
#गढ़वा #स्वास्थ्य : परिजनों का हंगामा, अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग
- सेवा सदन हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद महिला की मौत।
- जहरुंन बीबी, 35 वर्ष, चौथे प्रसव में हुई थी भर्ती।
- परिजनों का आरोप—बिना योग्य चिकित्सक के कराया गया ऑपरेशन।
- मिलाप हॉस्पिटल में ऊषा देवी, 30 वर्ष की इलाज के दौरान मौत।
- दोनों मामलों में भारी भरकम राशि वसूलने का आरोप।
- सिविल सर्जन ने दोनों अस्पतालों की जांच की, कार्रवाई का आश्वासन।
गढ़वा जिला मुख्यालय में बुधवार को दो अलग-अलग निजी अस्पतालों में प्रसव के बाद दो महिलाओं की मौत ने हड़कंप मचा दिया। पहली घटना गढ़वा-मेराल रोड स्थित सेवा सदन हॉस्पिटल में हुई, जहां अन्नराज नावाडीह निवासी मुबारक अंसारी की पत्नी जहरुंन बीबी (35) का चौथा प्रसव ऑपरेशन के जरिए कराया गया। परिजनों के मुताबिक, ऑपरेशन के कुछ देर बाद पेट में सूजन आने लगी। डॉक्टरों ने तीन यूनिट रक्त की व्यवस्था करने को कहा और बताया कि बच्चेदानी निकालनी होगी। दूसरा ऑपरेशन करने के बाद महिला की हालत बिगड़ती चली गई और मौत हो गई।
परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऑपरेशन बिना योग्य चिकित्सक के कराया गया और इस दौरान भारी लापरवाही हुई। उन्होंने यह भी कहा कि इलाज के बदले उनसे भारी भरकम रकम वसूली गई। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया।
मिलाप हॉस्पिटल में दूसरी मौत
दूसरी घटना चिनिया रोड स्थित मिलाप हॉस्पिटल में हुई, जहां कुलझिकी गांव, बंशीधर नगर निवासी उमेश विश्वकर्मा की पत्नी ऊषा देवी (30) की मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, ऊषा देवी का सामान्य प्रसव बंशीधर नगर में हुआ था, लेकिन रक्तस्राव होने के बाद उन्हें मिलाप हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने रक्तस्राव रोकने और रक्त की कमी पूरी करने के नाम पर 1 लाख 8 हजार रुपये वसूले, लेकिन इलाज में लापरवाही बरती गई, जिससे महिला की जान चली गई।
हंगामे के कारण चिनिया रोड पर घंटों तक आवागमन प्रभावित रहा। परिजन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
प्रशासनिक कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ. केनेडी स्वयं मिलाप हॉस्पिटल पहुंचे और मामले की जांच की। उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि जांचोपरांत विधि संगत कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद उन्होंने सेवा सदन हॉस्पिटल भी जाकर स्थिति का जायजा लिया।

न्यूज़ देखो: निजी स्वास्थ्य सेवा पर उठते सवाल
गढ़वा की यह दोहरी घटना निजी अस्पतालों में प्रसव सेवाओं की गुणवत्ता और जवाबदेही पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाती है। इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलना और लापरवाही से मरीज की जान जाना, यह स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए चेतावनी का संकेत है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक बनें, सुरक्षित रहें
स्वास्थ्य सेवाओं का चयन करते समय सावधानी बरतें और सही चिकित्सकीय जानकारी प्राप्त करें। अपने अनुभव साझा करें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।