
#लातेहार #शिक्षाउन्नति : जिले में महिला डिग्री कॉलेज और मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना को अंतिम मंजूरी, नए सत्र से कक्षाएँ शुरू होने की तैयारी
- लातेहार में वर्षों से लंबित महिला डिग्री कॉलेज और मॉडल डिग्री कॉलेज को अंतिम मंजूरी मिल चुकी है।
- नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने दोनों कॉलेजों का विस्तृत निरीक्षण किया।
- भवन, प्रयोगशाला, पुस्तकालय और कक्षाओं का निर्माण लगभग पूरा, अंतिम चरण में फर्नीचर और उपकरण की व्यवस्था।
- स्थानीय विधायक प्रकाश राम ने इसे जिले की बड़ी शैक्षणिक उपलब्धि बताया।
- महिला कॉलेज में कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय, सांस्कृतिक कक्ष और खेल सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- मॉडल कॉलेज में विज्ञान, कला और वाणिज्य तीनों संकायों की पढ़ाई शुरू करने की योजना।
लातेहार जिले के लिए शिक्षा के क्षेत्र में यह एक ऐतिहासिक कदम साबित होने जा रहा है। वर्षों से लंबित मांग को पूरा करते हुए महिला डिग्री कॉलेज और मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना को अंतिम मंजूरी दे दी गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन, जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयास से दोनों कॉलेजों का निर्माण लगभग पूर्ण अवस्था में पहुंच चुका है। अब केवल अंतिम औपचारिकताएँ पूरी होते ही नए शैक्षणिक सत्र से कक्षाएँ प्रारंभ करने की तैयारी की जा रही है। इन कॉलेजों के शुरू होने से लातेहार के हजारों छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने की विस्तृत समीक्षा
नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने दोनों नए कॉलेजों का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने हर कक्षा, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, कॉमन रूम और प्रशासनिक कक्षों की गुणवत्ता और संरचना का जायजा लिया। उन्होंने भवन निर्माण की प्रगति को संतोषजनक बताया और कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने कहा: “शैक्षणिक और प्रशासनिक स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है और जल्द ही कक्षाएँ शुरू की जाएंगी।”
कुलपति ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि दोनों कॉलेजों के लिए जरूरी संसाधनों की सूची को तुरंत अंतिम रूप दिया जाए, ताकि नए सत्र से प्रवेश प्रक्रिया सुचारू रूप से शुरू हो सके।
महिला डिग्री कॉलेज: बेटियों के लिए बड़ा कदम
लातेहार में एक अलग महिला डिग्री कॉलेज की मांग लंबे समय से उठ रही थी। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की कई छात्राओं ने वर्षों तक अपने शिक्षण जीवन में कठिनाइयों का सामना किया, क्योंकि उन्हें पढ़ाई जारी रखने के लिए रांची या अन्य बड़े शहरों जाना पड़ता था। नया महिला डिग्री कॉलेज इस समस्या को काफी हद तक दूर करेगा।
महिला कॉलेज में आधुनिक सुविधाओं से लैस भवन तैयार किया गया है। इसमें अलग कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय, सांस्कृतिक गतिविधि कक्ष, खेल मैदान, और सुरक्षित परिसर शामिल हैं। छात्राओं के लिए यह कॉलेज उच्च शिक्षा का एक बेहतर विकल्प बनने जा रहा है।
मॉडल डिग्री कॉलेज: तीनों संकायों की पढ़ाई
मॉडल डिग्री कॉलेज में विज्ञान, कला और वाणिज्य तीनों संकायों को शुरू करने की योजना है। कॉलेज का भवन आधुनिक संरचना के साथ बनाया गया है जिसमें लैब, स्मार्ट क्लासरूम और पुस्तकालय के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। परिसर में लगभग सभी कमरे पूरी तरह तैयार हैं, जबकि फर्नीचर और उपकरणों की व्यवस्था अपने अंतिम चरण में है।
जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों का उत्साह
स्थानीय विधायक प्रकाश राम ने कहा कि यह निर्णय जिले के युवाओं के भविष्य को नई दिशा देगा। उन्होंने बताया कि कई आर्थिक रूप से कमजोर छात्र बाहर रहकर पढ़ाई नहीं कर पाते थे। दोनों कॉलेजों के शुरू होने से अब छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा घर के पास ही उपलब्ध होगी, जिससे उनका समय और खर्च दोनों बचेंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कदम लातेहार के शिक्षा स्तर को ऊँचा उठाएगा और आने वाले वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी जिले में बेहतर माहौल बनेगा। माता-पिता ने भी इसे राहत की खबर बताया, क्योंकि अब बच्चों को पढ़ाई के लिए बाहर भेजने की मजबूरी कम होगी।
शिक्षा के क्षेत्र में नई पहचान की ओर बढ़ता लातेहार
इन दोनों कॉलेजों की स्थापना से लातेहार जिले को उच्च शिक्षा के नये मानचित्र पर स्थान मिलने की उम्मीद है। अधिकारियों के अनुसार, कॉलेज खोलने से न केवल नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और शोध के रास्ते भी खुलेंगे। बेहतर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह एक बड़ा और सकारात्मक कदम है जो आने वाले समय में जिले की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा।
न्यूज़ देखो: लातेहार की शिक्षा को मिली नई दिशा
लातेहार में दो नए डिग्री कॉलेज की मंजूरी से यह स्पष्ट है कि जिले की शैक्षणिक जरूरतों को आखिर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन ने गंभीरता से स्वीकार किया है। वर्षों की प्रतीक्षा और संघर्ष के बाद अब छात्रों को उच्च शिक्षा के बेहतर विकल्प मिलेंगे। यह पहल न केवल शिक्षा के विस्तार का प्रतीक है बल्कि विकास के नए अध्याय की शुरुआत भी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा का उजाला, भविष्य का संवारना
लातेहार में दो नए कॉलेजों का खुलना केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि हजारों सपनों की रोशनी है। अब गांवों और कस्बों के छात्र भी उच्च शिक्षा के बड़े अवसरों से जुड़ सकेंगे। यह बदलाव हमें याद दिलाता है कि जब समाज और प्रशासन साथ मिलकर काम करते हैं, तब विकास की राहें खुद-ब-खुद खुलती जाती हैं।
आइए, हम सब मिलकर शिक्षा को बढ़ावा दें, अपने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें और इस सकारात्मक बदलाव का हिस्सा बनें। अपनी राय कमेंट में लिखें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएं और जिले के विकास में अपना योगदान दें।





