#सिमडेगा #JMMTribute : दिशोम गुरु को याद कर भावुक हुए कार्यकर्ता — झामुमो ने कोलेबिरा में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की
- कोलेबिरा स्टेडियम में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
- झामुमो जिला, प्रखंड व केंद्रीय समिति के नेता मौजूद रहे।
- दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय शिबू सोरेन को दी गई श्रद्धांजलि।
- महिला मोर्चा व कीड़ा मोर्चा सहित सभी संगठनों की सक्रिय भागीदारी रही।
- कार्यकर्ताओं ने कहा – दिशोम गुरु के आदर्शों पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि।
स्वर्गीय दिशोम गुरु वीर शिबू सोरेन के सम्मान में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से कोलेबिरा स्टेडियम में एक भावभीनी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर झामुमो के जिला, प्रखंड और केंद्रीय समिति के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित हुए और दो मिनट का मौन रखकर अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कोलेबिरा स्टेडियम बना संवेदना का केंद्र
कोलेबिरा प्रखंड स्थित स्टेडियम में आयोजित यह सभा एक गंभीर और भावुक वातावरण में सम्पन्न हुई। आयोजन की अगुवाई कोलेबिरा प्रखंड झामुमो द्वारा की गई, जहां मंच पर उपस्थित सभी नेताओं ने दिशोम गुरु के योगदानों को याद किया। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि एक आंदोलन के प्रतीक रहे हैं, जिनकी विचारधारा आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन देती रहेगी।
झामुमो नेताओं की भावपूर्ण उपस्थिति
इस श्रद्धांजलि सभा में झामुमो के जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना, जिला सचिव शफीक खान, केंद्रीय समिति सदस्य फिरोज अली, नुवास केरकेट्टा, सुनील खेस, प्रफुल्लित डुंग डुंग, उपाध्यक्ष अनिल तिर्की, जिला कोषाध्यक्ष राजेश टोप्पो, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेन, महिला उपाध्यक्ष फूलकुमारी समद, कीड़ा मोर्चा जिला अध्यक्ष देवेंद्र साहू, प्रखंड अध्यक्ष प्रकाश बागे, प्रखंड सचिव बिरीश डुंग डुंग, प्रखंड कोषाध्यक्ष सनी रिजवान, उपाध्यक्ष एल्विन समद, नगर अध्यक्ष अनस आलम, नगर उपाध्यक्ष बीरबल महतो, जोनास डांग, हेमराज डुंग डुंग सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
श्रद्धांजलि के साथ संकल्प
सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि शिबू सोरेन की संघर्षशील राजनीति, आदिवासी हितों की रक्षा, और झारखंड की पहचान को सशक्त करने की दिशा में उनके नैतिक मूल्यों और दृष्टिकोण को जीवित रखना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने कहा: “दिशोम गुरु हमारे पथप्रदर्शक थे। उनके विचार आज भी हमारे संघर्षों को ऊर्जा देते हैं। हम सब मिलकर उनके अधूरे सपनों को पूरा करेंगे।”
झामुमो महिला मोर्चा अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेन ने कहा: “शिबू सोरेन ने महिलाओं की आवाज को राजनीति में जगह दी। हम उनके आदर्शों को आगे बढ़ाते रहेंगे।”
यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि झामुमो के लिए पुनः संकल्प लेने का क्षण बन गया। इसने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुटता और संगठनात्मक जिम्मेदारी की याद दिलाई।
न्यूज़ देखो: दिशोम गुरु के विचारों को जीवित रखने की सामूहिक पुकार
झामुमो द्वारा आयोजित यह श्रद्धांजलि सभा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक भावनात्मक आंदोलन की झलक थी। दिशोम गुरु शिबू सोरेन के जीवन की संघर्षगाथा और उनकी सोच को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का संकल्प झामुमो कार्यकर्ताओं में साफ नजर आया। यह कार्यक्रम झारखंड की राजनीति में मूल्यों और विचारधारा की अहमियत को दोबारा रेखांकित करता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सकारात्मक सोच और सामाजिक चेतना के साथ आगे बढ़ें
हमारे नायक चले गए, लेकिन उनके विचार अमर हैं। ऐसे आयोजनों से सामूहिक स्मृति मजबूत होती है और पीढ़ियां प्रेरणा लेती हैं। आइए, अपने विचार साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएं और इसे उन सभी तक पहुंचाएं जो दिशोम गुरु के आदर्शों को जानते या जानना चाहते हैं।