
#बानो #दुर्घटनाऔरआत्महत्या : स्टेशन रोड निवासी रविकांत ठाकुर ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी जबकि जारकेल बगीचा टोली के अजीत समद की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई।
- स्टेशन रोड निवासी रविकांत ठाकुर ने बुधवार रात जहर खाकर आत्महत्या की।
- परिजन उन्हें सीएचसी बानो ले गए, स्थिति गंभीर होने पर सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर।
- रात करीब दो बजे उपचार के दौरान रविकांत की मौत हो गई, पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया।
- थाना प्रभारी मानव मयंक ने बताया— मामला दर्ज, जांच जारी है।
- दूसरी घटना में अजीत समद (28 वर्ष) की ट्रेन की चपेट में आने से मौत।
- पुलिस ने शव कब्जे में लेकर सिमडेगा पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बानो प्रखंड में बुधवार रात दो अलग-अलग घटनाओं ने पूरे क्षेत्र को शोक में डूबो दिया। पहली घटना में स्टेशन रोड निवासी रविकांत ठाकुर ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो ले गए, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां देर रात लगभग दो बजे उनके जीवन को नहीं बचाया जा सका। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। दूसरी ओर, जारकेल बगीचा टोली में ट्रेन की चपेट में आने से 28 वर्षीय अजीत समद की मौत हो गई। बताया गया कि रेल लाइन पार करते समय उन्हें ट्रेन से धक्का लगा, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू की।
आत्महत्या का मामला: आर्थिक या मानसिक दबाव की आशंका
स्टेशन रोड निवासी रविकांत ठाकुर बानो रेलवे स्टेशन पर रेलवे के टेंडर के माध्यम से द्वितीय श्रेणी टिकट बिक्री का काम करते थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उन्होंने किसी कारणवश बुधवार रात जहरीला पदार्थ खा लिया।
थाना प्रभारी मानव मयंक ने बताया: “मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के बाद ही कारण स्पष्ट हो सकेगा।”
परिजनों के अनुसार, घटना रात में अचानक हुई और जैसे ही उन्हें स्थिति की जानकारी मिली, तत्काल रविकांत को अस्पताल ले जाया गया। उनके निधन से इलाके में शोक का माहौल है। लोग घटना के पीछे मानसिक तनाव, पारिवारिक कारण या काम के दबाव जैसे संभावित कारणों पर चर्चा कर रहे हैं, हालांकि वास्तविक कारण जांच के बाद ही सामने आएगा।
जारकेल बगीचा टोली में ट्रेन हादसा, युवक की मौके पर मौत
प्रखंड में दूसरी गंभीर घटना जारकेल बगीचा टोली में हुई, जहां 28 वर्षीय अजीत समद ट्रेन की चपेट में आकर मौत के शिकार हो गए। बताया जा रहा कि वे रेल लाइन पार कर रहे थे, तभी अचानक ट्रेन के धक्के से उनकी मौत हो गई।
थाना प्रभारी मानव मयंक ने कहा: “ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।”
स्टेशन क्षेत्र के आसपास ट्रेन दुर्घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, और स्थानीय लोग सुरक्षा उपायों की मांग लंबे समय से उठाते रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर रेल पार पथों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
इन दोनों घटनाओं के बाद बानो थाना पुलिस सक्रिय हो गई है। दोनों मामलों में पोस्टमार्टम कराया जा चुका है और परिजनों को शव सौंप दिया गया है। पुलिस ग्रामीणों के बयान और घटनास्थल के निरीक्षण के आधार पर आगे की जांच कर रही है। दोनों ही घटनाएं अलग-अलग परिस्थितियों में हुई हैं, लेकिन दोनों ने क्षेत्र में चिंता और शोक का माहौल पैदा कर दिया है।
न्यूज़ देखो: सुरक्षा और संवेदनशीलता दोनों पर जोर जरूरी
बानो प्रखंड की इन दो घटनाओं ने प्रशासनिक व्यवस्था और सामाजिक संवेदनशीलता पर नए प्रश्न खड़े किए हैं। आत्महत्या के मामले में मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता की कमी साफ झलकती है, वहीं ट्रेन हादसे ने रेल लाइनों की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिलाया है। ऐसी घटनाओं से सीख लेते हुए प्रशासन, समाज और परिवारों को मिलकर सावधानी और सुरक्षा उपायों पर अधिक जोर देना चाहिए।
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सतर्क रहें, संवेदनशील बनें
इन दोनों दर्दनाक घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि हमें मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक संवाद और सार्वजनिक सुरक्षा— तीनों को समान महत्व देना चाहिए। अपने आसपास के लोगों को समझें, उनसे संवाद करें और मुश्किल समय में सहारा बनें। रेल मार्गों के पास सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएं और सुरक्षा व मानवता के संदेश को दूर तक पहुंचाएं।





