
#बानो #हाथीप्रभावितक्षेत्र : मानव हाथी संघर्ष को कम करने के उद्देश्य से विधायक, उपायुक्त और वन विभाग ने बांकी पंचायत में सामग्री वितरण कर ग्रामीणों को किया जागरूक
- बानो प्रखंड की बांकी पंचायत में हाथी भगाने हेतु सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन।
- तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया और उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह ने किया हाथी प्रभावित गांवों का दौरा।
- वन विभाग सिमडेगा द्वारा मानव हाथी संघर्ष से बचाव को लेकर दी गई विस्तृत जानकारी।
- मसाला, मोबिल तेल, बैटरी, पटाखे सहित आवश्यक सामग्री का ग्रामीणों के बीच वितरण।
- कंबल वितरण एवं सोना–सोबरन धोती–साड़ी योजना के तहत लाभुकों को किया गया सम्मानित।
- कार्यक्रम के बाद जनता उच्च विद्यालय जितुटोली का निरीक्षण कर शैक्षणिक व्यवस्था का लिया जायजा।
बानो प्रखंड क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे हाथी के प्रभाव को देखते हुए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने जमीनी स्तर पर पहल करते हुए प्रभावित गांवों का दौरा किया। इसी क्रम में बानो प्रखंड अंतर्गत बांकी पंचायत में वन विभाग, सिमडेगा की ओर से हाथी भगाने एवं ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया, उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह सहित प्रशासनिक एवं वन विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। आयोजन का उद्देश्य ग्रामीणों को हाथी के खतरे से बचाव के प्रति जागरूक करना और उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना रहा।
दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
बांकी पंचायत में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय विधायक तोरपा सुदीप गुड़िया, उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह, वन प्रमंडल पदाधिकारी शंशाक शेखर सिंह, गोपनीय प्रभारी समीर रेनियार खलखो, जिला परिषद सदस्य सह झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य बिरजो कंडुलना, प्रखंड विकास पदाधिकारी नईमुद्दीन अंसारी, वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अभय कुमार एवं स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोरंजन कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही उपस्थित ग्रामीणों को हाथी प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा की जा रही पहल की जानकारी दी गई और सहयोग का भरोसा दिलाया गया।
हाथी के व्यवहार और सुरक्षा उपायों पर दी गई जानकारी
कार्यक्रम के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को हाथी के स्वभाव, उसके आवागमन के संकेत और संभावित खतरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि हाथी के पैरों के निशान, टूटे हुए पेड़, फसलों का नुकसान और रात में असामान्य गतिविधियां हाथी की मौजूदगी के संकेत हो सकते हैं।
वन विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि सतर्कता, समय पर सूचना और सामूहिक प्रयास से मानव हाथी संघर्ष को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ग्रामीणों को सलाह दी गई कि वे समूह में रहें, अंधेरे में अकेले बाहर न निकलें और किसी भी स्थिति में घबराहट में गलत कदम न उठाएं।
हाथी भगाने की सामग्री का किया गया वितरण
इसी क्रम में ग्रामीणों के बीच हाथी भगाने एवं उससे बचाव हेतु आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया। इसमें मसाला, मोबिल तेल, बैटरी, पटाखे सहित अन्य उपयोगी सामग्री शामिल थी। इन सामग्रियों का उपयोग आपात स्थिति में हाथी को दूर रखने और स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए किया जा सकता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की सामग्री मिलने से उन्हें हाथी के डर से कुछ हद तक राहत मिलेगी।
मानव वन्यजीव संघर्ष पर सरकार गंभीर
मौके पर उपस्थित माननीय विधायक तोरपा सुदीप गुड़िया ने कहा:
सुदीप गुड़िया ने कहा: “सरकार मानव वन्यजीव संघर्ष को लेकर पूरी तरह गंभीर है। हाथी प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सहायता उपलब्ध कराई जा रही है और आगे भी जरूरत के अनुसार कदम उठाए जाएंगे।”
वहीं उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा:
कंचन सिंह ने कहा: “हाथी दिखने की स्थिति में किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और तुरंत वन विभाग या प्रशासन को सूचना दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन ग्रामीणों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है।
जनकल्याणकारी योजनाओं की दी गई जानकारी, कंबल और धोती साड़ी का वितरण
कार्यक्रम के पश्चात उपस्थित ग्रामीणों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। इस अवसर पर बुजुर्गों के बीच कंबल का वितरण किया गया, जिससे ठंड के मौसम में उन्हें राहत मिल सके।
साथ ही सोना–सोबरन धोती–साड़ी योजना के अंतर्गत लाभुकों के बीच धोती एवं साड़ी का वितरण कर उन्हें सम्मानित किया गया। ग्रामीणों ने इन योजनाओं को गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए उपयोगी बताया।
जनता उच्च विद्यालय जितुटोली का किया गया निरीक्षण
बांकी पंचायत कार्यक्रम के बाद बानो प्रखंड भ्रमण के क्रम में माननीय विधायक तोरपा, उपायुक्त सिमडेगा एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने जनता उच्च विद्यालय, जितुटोली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था, पठन-पाठन की स्थिति और सुविधाओं का जायजा लिया गया।
उपायुक्त महोदया ने विद्यार्थियों से संवाद कर उनकी पढ़ाई से जुड़ी जानकारी प्राप्त की और उन्हें नियमित अध्ययन, अनुशासन और लक्ष्य के प्रति समर्पण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से वे जिले और देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण रहे उपस्थित
इस अवसर पर नजारा उप समाहर्ता सह सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर रेनियर खालखो, प्रखंड प्रमुख सुधीर डांग, प्रखंड विकास पदाधिकारी बानो नईमुद्दीन अंसारी, झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष तनवीर हुसैन, लोरेंस बागे, प्रखंड सचिव अमित बडिंग, प्रखंड कोषाध्यक्ष जगदीश बागे, सोय पंचायत अध्यक्ष संदीप समद सहित वन विभाग एवं प्रशासन के अन्य पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, झामुमो कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संयुक्त पहल
बानो प्रखंड में हाथी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह कार्यक्रम प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संयुक्त पहल का उदाहरण है। इससे न केवल ग्रामीणों को तत्काल राहत मिली, बल्कि उन्हें सुरक्षा और जागरूकता का संदेश भी मिला।
न्यूज़ देखो: मानव हाथी संघर्ष से निपटने की जमीनी कोशिश
यह खबर बताती है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि हाथी प्रभावित क्षेत्रों की समस्याओं को गंभीरता से ले रहे हैं। सामग्री वितरण, जागरूकता और मौके पर निरीक्षण जैसे कदम संघर्ष को कम करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। अब जरूरत है कि ऐसी पहलें नियमित रूप से जारी रहें और ग्रामीणों तक त्वरित सहायता पहुंचे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित गांव की दिशा में सामूहिक जिम्मेदारी
हाथी प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की भी साझा जिम्मेदारी है। जागरूकता, समय पर सूचना और सहयोग से बड़े हादसों को रोका जा सकता है। बांकी पंचायत में हुआ यह कार्यक्रम इसी दिशा में एक सकारात्मक कदम है।





