#बगोदर #दुखदहादसा : सोनतुरपी गाँव में 36 वर्षीय महेश रविदास की मौत, गांव में मातम
- सोनतुरपी गाँव में नहर में डूबने से महेश रविदास (36) की मौत।
- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गहरे पानी के बहाव में बह गए।
- गाँव में मातम, हर तरफ चीख-पुकार और शोक का माहौल।
- पूर्व मुखिया संतोष रजक और थाना प्रभारी विनय कुमार यादव पहुँचे मौके पर।
- पुलिस ने शव कब्जे में लिया, कानूनी कार्रवाई शुरू।
सोनतुरपी गाँव, बगोदर में रविवार को एक हृदयविदारक घटना घट गई। गाँव का 36 वर्षीय युवक महेश रविदास नहर में डूब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह खबर फैलते ही पूरे इलाके में शोक और मातम का माहौल पसर गया।
हादसे का मंजर
गाँव के लोगों के अनुसार महेश अचानक नहर में गहरे पानी के बहाव में बह गए। किसी को समझने का मौका ही नहीं मिला और देखते ही देखते पानी की लहरों ने उन्हें निगल लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब तक लोग बचाने की कोशिश करते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पूरा गाँव चीख-पुकार और रुदन से गूंज उठा।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
घटना की सूचना मिलते ही जरमुन्ने पश्चिमी के पूर्व मुखिया संतोष कुमार रजक मौके पर पहुँचे और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। वहीं बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गाँव में शोक और दहशत का माहौल
इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गाँव में मातम का सन्नाटा छा गया है। ग्रामीण नहर की खतरनाक गहराई और बहाव को देखते हुए सहमे हुए हैं। लोगों का कहना है कि इस नहर पर सुरक्षा इंतज़ाम न होने की वजह से अक्सर खतरा बना रहता है।

न्यूज़ देखो: लापरवाही से हर साल छिनती हैं जानें
ग्रामीण क्षेत्रों में नहर और तालाबों के पास सुरक्षा की कमी से हर साल ऐसी घटनाएँ होती हैं। प्रशासन को चाहिए कि नहर किनारे सुरक्षा चिह्न और रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करे ताकि भविष्य में निर्दोष जानें न जाएँ।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्कता ही सुरक्षा
यह घटना हमें याद दिलाती है कि लापरवाही कभी भी जानलेवा हो सकती है। अब ज़रूरत है कि प्रशासन सुरक्षा प्रबंध करे और लोग भी नहर किनारे सावधानी बरतें। इस दर्दनाक हादसे पर आपकी संवेदनाएँ क्या हैं? अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर कर दूसरों को भी सतर्क करें।