
#विश्रामपुर #धार्मिक_आस्था : तीन वर्ष पहले निर्मित भव्य विष्णु मंदिर में संध्या आरती और मन्नतों के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे श्रद्धालु
- तोलरा गांव का विष्णु मंदिर पलामू में आस्था का केंद्र बना।
- नौकरी, व्यापार, विवाह और संतान के लिए मांगी जा रही मन्नतें।
- मन्नत पूरी होने पर प्रसाद और विशेष पूजा का आयोजन।
- संध्या आरती में प्रतिदिन उमड़ती है भारी भीड़।
- मंदिर निर्माण में ग्रामीणों, दानदाताओं और जनप्रतिनिधियों का योगदान।
पलामू जिले के विश्रामपुर प्रखंड अंतर्गत तोलरा गांव में स्थित भव्य और अलौकिक विष्णु मंदिर इन दिनों पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। लगभग तीन वर्ष पूर्व निर्मित यह मंदिर अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था, विश्वास और सामूहिक सहभागिता का जीवंत प्रतीक बन चुका है। प्रतिदिन संध्या आरती के समय यहां श्रद्धालुओं का ऐसा जनसैलाब उमड़ता है, जिसे देखकर यह सहज ही समझा जा सकता है कि मंदिर के प्रति लोगों की आस्था कितनी गहरी हो चुकी है।
मन्नतें और विश्वास का केंद्र बना विष्णु मंदिर
तोलरा विष्णु मंदिर में आने वाले श्रद्धालु नौकरी, व्यापार, विवाह, संतान सुख और पारिवारिक शांति जैसी मनोकामनाओं के लिए भगवान विष्णु से मन्नतें मांग रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी भी हुई हैं, जिसके बाद वे पुनः मंदिर पहुंचकर प्रसाद अर्पित करते हैं और विशेष पूजा-अर्चना कर भगवान का आभार व्यक्त करते हैं। यही कारण है कि दिन-ब-दिन मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
मंदिर निर्माण की प्रेरक शुरुआत
इस अलौकिक मंदिर की नींव तोलरा गांव के प्रसिद्ध सेवानिवृत्त शिक्षक सच्चिदानंद तिवारी द्वारा रखी गई थी। उन्होंने मंदिर निर्माण का संकल्प लिया, जिसके बाद गांव के दाताओं ने भूमि दान कर इस पुनीत कार्य में सहयोग दिया। इसके पश्चात गांववासियों ने मिलकर विष्णु मंदिर निर्माण समिति का गठन किया, जिसमें अध्यक्ष तुलसी तिवारी और सचिव रासबिहारी तिवारी की भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।
समाज और जनप्रतिनिधियों का मिला व्यापक सहयोग
मंदिर निर्माण में पलामू के प्रसिद्ध धर्मरक्षक और ब्राह्मण समाज के सिरमौर अर्जुन पांडेय उर्फ गुरु पांडेय ने मंदिर का भव्य गुंबद बनवाकर गांव के साथ एक मधुर और स्थायी संबंध जोड़ा। वहीं कुंडी निवासी संजय पांडेय ने भी मंदिर निर्माण और विकास में भरपूर सहयोग दिया। पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम ने भी मंदिर निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अलावा तोलरा गांव के ग्रामीणों ने तन, मन और धन से सहयोग कर इस मंदिर को साकार रूप दिया।
मंदिर की भव्य संरचना और अलौकिक छटा
आज यह विष्णु मंदिर किसी प्राकृतिक सौंदर्य से कम नहीं दिखता। मंदिर का भव्य गुंबद लगभग 5 किलोमीटर दूर से ही प्रकाशमान दिखाई देता है, जो श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। मंदिर के मुख्य द्वार पर बजरंग बली की प्रतिमा, एक ओर गरुड़ महाराज और द्वार के दोनों ओर जय-विजय प्रहरी के रूप में विराजमान हैं।
मंदिर के अंदर एक ओर कृष्ण दरबार, जहां भगवान कृष्ण, बलराम और राधा रानी विराजमान हैं, वहीं दूसरी ओर राम दरबार में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की प्रतिमाएं स्थापित हैं। गर्भगृह में भगवान विष्णु माता लक्ष्मी और भूदेवी के साथ विराजमान हैं। मंदिर के चारों ओर लगाए गए फूल-पत्तियों की सजावट इसकी सुंदरता को और बढ़ा देती है।
नियमित धार्मिक आयोजन और उत्सव
मंदिर में प्रत्येक महीने की पूर्णिमा को कथा श्रवण का आयोजन किया जाता है। वहीं मंगलवार, शनिवार और गुरुवार को श्रद्धालु विशेष प्रसाद अर्पित करते हैं। संध्या आरती के दौरान महिलाओं द्वारा भजन-कीर्तन किया जाता है, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है।
मई माह में मंदिर का वार्षिकोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें विशाल महाभंडारे का आयोजन होता है। इस दौरान लगभग 5000 श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं। इस आयोजन में तोलरा के धर्मप्रेमी सिद्धनाथ तिवारी का विशेष सहयोग रहता है।
मंदिर संचालन समिति की सक्रिय भूमिका
मंदिर के सुचारू संचालन के लिए एक अलग समिति का गठन किया गया है, जिसमें संरक्षक बीरेंद्र तिवारी, अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी, सचिव गोखूल तिवारी, उपाध्यक्ष कौशल तिवारी, कोषाध्यक्ष धनंजय तिवारी सहित रविंद्र तिवारी, सुमंत तिवारी, संजय तिवारी, रामनिवास तिवारी और सैकड़ों अन्य लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं। मंदिर के लिए एक पुजारी की भी नियुक्ति की गई है। ग्रामीणों का आपसी प्रेम और सहयोग मंदिर संचालन में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
न्यूज़ देखो: आस्था और एकता का जीवंत उदाहरण
तोलरा का विष्णु मंदिर यह दर्शाता है कि सामूहिक प्रयास, आस्था और विश्वास से कोई भी धार्मिक और सामाजिक सपना साकार किया जा सकता है। यह मंदिर न केवल धार्मिक केंद्र है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी बन चुका है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आस्था से जुड़िए, संस्कृति को संजोइए
तोलरा का विष्णु मंदिर केवल देखने का स्थल नहीं, बल्कि अनुभव करने की जगह है।
यहां की भक्ति, अनुशासन और सामूहिकता हर किसी को प्रेरित करती है।
आप भी एक बार इस दिव्य स्थल पर अवश्य पधारें, अपनी अनुभूति साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और धार्मिक-सांस्कृतिक चेतना को मजबूत करें।





