
#बरवाडीह #पुण्यतिथि : रेलवे कॉलोनी स्थित प्रतिमा स्थल पर महिला समिति और जिला परिषद ने दी श्रद्धांजलि
- रेलवे महिला समिति ने बरवाडीह रेलवे कॉलोनी में पुण्यतिथि कार्यक्रम आयोजित किया।
- समिति की अध्यक्ष रेखा पाठक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
- मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर ने शिरकत की।
- नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
- मौके पर अमृता रश्मि, सोनी देवी, नैना कुमारी, रत्ना सिंह, वंदना कुमारी, ज्योति कुमारी समेत कई लोग उपस्थित रहे।
बरवाडीह (लातेहार) में सोमवार को आज़ाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। रेलवे कॉलोनी स्थित नेताजी की प्रतिमा स्थल पर यह आयोजन रेलवे महिला समिति के तत्वावधान में हुआ। समिति की अध्यक्ष रेखा पाठक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और नेताजी के योगदान को नमन किया।
श्रद्धांजलि और सम्मान
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर शामिल हुईं। उन्होंने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और कहा कि भारत की आज़ादी में नेताजी का योगदान अविस्मरणीय है। उनके बलिदान और संघर्ष की बदौलत आज हम संविधान और अधिकारों के साथ स्वतंत्र भारत में जीवन जी रहे हैं।
संतोषी शेखर ने कहा: “नेताजी सुभाष चंद्र बोस सिर्फ एक नेता नहीं बल्कि प्रेरणा के स्रोत हैं। उनका साहस और त्याग हर भारतीय के दिल में अमर रहेगा।”
महिला समिति की सक्रिय भूमिका
रेलवे महिला समिति ने इस अवसर पर सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि दी और स्थानीय लोगों को नेताजी के विचारों को अपनाने की अपील की। समिति की अध्यक्ष रेखा पाठक ने कहा कि युवा पीढ़ी को नेताजी की जीवन गाथा से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।
स्थानीय सहभागिता और उत्साह
इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। जिनमें अमृता रश्मि, सोनी देवी, नैना कुमारी, रत्ना सिंह, वंदना कुमारी, ज्योति कुमारी, आरती देवी, अभिषेक कुमार पासवान, सोनू पासवान, राजन कुमार, आशीष कुमार सोनी और वैभव सिन्हा शामिल थे। सभी ने नेताजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
नेताजी का आदर्श और आज की पीढ़ी
नेताजी का जीवन आज भी भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके साहस, निडरता और राष्ट्रभक्ति ने लाखों लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि अगर आज की पीढ़ी नेताजी के आदर्शों को आत्मसात करे तो समाज और देश और अधिक सशक्त हो सकता है।

न्यूज़ देखो: त्याग और बलिदान से सीखने की जरूरत
यह कार्यक्रम सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं बल्कि उस महानायक की याद दिलाता है जिसने भारत को स्वतंत्रता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। नेताजी के विचार और संघर्ष हमें यह सिखाते हैं कि राष्ट्रहित से बढ़कर कुछ नहीं है। ऐसे आयोजनों से समाज में देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना और गहरी होती है।
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नेताजी के आदर्शों पर चलें और राष्ट्र को मजबूत करें
आज समय है कि हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बलिदान और विचारों को अपने जीवन में उतारें। आइए मिलकर देश की प्रगति और समाज की एकता के लिए काम करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें ताकि हर दिल में नेताजी की प्रेरणा जिंदा रहे।