
#दुमका #सड़क_हादसा : तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से चरवाहा की मौके पर मौत, मुआवजे की मांग पर ग्रामीणों का आक्रोश
- गोपीकांदर थाना क्षेत्र के बबाईखोड़ा गांव के पास हुआ हादसा।
- एलपी ट्रक की चपेट में आने से मालिंद मुर्मू (55) की मौत।
- बैल के साथ सड़क पार करने के दौरान दुर्घटना।
- हादसे के बाद ट्रक चालक फरार, वाहन बाद में बरामद।
- आक्रोशित ग्रामीणों ने दुमका–महेशपुर मार्ग किया जाम।
दुमका जिले के गोपीकांदर थाना क्षेत्र अंतर्गत बबाईखोड़ा गांव के पास दुमका–महेशपुर मुख्य मार्ग पर शनिवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में चरवाहा की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान मालिंद मुर्मू (55 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बैल के साथ सड़क पार कर रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार एलपी ट्रक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसका सिर बुरी तरह कुचल गया और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
सड़क पार करते समय हुआ हादसा
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, मालिंद मुर्मू रोज की तरह अपने मवेशियों के साथ सड़क पार कर रहा था। तभी दुमका की ओर से तेज गति में आ रहे एलपी ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मृतक को संभलने का मौका तक नहीं मिला और उसकी मौके पर ही जान चली गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई।
ट्रक चालक फरार, वाहन छोड़ा
घटना के तुरंत बाद ट्रक चालक वाहन लेकर फरार हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने उसका पीछा किया, जिसके बाद चालक ट्रक को छोड़कर भाग निकला। बाद में सूचना मिली कि उक्त ट्रक को पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र में पकड़ लिया गया है। पुलिस ट्रक चालक की तलाश में जुट गई है।
मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम
हादसे से गुस्साए ग्रामीणों और मृतक के परिजनों ने बांस और पत्थर लगाकर दुमका–महेशपुर मार्ग को जाम कर दिया। परिजनों ने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और दोषी चालक की गिरफ्तारी की मांग की। सड़क जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुलिस मौके पर पहुंची, जांच जारी
सूचना मिलने पर गोपीकांदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि मामले की जांच कर दोषी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ देखो: तेज रफ्तार फिर बनी मौत की वजह
ग्रामीण इलाकों में तेज रफ्तार और लापरवाही लगातार जानलेवा साबित हो रही है। बबाईखोड़ा की यह घटना सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन के लिए यह जरूरी है कि पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय और मुआवजा मिले। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी सख्ती
तेज रफ्तार पर नियंत्रण और भारी वाहनों की निगरानी समय की जरूरत है।
एक लापरवाही पूरे परिवार की जिंदगी उजाड़ देती है।
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