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पूर्व मंत्री ददई दुबे को लातेहार में दी गई श्रद्धांजलि, कांग्रेसियों ने किया अंतिम दर्शन

#लातेहार #ददईदुबेश्रद्धांजलि : रांची से पैतृक गांव जाते वक्त लातेहार में रूके पार्थिव शरीर पर कांग्रेस नेताओं ने अर्पित की श्रद्धांजलि—पुष्पांजलि कर बोले ‘मजदूरों के मसीहा अमर रहें’

लातेहार कांग्रेस कार्यालय में उमड़ा जनसैलाब, दी गई अंतिम श्रद्धांजलि

झारखंड के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे के निधन के बाद जब उनका पार्थिव शरीर रांची से उनके पैतृक गांव ले जाया जा रहा था, उसी क्रम में लातेहार जिला कांग्रेस कार्यालय में उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भावभीनी विदाई देते हुए उन्हें पुष्प अर्पित किए और नारे लगाए—“मजदूरों के मसीहा ददई बाबा अमर रहें।”

परिवार संग पहुंचे कांग्रेस नेता, जताया दुख

इस मौके पर ददई दुबे की पत्नी व पुत्र अविनाश दुबे, अभय दुबे भी उपस्थित रहे। उनके साथ मौजूद थे:

इन सभी नेताओं ने ददई दुबे के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे मजदूरों और गरीबों की आवाज थे, जिन्होंने हमेशा सामाजिक न्याय और जनकल्याण की राजनीति की।

कार्यकर्ताओं में दिखा गहरा शोक, लगे नारे

श्रद्धांजलि कार्यक्रम में लातेहार जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष गूंजर उरांव, मीडिया प्रभारी पंकज तिवारी, समाजसेवी ललित पांडेय, उपेंद्र नाथ पांडेय, सुधीर दुबे, फुलस्‍त दुबे, युवा नेता दादू दुबे, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सह मुखिया अनिता देवी, प्रमिला कुमारी, कांग्रेस नेता ज्योति प्रकाश दुबे, लातेहार प्रखंड अध्यक्ष मोती उरांव, नागेश्वर यादव, गुडु दुबे और साबिर अली जैसे कई स्थानीय नेता शामिल हुए।

सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को नमन किया और एक स्वर में कहा—“चंद्रशेखर दुबे अमर रहें।”

लातेहार जिला कांग्रेस अध्यक्ष गूंजर उरांव ने कहा: “ददई दुबे सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हर गरीब का सहारा थे। उनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकती।”

न्यूज़ देखो: जननेता को जनता का सच्चा सलाम

चंद्रशेखर दुबे की अंतिम यात्रा में जिस प्रकार कार्यकर्ता और आम लोग उमड़े, वह इस बात का प्रमाण है कि वे सिर्फ राजनीति के नहीं, बल्कि समाज के दिलों के नेता थे। ‘न्यूज़ देखो’ ऐसे जननेताओं को सलाम करता है जिन्होंने हमेशा जनता के हक में लड़ाई लड़ी।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

यादें अमर हों, विचार जीवित रहें

ददई दुबे जैसे नेताओं की विरासत में सामाजिक न्याय, मजदूर हित और निष्कलंक सेवा भाव रहा है। आइए, हम सभी मिलकर उनके विचारों को आगे बढ़ाएं और ऐसे नेताओं की स्मृति को जीवित रखें

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