#लातेहार #सुरक्षित_वापसी : चंदवा प्रखंड की लापता महिला टीलमनी देवी 69 दिनों के बाद सूरत से अपने घर लौट आईं, विधायक प्रतिनिधि और सामाजिक संगठन की मदद से
- टीलमनी देवी तीन माह पहले घर से बिना बताए सूरत चली गई थीं।
- सूरत में हेल्प ड्राइव फाउंडेशन ने उन्हें 69 दिनों तक संरक्षण प्रदान किया।
- वायरल वीडियो के माध्यम से महिला की पहचान हुई और घर वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई।
- विधायक प्रतिनिधि आदर्श रवि राज और चंदवा प्रशासन की सक्रिय पहल से महिला को सुरक्षित लाया गया।
- घर पहुँचते ही बेटी लक्ष्मी की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले।
- स्थानीय युवा संगठन और ग्रामीणों ने परिवार को भावनात्मक समर्थन दिया।
चंदवा प्रखंड के कुसुमटोली गांव में कल एक भावनात्मक दृश्य देखने को मिला जब लगभग तीन महीने से लापता टीलमनी देवी अपने घर लौट आईं। टीलमनी देवी बुधन मुंडा की पत्नी हैं और मानसिक रूप से थोड़ी विक्षिप्त हैं। तीन माह पहले रात के समय वह बिना किसी सूचना के घर से चली गई थीं और भटकते हुए गुजरात के सूरत पहुँच गईं। परिवारजन महीनों तक उनकी तलाश में परेशान रहे। आखिरकार हेल्प ड्राइव फाउंडेशन, सूरत और चंदवा के विधायक प्रतिनिधि आदर्श रवि राज की संयुक्त पहल से महिला की सुरक्षित घर वापसी संभव हुई।
सूरत में 69 दिन तक फाउंडेशन की देखरेख
सूरत स्थित मां आस्था सामाजिक सेवा संस्थान आश्रय गृह, अलथन में हेल्प ड्राइव फाउंडेशन ने टीलमनी देवी को 69 दिनों तक अपने संरक्षण में रखा। फाउंडेशन के संचालक तरुण मिश्रा और सहयोगी निक्की ने महिला को रहने, खाने और देखभाल की सुविधा प्रदान की। उन्होंने लगातार परिवार से संपर्क बनाए रखा और विधायक प्रतिनिधि आदर्श रवि राज के सहयोग से घर वापसी की प्रक्रिया शुरू की।
तरुण मिश्रा ने कहा: “हमारा प्रयास था कि महिला सुरक्षित रहे और उसका परिवार उसे जल्द से जल्द वापस पा सके।”
सोशल मीडिया ने निभाई पहचान में अहम भूमिका
18 सितंबर 2025 को सूरत से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक महिला भटकती नजर आई। अंकित कुमार गोलू ने वीडियो देखकर पहचान की कि यह टीलमनी देवी हैं और तुरंत सूचना आदर्श रवि राज तक पहुँचाई। इसके बाद रवि राज ने लातेहार विधायक प्रकाश राम और चंदवा बीडीओ चंदन प्रसाद को सूचित किया।
रेल रोको आंदोलन के कारण 20 सितंबर को टिकट बुक होने के बावजूद परिजन तत्काल नहीं जा सके, लेकिन प्रयास जारी रहे। 27 सितंबर को परिजन रवाना हुए और 29 सितंबर की सुबह सूरत पहुँचकर हेल्प ड्राइव फाउंडेशन की सहायता से टीलमनी देवी को पटना, फिर टोरी और अंततः चंदवा लाया गया।
घर वापसी का भावुक दृश्य
घर लौटने पर बेटी लक्ष्मी की आंखों से खुशी के आंसू झरने लगे। गांव में खुशी की लहर दौड़ गई और लोग महिला को देखने आए। इस अवसर पर युवा भारत संगठन के सदस्य सौरभ कुमार बिट्टू, धर्मेंद्र भारती, अक्षय यादव, आकाश कुमार, अंकित कुमार और अनु साहू मौजूद रहे और परिवार को भावनात्मक समर्थन प्रदान किया।
आदर्श रवि राज ने कहा: “हेल्प ड्राइव फाउंडेशन के प्रयासों और सोशल मीडिया की मदद से महिला सुरक्षित घर लौट सकी, यह मानवता और समर्पण की मिसाल है।”
हेल्प ड्राइव फाउंडेशन की सदस्य ने महिला से फोन पर बातचीत की, और महिला मुस्कुराते हुए धन्यवाद व्यक्त किया।

न्यूज़ देखो: सामाजिक संगठनों और प्रशासन की संयुक्त पहल से मिली सफलता
यह कहानी दिखाती है कि समाज और प्रशासन मिलकर कितनी बड़ी चुनौती को हल कर सकते हैं। हेल्प ड्राइव फाउंडेशन और विधायक प्रतिनिधि आदर्श रवि राज की तत्परता ने लापता महिला को सुरक्षित घर लौटने में मदद की। ऐसे प्रयास समाज में उम्मीद और मानवता की मिसाल स्थापित करते हैं।
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मानवता और सक्रियता से बदल सकते हैं जीवन
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