
#गढ़वा #सड़क_सुरक्षा : उत्क्रमित उच्च विद्यालय पचपड़वा में हुआ रोड सेफ्टी काउंसलिंग कार्यक्रम
- जिला परिवहन पदाधिकारी गढ़वा के निर्देश पर आयोजित कार्यक्रम।
- छात्रों को हेलमेट और सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर दिया गया जोर।
- मोबाइल फोन का वाहन चलाते समय प्रयोग पूरी तरह वर्जित बताया गया।
- गुड सेमेरिटन और हिट एंड रन कानून की दी गई जानकारी।
- पुस्तिका और पंपलेट वितरित कर छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।
गढ़वा के उत्क्रमित उच्च विद्यालय पचपड़वा में 19 अगस्त 2025 को जिला परिवहन पदाधिकारी के निर्देश पर सड़क सुरक्षा टीम द्वारा रोड सेफ्टी काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान छात्रों को विस्तार से यातायात नियमों की जानकारी दी गई और सड़क पर सुरक्षित रहने के उपाय बताए गए।
छात्रों को दी गई जरूरी जानकारी
कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा प्रबंधक संजय बैठा और विनय रंजन तिवारी ने कहा कि सड़क पर वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग जीवन रक्षा के लिए अनिवार्य है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग पूरी तरह से वर्जित है, क्योंकि यह दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बनता है।
गुड सेमेरिटन और हिट एंड रन कानून पर चर्चा
इस कार्यक्रम में छात्रों को गुड सेमेरिटन योजना के बारे में भी जानकारी दी गई। बताया गया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर (पहले एक घंटे) के भीतर अस्पताल पहुँचाने वाले व्यक्ति को 5,000 रुपये तक की पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। साथ ही, अस्पताल में मददकर्ता का नाम दर्ज कराकर चिकित्सक द्वारा प्रमाणित किए जाने पर उसे अतिरिक्त 2,000 रुपये और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा।
छात्रों को यह भी बताया गया कि अगर सड़क दुर्घटना किसी अज्ञात वाहन (हिट एंड रन केस) के कारण होती है, तो मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
पुस्तिकाएं और पंपलेट का वितरण
सड़क सुरक्षा टीम ने सभी छात्र-छात्राओं को पुस्तिकाएं और पंपलेट बांटे ताकि वे सड़क पर सुरक्षित रहने के नियमों को समझें और अपने परिवार व समाज को भी इसके प्रति जागरूक करें।

न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा में छात्रों की जागरूकता ही भविष्य की गारंटी
यह कार्यक्रम केवल जानकारी देने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि छात्रों के मन में जिम्मेदारी का भाव भी जगाया। सड़क सुरक्षा कानूनों को समझकर और उन्हें जीवन में अपनाकर दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। जागरूक विद्यार्थी ही सुरक्षित यातायात संस्कृति की नींव रखते हैं।
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सड़क सुरक्षा है सबकी जिम्मेदारी
अब समय है कि हम सब यातायात नियमों का पालन करें और सड़क पर दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। आप भी इस जानकारी को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएं ताकि दुर्घटनाओं में कमी आए और हर नागरिक सुरक्षित यात्रा कर सके।