विश्रामपुर प्रखंड कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना।
- छह सूत्री मांगों में वित्त आयोग की बकाया राशि और मानदेय की मांग।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ नाराजगी, बीडीओ और सीओ मौके पर नहीं पहुंचे।
- प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर पंचायत प्रतिनिधियों ने किया जाम।
पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार को घेरा
त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि संघर्ष मोर्चा ने अपनी छह सूत्री मांगों के समर्थन में शनिवार को विश्रामपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पार्षद विजय रविदास ने की, जबकि संचालन रविशंकर चौबे ने किया।
धरना में बोलते हुए विजय रविदास ने कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों की शक्तियां कम कर दी थीं, जिससे ग्राम पंचायतों के विकास पर नकारात्मक असर पड़ा। उन्होंने वर्तमान सरकार से मांग की कि पंचायत प्रतिनिधियों को उनका अधिकार वापस दिया जाए, ताकि ग्राम स्तर पर विकास कार्यों को मजबूती मिले।
भ्रष्टाचार पर गुस्सा और विरोध प्रदर्शन
मोर्चा ने आरोप लगाया कि बिश्रामपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। प्रतिनिधियों का कहना है कि अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं। बीडीओ और सीओ के कार्यक्रम स्थल पर ज्ञापन लेने नहीं आने से पंचायत प्रतिनिधियों ने नाराज होकर प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार को जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पदाधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई।
छह सूत्री मांगें
मोर्चा की प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
- 15वीं वित्त आयोग की बकाया राशि का अविलंब भुगतान।
- राज्य वित्त आयोग द्वारा अनुशंसित राशि का भुगतान और अन्य अनुशंसाओं का लागू होना।
- प्रत्यायोजित 14 विभागों की शक्तियों का प्रभावी क्रियान्वयन और शेष विभागों की शक्तियां भी पंचायतों को सौंपना।
- जिला योजना समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित करना।
- अनाबद्ध निधियों से संबंधित पूर्ववर्ती सरकार के गलत निर्णय को रद्द करना।
- केरल की तर्ज पर पंचायत प्रतिनिधियों को मानदेय, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा का लाभ देना।
धरना में बड़ी भागीदारी
इस अवसर पर प्रमुख रंभा कुमारी, उप प्रमुख सतेंद्र नारायण सिंह, मुखिया संघ अध्यक्ष रोहित तिवारी, मुखिया मंजू देवी, अंजू देवी, संजू चौबे, रंभा मिश्रा, किरण देवी, रोशिला देवी, धर्मेंद्र चौधरी, पंसस सूरजमल राम, दयाल विश्वकर्मा, प्रेमलाल पासवान, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष अमरेश तिवारी, समाजसेवी गोपाल राम, मनीष गुप्ता, प्रवीण मिश्रा, किशोर कुमार, पंकज सिंह, ओम प्रकाश पांडेय गुड्डू सहित कई पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय लोग मौजूद थे।
न्यूज़ देखो: सशक्त पंचायत का संकल्प
इस आंदोलन ने साफ कर दिया कि पंचायत प्रतिनिधि अब अपने अधिकारों की लड़ाई को लेकर गंभीर हैं। राज्य सरकार को चाहिए कि वह इन मांगों पर सकारात्मक पहल करे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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