
#सिमडेगा #पुलिस_नियुक्ति : अनुकंपा के आधार पर नियुक्त की गई दो महिला कर्मियों को पुलिस अधीक्षक ने नियुक्ति पत्र सौंपते हुए ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करने की प्रेरणा दी।
- 28 नवंबर 2025 को जिला बल में अनुकंपा नियुक्ति के तहत दो अभ्यर्थियों को अवसर प्रदान किया गया।
- अनिता केरकेट्टा, निवासी कुरूमडेगी (टीटांगर), को आरक्षी के पद पर नियुक्त किया गया।
- सुजाता कुल्लू, निवासी सिकिरमा जितियाटोली (गुमला), को बाल आरक्षी के पद पर नियुक्त किया गया।
- दोनों को सिमडेगा पुलिस अधीक्षक द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपा गया।
- नव नियुक्त कर्मियों को कत्तव्य, जवाबदेही और अनुशासन का पालन करने का निर्देश दिया गया।
- पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दोनों अपनी सेवा से पुलिस विभाग की प्रतिष्ठा बढ़ाएं।
सिमडेगा जिले में शुक्रवार, 28 नवंबर 2025, को झारखंड पुलिस संगठन के अंतर्गत जिला बल में अनुकंपा के आधार पर दो महिलाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। यह नियुक्तियाँ उस स्थिति में की जाती हैं, जब किसी दिवंगत कर्मी के आश्रित को सरकारी सेवा में अवसर देकर उसके परिवार को सहयोग प्रदान किया जाता है। आज आयोजित इस संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक ने दोनों नव नियुक्त कर्मियों को जिम्मेदारीपूर्ण सेवा का संदेश दिया।
अनुकंपा के आधार पर दो महिला कर्मियों की नियुक्ति
कार्यक्रम के दौरान सिमडेगा जिला बल में दो महत्वपूर्ण नियुक्तियाँ की गईं।
पहली नियुक्ति अनिता केरकेट्टा, पिता स्व. अल्बर्ट बिलुंग, निवासी ग्राम कुरूमडेगी, पोस्ट ताराबोगा, थाना टीटांगर, को आरक्षी के पद पर प्रदान की गई।
दूसरी नियुक्ति सुजाता कुल्लू, पिता स्व. जुना कुल्लू, निवासी ग्राम सिकिरमा जितियाटोली, पोस्ट पोजेंगा, थाना पालकोट, जिला गुमला, को बाल आरक्षी के पद पर दी गई।
दोनों अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए पुलिस अधीक्षक ने यह भी सुनिश्चित किया कि वे झारखंड पुलिस सेवा के कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और अनुशासन से पूर्णतः अवगत रहें।
पुलिस अधीक्षक का संबोधन
पुलिस अधीक्षक ने नव नियुक्त कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा:
पुलिस अधीक्षक, सिमडेगा ने कहा: “आप दोनों अपने कार्यों को पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें तथा पुलिस विभाग की प्रतिष्ठा को बढ़ाएं।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अनुकंपा नियुक्ति केवल नौकरी नहीं, बल्कि परिवार की कठिन परिस्थितियों में आत्मनिर्भरता का दायित्व भी है। इसलिए सेवा के हर पहलू में समर्पण अनिवार्य है।
अनुशासन और जवाबदेही का संकल्प
नियुक्ति पत्र वितरण के साथ ही दोनों नव नियुक्त कर्मियों को यह भी बताया गया कि पुलिस विभाग में कार्य करते हुए
अनुशासन, कानून पालन, जवाबदेही और संवेदनशीलता सबसे महत्वपूर्ण तत्व हैं।
पुलिस संगठन में शामिल होना न केवल एक पद प्राप्त करना है, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा और जनसेवा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है।
न्यूज़ देखो: जिम्मेदारी और संवेदनशीलता की मिसाल
अनुकंपा नियुक्ति सामाजिक सुरक्षा की वह संवेदनशील प्रक्रिया है, जो दिवंगत कर्मियों के परिवार को सहारा देने का कार्य करती है। सिमडेगा पुलिस का यह कदम प्रशासनिक संवेदनशीलता और मानवीय उत्तरदायित्व की मिसाल पेश करता है। नव नियुक्त कर्मियों को प्रोत्साहन और विश्वास देकर पुलिस अधीक्षक ने सेवा भावना को प्राथमिकता देने का संदेश दिया है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सेवा का संकल्प — नई शुरुआत, नई जिम्मेदारी
अनुकंपा से मिली यह नियुक्ति दो परिवारों के लिए नई उम्मीद, नई स्थिरता और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है। अब यह नव नियुक्त कर्मियों की जिम्मेदारी है कि वे जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।
आप भी जनसेवा से जुड़े कार्यों को प्रोत्साहित करें और पुलिस विभाग के समर्पण की सराहना करें।
अपनी राय टिप्पणी में लिखें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं।





