- तराडाका मैदान में सोहराय मिलन समारोह का आयोजन।
- नाइके हड़ाम और अन्य प्रमुख मांझी बाबाओं के नेतृत्व में पूजा संपन्न।
- आदिवासी महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य और लोकगीतों का प्रदर्शन किया।
- भाजपा नेता दीपक श्रीवास्तव और फूलचंद किस्कू ने परंपरा और प्रकृति संरक्षण पर दिया जोर।
- आयोजन में दर्जनों आदिवासी महिला-पुरुषों की भागीदारी।
कार्यक्रम का विवरण
प्रखंड अंतर्गत छछन्दो पंचायत के तराडाका मैदान में सोहराय मिलन समारोह का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। पूजा विधि विधान से नाइके हड़ाम, मांझी हड़ाम और अन्य प्रमुख मांझी बाबाओं के नेतृत्व में संपन्न हुई।
भाषण और संदेश
भाजपा नेता दीपक श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में परंपरा को जीवित रखने और ऐसे आयोजनों के माध्यम से आपसी सौहार्द बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। वहीं, भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी फूलचंद किस्कू ने कहा कि सोहराय पर्व किसानों के लिए अपनी फसल काटने के बाद प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेने का अवसर होता है।
लोक संस्कृति की झलक
कार्यक्रम में आदिवासी महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक वेशभूषा पहनकर सामूहिक नृत्य किया। पुरुषों द्वारा बजाए गए मांदर की थाप पर लोकगीत गाए गए, जिससे माहौल में उत्साह और उमंग भर गया।
आयोजन समिति और सहभागिता
इस आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के अध्यक्ष अजय मुर्मू, सचिव मोतीलाल हेंब्रम, उपाध्यक्ष नंदलाल हेंब्रम, और अन्य सदस्यों जैसे राजेंद्र सोरेन, अरविंद टुडू, संदीप हेंब्रम, शिवम हेंब्रम, बाबूराम बेसरा, और दर्जनों आदिवासी महिला-पुरुषों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
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