
#सरायकेला #शादीहादसा — बोलेरो ट्रक से टकराई, नौ की मौके पर ही मौत, गांव में मातम का माहौल
- शादी से लौटते वक्त पुरुलिया-नीमडीह मार्ग पर हुआ भीषण हादसा
- बोलेरो गाड़ी ट्रक से टकराई, गाड़ी पूरी तरह चकनाचूर
- घटना में 9 लोगों की मौत, सभी गिरिडीह के तिलैतांड़ गांव के निवासी
- हादसे के बाद पूरा इलाका स्तब्ध, जांच में जुटी पुलिस
- मृतकों में बीरु, बांका, अजय, विजय, स्वप्न, गुरुपद, शशांक, चित्त, कृष्ण महतो शामिल
तेज रफ्तार और लापरवाही बना जानलेवा
सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के तिलाईटार गांव में शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें बोलेरो वाहन में सवार 9 लोगों की मौत हो गई। ये सभी एक शादी समारोह से लौट रहे थे और गिरिडीह के तिलैतांड़ गांव की ओर जा रहे थे।
हादसा उस वक्त हुआ जब बोलेरो गाड़ी बलरामपुर थाना क्षेत्र के नामशोल के पास एक तेज रफ्तार ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बोलेरो पूरी तरह चकनाचूर हो गई और कई शव पहचानने लायक भी नहीं बचे।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही तोड़ दिया दम
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण और राहत टीम मौके पर पहुंची और घायलों को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालांकि डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि सभी की मौत घटनास्थल पर ही हो चुकी थी।
शादी की खुशी बदल गई मातम में
जो लोग कुछ घंटों पहले तक शादी की खुशियों में डूबे थे, अब तिलैतांड़ गांव और आसपास मातम पसरा हुआ है। गांव के 9 लोगों की एक साथ मौत ने पूरे समाज को झकझोर दिया है।
घटना के बाद पुलिस प्रशासन जांच में जुट गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट में दुर्घटना की वजह तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही को माना जा रहा है। प्रशासन ने घटना की गहराई से जांच कराने की बात कही है।
सभी मृतकों की हुई पहचान
दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- बीरु
- बांका उर्फ चंद्रमोहन
- अजय
- विजय
- स्वप्न
- गुरुपद
- शशांक
- चित्त मुंडा
- कृष्ण महतो
सभी मृतक गिरिडीह जिले के तिलैतांड़ गांव के रहने वाले थे।
न्यूज़ देखो: दर्द की हर परत पर हमारी नजर
‘न्यूज़ देखो’ पीड़ितों के साथ खड़ा है। यह हादसा झारखंड में सड़क सुरक्षा, वाहन संचालन की लापरवाही, और प्रशासनिक सतर्कता को फिर से सोचने पर मजबूर करता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संवेदनाएं शोक में बदलीं, ज़िम्मेदारों को लेना होगा संज्ञान
यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सामूहिक पीड़ा का चित्रण है। हमें जरूरत है कि सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए ताकि ऐसे हादसे दोहराए न जाएं। मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना। शासन-प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में त्वरित मुआवजा और जिम्मेदारों पर कार्रवाई सुनिश्चित करें।